अब्राहम ने अपनी आंखें ऊपर उठाईं तो देखा कि उनके पीछे एक मेढ़ा है।’ वह अपने सींगों से एक झाड़ी में फंसा हुआ है। अब्राहम गए। उन्होंने उस मेढ़े को पकड़ा और अपने पुत्र के स्थान पर उसकी अग्नि-बलि चढ़ाई।
लैव्यव्यवस्था 1:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यदि कोई व्यक्ति गाय-बैलों में से अग्नि-बलि चढ़ाता है, तो उसे निष्कलंक नर पशु चढ़ाना होगा। वह उसे मिलन-शिविर के द्वार पर चढ़ाएगा जिससे वह प्रभु के सम्मुख ग्रहण किया जाए। पवित्र बाइबल “यदि कोई व्यक्ति अपने पशुओं में से किसी की होमबलि दे तो वह नर होना चाहिए और उस जानवर में कोई दोष नहीं होना चाहिए। उस व्यक्ति को चाहिए कि वह जानवर को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर ले जाये। तब यहोव भेंट स्वीकार करेगा। Hindi Holy Bible यदि वह गाय बैलों में से होमबलि करे, तो निर्दोष नर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर चढ़ाए, कि यहोवा उसे ग्रहण करे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यदि वह गाय–बैलों में से होमबलि करे, तो निर्दोष नर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर चढ़ाए कि यहोवा उसे ग्रहण करे। नवीन हिंदी बाइबल “यदि उसका बलिदान गाय-बैलों में से होमबलि हो, तो वह निर्दोष नर को चढा़ए; वह उसे मिलापवाले तंबू के द्वार पर चढ़ाए कि वह यहोवा के सम्मुख ग्रहणयोग्य ठहरे। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘यदि उसकी होमबलि ढोरों से है, तो वह एक निर्दोष नर पशु को बलि करे, वह इस निर्दोष नर पशु को मिलनवाले तंबू के प्रवेश द्वार पर बलि करे कि वह याहवेह द्वारा स्वीकृत हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यदि वह गाय-बैलों में से होमबलि करे, तो निर्दोष नर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर चढ़ाए कि यहोवा उसे ग्रहण करे। |
अब्राहम ने अपनी आंखें ऊपर उठाईं तो देखा कि उनके पीछे एक मेढ़ा है।’ वह अपने सींगों से एक झाड़ी में फंसा हुआ है। अब्राहम गए। उन्होंने उस मेढ़े को पकड़ा और अपने पुत्र के स्थान पर उसकी अग्नि-बलि चढ़ाई।
परमेश्वर ने कहा, ‘तू अपने पुत्र, अपने एकलौते पुत्र इसहाक को प्यार करता है। तू उसको लेकर मोरियाह देश जा। वहाँ उस पहाड़ पर जिसे मैं तुझे बताऊंगा, तू अपने पुत्र को अग्नि-बलि में चढ़ाना।’
अब्राहम ने उत्तर दिया, ‘मेरे पुत्र, परमेश्वर स्वयं अग्नि-बलि के लिए मेमने का प्रबन्ध करेगा।’ वे दोनों साथ-साथ आगे बढ़े।
नूह ने प्रभु के लिए एक वेदी बनाई। उसने शुद्ध पशुओं और शुद्ध पक्षियों में से कुछ को चुना और वेदी पर उनकी अग्नि-बलि चढ़ाई।
आराधकों द्वारा अग्नि-बलि में चढ़ाए गए पशुओं की संख्या इस प्रकार थी : सत्तर बछड़े, सौ मेढ़े, और दो सौ मेमने। ये सब पशु प्रभु को अग्नि-बलि में चढ़ाए गए।
