‘यों परमेश्वर निर्दयता से उस पर विपत्तियाँ ढाहता है; दुर्जन उसके हाथ की पहुँच से वेगपूर्वक भागता है।
यहेजकेल 24:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) देख, मैं-प्रभु ने यह कहा है, और यह अवश्य पुरा होगा। मैं अपने निश्चय को नहीं बदलूंगा। मैं तुझ पर तरस खा कर तुझे जीवित नहीं छोड़ूंगा, और न ही अपने निश्चय के लिए मैं पछताऊंगा। ओ यरूशलेम नगरी, तेरे आचरण और व्यवहार के अनुरूप मैं तेरा न्याय करूंगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है। पवित्र बाइबल “‘मैं यहोवा हूँ। मैंने कहा, तुम्हें दण्ड मिलेगा, और मैं इसे दिलाऊँगा। मैं दण्ड को रोकूँगा नहीं। मैं तुम्हारे लिये दु:ख का अनुभव नहीं करूँगा। मैं तुम्हें उन बुरे पापों के लिये दण्ड दूँगा जो तुमने किये।’ मेरे स्वामी यहोवा ने यह कहा।” Hindi Holy Bible मुझ यहोवा ही ने यह कहा है; और वह हो जाएगा, मैं ऐसा ही करूंगा, मैं तुझे न छोड़ूंगा, न तुझ पर तरस खऊंगा न पछताऊंगा; तेरे चालचलन और कामों ही के अनुसार तेरा न्याय किया जाएगा, प्रभु यहोवा की यही वाणी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मुझ यहोवा ही ने यह कहा है; और वह हो जाएगा; मैं ऐसा ही करूँगा, मैं तुझे न छोड़ूँगा, न तुझ पर तरस खाऊँगा, न पछताऊँगा; तेरे चालचलन और कामों ही के अनुसार तेरा न्याय किया जाएगा, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।” सरल हिन्दी बाइबल “ ‘मैं, याहवेह ने कहा है. मेरे लिये काम करने का समय आ गया है. मैं नहीं छोड़ूंगा; मैं दया नहीं करूंगा, न ही नरम होऊंगा. तुम्हारे चालचलन और तुम्हारे कार्यों के अनुसार तुम्हारा न्याय होगा, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मुझ यहोवा ही ने यह कहा है; और वह हो जाएगा, मैं ऐसा ही करूँगा, मैं तुझे न छोड़ूँगा, न तुझ पर तरस खाऊँगा, न पछताऊँगा; तेरे चाल चलन और कामों ही के अनुसार तेरा न्याय किया जाएगा, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।” |
‘यों परमेश्वर निर्दयता से उस पर विपत्तियाँ ढाहता है; दुर्जन उसके हाथ की पहुँच से वेगपूर्वक भागता है।
दुर्जन को धिक्कार है; क्योंकि उसका बुरा होगा। जैसा उसने किया है, वैसा ही उसके साथ किया जायेगा।
ऐसे ही जो शब्द मेरे मुंह से निकलता है, वह मेरे पास खाली नहीं लौटेगा; वरन् जिस उद्देश्य से मैंने उसको उच्चारा था, वह उसको पूरा करेगा; जिसके लिए मैंने उसको भेजा था, वह उसको सफल करेगा।’
मैं उनको एक-दूसरे से टकराऊंगा: पिता और पुत्रों को भी टकराऊंगा। मैं उनको नष्ट करते समय उन पर दया नहीं करूंगा, न ही उनको छोड़ूंगा, और न ही उन पर तरस खाऊंगा,” प्रभु की यह वाणी है।’
जब तक प्रभु अपने हृदय के संकल्प को कार्य रूप में परिणत नहीं करेगा, और उसको पूर्ण नहीं कर लेगा, तब तक वह अपने क्रोध को शांत नहीं करेगा। अन्तिम दिनों में तुम्हें यह बात स्पष्ट समझ में आ जाएगी।
‘तेरे ही आचरण, तेरे ही दुष्कर्मों के कारण यह विपत्ति तुझ पर आयी है। यह विनाश-फल कितना कटु है; और हृदय में सीधा उतर गया है।’
‘ओ यरूशलेम, तू अपने बचपन के दिन भूल गई, और तूने ये कुकर्म किये, और यों मुझे क्रोध दिलाया। सुन, मैं निस्सन्देह तेरे कुकर्मों का प्रतिफल तेरे सिर पर डालूंगा,’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है। ‘तूने अनेक घृणित कुकर्म तो किए ही थे। उनके अतिरिक्त तूने यह व्यभिचार कर्म भी किया।