उन्होंने अग्नि-बलि में चढ़ाए जाने वाले पशुओं को अलग कर दिया, और पितृकुलों के अनुसार भिन्न-भिन्न दलों में उनको बांट दिया, ताकि जनसाधारण उनको प्रभु के लिए चढ़ा दे; जैसा मूसा के व्यवस्था-ग्रंथ में लिखा है। उन्होंने बछड़ों के साथ भी ऐसा ही किया।
जब आप युद्ध में विजय प्राप्त करते हैं, तब आपकी प्रजा स्वेच्छा से स्वयं को अर्पित करती है। आप पवित्रता से सुशोभित हैं। उषा कल के गर्भ से ओस की बूंद के सदृश तरुणाई आपको प्राप्त होती है।
हे मेरे परमेश्वर! मैं तेरी इच्छा को पूर्ण कर सुखी होता हूँ। तेरी व्यवस्था मेरे हृदय में है।”
तुम्हारा मेमना निष्कलंक, नर और एक वर्ष का होना चाहिए। तुम उसे भेड़ों अथवा बकरियों के झुण्ड से लेना।
मूसा ने इस्राएली समाज के युवकों को भेजा, जिन्होंने प्रभु को अग्नि-बलि चढ़ाई तथा बैलों को सहभागिता-बलि में अर्पित किया।
तत्पश्चात् सम्पूर्ण मेढ़े को वेदी पर जलाना। यह प्रभु के लिए अग्नि-बलि है। यह प्रभु के लिए सुखद सुगन्ध है, अग्नि में अर्पित बलि है।
यह अग्नि-बलि पीढ़ी से पीढ़ी तक मुझ प्रभु के सम्मुख मिलन-शिविर के द्वार पर निरन्तर चढ़ाई जाएगी, जहाँ मैं तुझसे भेंट करूँगा, जहाँ तुझसे वार्तालाप करूँगा।
उन्होंने दूसरे दिन सबेरे उठकर अग्नि-बलि तथा सहभागिता-बलि चढ़ाई। तत्पश्चात् लोग खाने-पीने के लिए बैठ गए। उन्होंने उठकर आमोद-प्रमोद भी किया।
प्रत्येक मनुष्य, जिसका हृदय उल्लसित हुआ, जिसकी आत्मा ने स्वेच्छा से देने को प्रेरित किया, वह मिलन-शिविर के उपयोग के लिए, उसकी समस्त सेवाओं और पवित्र पोशाकों के लिए प्रभु की भेंट ले आया।
अत: जिन कार्यों को सम्पन्न करने का आदेश प्रभु ने मूसा के द्वारा दिया था, उनके लिए स्त्रियाँ और पुरुष, जिनके हृदय ने स्वेच्छा से देने को प्रेरित किया, भेंट ले आए। इस प्रकार इस्राएली समाज ने प्रभु को स्वेच्छा-बलि चढ़ाई।
तुम अपने पास से प्रभु के लिए भेंट लो। जो स्वेच्छा से देना चाहे, वह प्रभु के लिए भेंट लाए : सोना, चांदी तथा पीतल,
उन्होंने मूसा के हाथ से समस्त स्वेच्छाबलि ग्रहण की, जिसे इस्राएली समाज पवित्र-स्थान के निर्माण-कार्य के लिए लाया था। किन्तु लोग प्रतिदिन सबेरे मूसा के पास स्वेच्छा-बलि लाते रहे।
उसने बबूल की लकड़ी की एक वेदी बनाई, जो दो मीटर पचीस सेंटीमीटर लम्बी और दो मीटर पचीस सेंटीमीटर चौड़ी थी। वह वर्गाकार थी। उसकी ऊंचाई एक मीटर पैंतीस सेंटीमीटर थी।
प्रभु यह कहता है, ‘मेरे लिए तुम्हारी यह प्रचुर पशु-बलि किस काम की? मैं मेढ़ों की अग्नि-बलि से, पालतू पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं। मैं बैलों, मेमनों और बकरों के रक्त से प्रसन्न नहीं होता।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : इस्राएल के सब वंशज अपने देश में, इस्राएल देश के उच्च पहाड़ी शिखर पर, मेरे पवित्र पर्वत पर मेरी आराधना करेंगे। वहां मैं उनकी सेवा-आराधना को स्वीकार करूंगा। वहीं मैं तुम्हारी सब प्रकार की बलि, सर्वोत्तम वस्तुएं, उपहार, तुम्हारी पवित्र भेंट लूंगा।
फाटक के ओसारे में ही उसके दोनों ओर, दो-दो तख्ते थे। इन तख्तों पर अग्नि-बलि, पाप-बलि और दोष-बलि में चढ़ाए जानेवाले पशु वध किए जाते थे।
‘यदि वह रेवड़ में से भेड़ अथवा बकरों की अग्नि-बलि चढ़ाता है तो उसे निष्कलंक नर पशु चढ़ाना होगा।
‘वह आठवें दिन दो निष्कलंक मेमने, एक वर्ष की एक निष्कलंक भेड़, अन्न-बलि के हेतु तेल सम्मिश्रित अढ़ाई किलो मैदा और आधा लिटर तेल लेगा।
और उसको मिलन-शिविर के द्वार पर नहीं लाता है कि प्रभु के निवास-स्थान के सम्मुख प्रभु को भेंट रूप में उसे अर्पित करे, तो उस व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया जाएगा। उसने रक्त बहाया है। ऐसा व्यक्ति अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा।
‘तू उनसे यह कहना : यदि इस्राएली वंश का कोई व्यक्ति अथवा उनके मध्य निवास करने वाला प्रवासी व्यक्ति, जो अग्निबलि या बलि-पशु चढ़ाता है,
और उसको प्रभु के लिए अर्पित करने के हेतु मिलन-शिविर के द्वार पर नहीं ले आता, तो ऐसा व्यक्ति अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा।
जिस दिन तुम पूला लहराओगे, उस दिन प्रभु को अग्नि-बलि में एक वर्ष का एक निष्कलंक मेमना चढ़ाना।
तुम रोटियों के साथ एक-एक वर्ष के सात निष्कलंक मेमने, एक बछड़ा, और दो मेढ़े चढ़ाना। ये लोगों की अन्न-बलि तथा पेय-बलि के साथ प्रभु के लिए अग्नि-बलि होंगे तथा अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध बन जाएंगे।
यदि कोई व्यक्ति सहभागिता-बलि चढ़ाता है, और वह गाय-बैल में से नर अथवा मादा पशु चढ़ाता है तो वह प्रभु के सम्मुख निष्कलंक पशु को चढ़ाएगा।
मण्डली के धर्मवृद्ध प्रभु के सम्मुख बछड़े के सिर पर अपना हाथ रखेंगे और बछड़ा वेदी के सम्मुख बलि किया जाएगा।
जब पाप, जो उसने किया है, उस पर विदित किया जाए, तो वह अपने चढ़ावे के रूप में एक निष्कलंक बकरा लाएगा।
और जो व्यक्ति पाप करता है, यदि वह अभ्यंजित पुरोहित है, तो वह प्रजा को भी दोषी बनाता है। ऐसा व्यक्ति अपने पाप के लिए, जो उसने किया है, प्रभु को एक निष्कलंक बछड़ा पाप-बलि के रूप में चढ़ाएगा।
‘यदि वह सामान्य व्यक्ति पाप-बलि के लिए चढ़ावे में मेमना लाता है, तो वह निष्कलंक मादा मेमना लाएगा।
‘यदि कोई व्यक्ति विश्वास-भंग करता है और प्रभु की किसी पवित्र भेंट के सम्बन्ध में अनजाने में पाप करता है, तो वह अपनी दोष-बलि के रूप में रेवड़ से एक निष्कलंक मेढ़ा प्रभु के पास लाएगा। उसका मूल्य पवित्र स्थान की तौल के अनुसार चांदी के सिक्के में निश्चित किया जाएगा। यह दोष-बलि है।
वह रेवड़ में से एक निष्कलंक मेढ़ा पुरोहित के पास लाएगा। मेढ़ा उतने ही मूल्य का होगा, जितना पुरोहित दोष-बलि का निश्चित करेगा। जो भूल उसने अनजाने में की है, उसके कारण पुरोहित उसके निमित्त प्रायश्चित करेगा, और उसे क्षमा प्राप्त होगी।
‘यदि कोई व्यक्ति पाप करता है, धरोहर अथवा अमानत के सम्बन्ध में या चोरी के द्वारा अपने देश-भाई अथवा बहिन को धोखा देकर प्रभु के प्रति विश्वास-भंग करता है, अथवा यदि उसने अपने देश-भाई अथवा बहिन पर अत्याचार किया है,
यदि उसके चढ़ावे का बलि-पशु, मन्नत-बलि अथवा स्वेच्छा-बलि का है तो जिस दिन वह अपनी बलि को चढ़ाता है, उसी दिन बलि-मांस खाया जाएगा। जो उसमें से बचेगा, वह दूसरे दिन खाया जाएगा।
तब मूसा ने अग्नि-बलि का मेढ़ा अर्पित किया। हारून और उसके पुत्रों ने मेढ़े के सिर पर अपने हाथ रखे।
जब अंतड़ियाँ और पैर जल से धोए गए तब मूसा ने वेदी पर सम्पूर्ण मेढ़े को जलाया; और वह सुखद सुगन्ध, प्रभु को अग्नि में अर्पित अग्नि-बलि हो गया; जैसी प्रभु ने मूसा को आज्ञा दी थी।
मूसा ने हारून से कहा, ‘तुम पाप-बलि के लिए एक निष्कलंक बछड़ा तथा अग्नि-बलि के हेतु निष्कलंक मेढ़ा लेना और प्रभु के सम्मुख उन्हें चढ़ाना।
‘ओ मेरी तलवार, जाग! मेरे चरवाहे पर, मेरे समीप खड़े हुए व्यक्ति पर प्रहार कर!’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यों कहा है: ‘चरवाहे पर प्रहार कर, जिससे भेड़ें तितर-बितर हो जाएं। मैं भेड़ों के बच्चों पर हाथ उठाऊंगा।’
धोखा देनेवाला व्यक्ति शापित हो। उसके रेवड़ में स्वस्थ नर पशु है। उसने उसे चढ़ाने की मन्नत मांगी, पर चढ़ाया अपने प्रभु को−वर्जित विकृत पशु! स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: ‘मैं समस्त पृथ्वी का सम्राट हूँ। समस्त राष्ट्र मेरे नाम के प्रति श्रद्धा-भक्ति प्रकट करते हैं।
तब मुझ-प्रभु के लिए, मन्नत में अथवा स्वेच्छा से या निर्धारित पर्वों पर, प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध के लिए अपने भेड़-बकरी, गाय-बैल में से कोई पशु अग्नि में चढ़ाना। तुम उसे अग्नि-बलि अथवा अन्य प्रकार की पशु-बलि में चढ़ाना।
‘यह व्यवस्था की संविधि है, जिसके पालन की आज्ञा मैं-प्रभु ने दी है : तू इस्राएली समाज से बोल कि वे तेरे पास एक निष्कलंक लाल कलोर लाएँ, जिस में कोई दोष न हो, और जो जुए में कभी जोती न गई हो।
परमेश्वर मनुष्य नहीं है कि वह झूठ बोले, और न वह मनुष्य का पुत्र है कि पश्चात्ताप करे! जो उसने कहा, क्या वह उसको न करे? जो वह बोले, क्या वह उसको पूर्ण न करे?
बालाक ने बिल्आम से कहा, ‘आओ, मैं तुम्हें दूसरे स्थान पर ले जाऊंगा। सम्भवत: यह परमेश्वर की दृष्टि में उचित प्रतीत हो कि तुम वहाँ से मेरे लिए उन्हें श्राप दो।’
बिल्आम ने राजा बालाक से कहा, ‘आप अपनी अग्नि-बलि के निकट खड़े रहिए। मैं जाऊंगा; कदाचित् प्रभु मुझसे मिलने के लिए आए। जो कुछ वह मुझे दिखाएगा उसे मैं आपको बताऊंगा।’ बिल्आम मुंडी पहाड़ी पर चला गया।
‘तुम प्रत्येक महीने के प्रथम दिन मुझ-प्रभु के लिए यह अग्नि-बलि चढ़ाना : दो बछड़े, एक मेढ़ा, एक-एक वर्षीय सात निष्कलंक मेमने।
वरन् मुझ-प्रभु को अग्नि-बलि अर्थात् अग्नि में यह चढ़ावा चढ़ाना : दो बछड़े, एक मेढ़ा और एक-एक वर्षीय सात मेमने। ध्यान देना कि ये निष्कलंक हों।
तुम, निरन्तर अग्नि-बलि और उसकी अन्न-बलि के अतिरिक्त इन्हें इनकी पेय-बलि के साथ चढ़ाना। ध्यान देना कि वे निष्कलंक हों।
तुम प्रभु को यह अग्नि-बलि, अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध चढ़ाना : तेरह बछड़े, दो मेढ़े और एक-एक वर्षीय चौदह मेमने। ये निष्कलंक हों।
तुम मुझ-प्रभु को यह अग्नि-बलि, सुखद सुगन्ध अर्पित करना : एक बछड़ा, एक मेढ़ा और एक-एक वर्षीय सात निष्कलंक मेमने।
स्वर्गदूत ने उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा आप पर उतरेगा और सर्वोच्च परमेश्वर का सामर्थ्य आप पर छाया करेगा। इसलिए जो आप से उत्पन्न होगा, वह पवित्र होगा और परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।
मैं ही द्वार हूँ। यदि कोई मुझ से हो कर प्रवेश करेगा तो उसे मुक्ति प्राप्त होगी। वह भीतर-बाहर आया-जाया करेगा और उसे चरागाह मिलेगा।
यदि दान देने की उत्सुकता है, तो सामर्थ्य के अनुसार जो कुछ भी दिया जाए, वह परमेश्वर को ग्राह्य है। किसी से यह आशा नहीं की जाती है कि वह अपने सामर्थ्य से अधिक दान दे।
हर एक ने अपने मन में जितना निश्चित किया है, उतना ही दे। वह अनिच्छा से अथवा लाचारी से ऐसा न करे, क्योंकि “परमेश्वर प्रसन्नता से देने वाले को प्यार करता है।”
क्योंकि उनके द्वारा हम दोनों एक ही आत्मा से प्रेरित हो कर पिता के पास पहुँच सकते हैं।
क्योंकि वह एक ऐसी कलीसिया अपने सामने उपस्थित करना चाहते थे जो महिमामय हो, जिस में न दाग हो, न झुर्री और न कोई दूसरा दोष, वरन् जो पवित्र और निष्कलंक हो।
और वहाँ अपने प्रभु परमेश्वर की वेदी पर अग्नि-बलि, मांस और रक्त अर्पित करना। बलि-पशुओं का रक्त तेरे प्रभु परमेश्वर की वेदी पर उण्डेला जाएगा, परन्तु मांस को तू खा सकता है।
यदि उसमें किसी प्रकार का कलंक है, यदि वह लंगड़ा है, अथवा अंधा है, या उसमें अन्य प्रकार का गंभीर दोष है, तो उसको अपने प्रभु परमेश्वर के लिए बलि मत करना।
‘तू अपने प्रभु परमेश्वर के लिए ऐसे बेल अथवा भेड़ की बलि मत करना, जिसमें किसी प्रकार का कलंक या बुराई है; क्योंकि यह तेरे प्रभु परमेश्वर की दृष्टि में घृणित है।
यह उचित ही था कि हमें इस प्रकार के महापुरोहित मिलें, जो पवित्र, निर्दोष, निष्कलंक, पापियों से सर्वथा भिन्न और स्वर्ग से भी उच्चतर हों।
तो फिर मसीह का रक्त, जिन्होंने अपने आपको शाश्वत आत्मा के द्वारा निर्दोष बलि के रूप में परमेश्वर को अर्पित किया, हमारे अन्त:करण को मृत कर्मों से क्यों नहीं शुद्ध करेगा और हमें जीवन्त परमेश्वर की सेवा के योग्य क्यों नहीं बनायेगा?