तब विश्व के सब वृक्षों को ज्ञात होगा कि मैं-प्रभु छोटे वृक्ष को बड़ा बनाता हूं, और बड़े वृक्ष को छोटा! मैं हरे वृक्ष को सुखा डालता हूं और सूखे हुए वृक्ष को हरा-भरा कर देता हूं। मेरी यही वाणी है। मैं-प्रभु जो कहता हूं, उसको पूरा करता हूं।’
‘इसलिए मैं तुम में से प्रत्येक व्यक्ति का न्याय उसके आचरण के अनुरूप करूंगा। मैं, स्वामी-प्रभु यही कहता हूँ। ओ इस्राएलियो! अपने कुकर्मों के लिए पश्चात्ताप करो, और अपने दुराचरण को छोड़ दो। ऐसा न हो कि तुम्हारा अधर्म तुम्हारे पतन का कारण बन जाए।
अत: मैंने अपनी क्रोधाग्नि उन पर उण्डेल दी। मैंने अपने क्रोध की ज्वाला से उनको भस्म कर दिया। मैंने उनके आचरण का प्रतिफल उन्हीं के सिर पर लौटा दिया।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
ये रथों, छकड़ों और विशाल जनसमूह के साथ उत्तरी दिशा से तुझ पर हमला करेंगे। ये फरियां, ढालें और शिरस्त्राण धारण किए हुए तेरे चारों ओर मोर्चाबन्दी करेंगे। मैं उनके हाथ में न्याय-निर्णय करने का दायित्व सौंपूंगा, और वे अपने न्याय-सिद्धान्तों के अनुसार तेरा न्याय करेंगे।
वे तुझ से शत्रुता का व्यवहार करेंगे, तेरे परिश्रम का फल तुझ से छीन लेंगे, और तेरे वस्त्र उतारकर तुझको नग्न छोड़ जाएंगे। तेरे नग्न किए जाने पर तेरे व्यभिचार का कुकर्म प्रकट हो जाएगा।
‘उस दिन मैं अपने पास से सन्देश-वाहक दूत भेजूंगा। वे जलयानों पर चढ़कर कूश देश जाएंगे, और उसके निश्चिंत निवासियों को डराएंगे। वे मिस्र देश के विनाश को देखकर उस दिन भय से आतंकित हो उठेंगे। ‘देखो, विनाश का दिन आ रहा है।
मैंने विश्व के राष्ट्रों में उनको तितर-बितर कर दिया। वे भिन्न-भिन्न देशों में बिखर गए। मैंने उनके आचरण और व्यवहार के अनुरूप उनका न्याय किया था।
‘मैं, स्वामी-प्रभु अपनी सौगन्ध खाकर कहता हूँ: तूने मेरे पवित्र स्थान को अपनी घृणित मूर्तियों और घिनौने कामों से अपवित्र कर दिया है, इसलिए मैं तेरी बोटी-बोटी कर दूंगा। मैं तुझ पर दया-दृष्टि नहीं करूंगा, और न मेरी आंखों से बचकर कोई भाग सकेगा।
ओ इस्राएल, सुन। तेरा अन्त आ गया। मैं अपनी क्रोधाग्नि तुझ पर बरसाऊंगा। मैं तेरे आचरण के अनुसार तेरा न्याय करूंगा, और तूने जो घृणित कार्य किए हैं, उनके लिए तुझे दण्ड दूंगा।
मैं तुझ पर दया की दृष्टि नहीं करूंगा और न तू मेरी आंखों से बच कर भागने पाएगा। ओ इस्राएल, जब तक तेरे मध्य में घृणित पाप-कर्म होते रहेंगे, मैं तेरे आचरण के अनुरूप तुझे दण्ड दूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।’
‘अब, मैं तुझ पर अपना क्रोध उण्डेलूंगा, तेरे प्रति अपनी क्रोधाग्नि भड़काऊंगा। तेरे आचरण के अनुरूप तेरा न्याय करूंगा और तेरे घृणित कार्यों के लिए तुझे दण्ड दूंगा।
मैं तुझ पर दयादृष्टि नहीं करूंगा, और न तू मेरी आंखों से बचकर भाग सकेगा। ओ इस्राएल, जब तक तेरे मध्य में घृणित पापकर्म होते रहेंगे, मैं तेरे आचरण के अनुरूप तुझे दण्ड दूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि वध करने वाला प्रभु मैं ही हूं।
अत: मैं उनसे क्रोधपूर्ण व्यवहार करूंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। मेरी आंखों से छिप कर वे भाग नहीं सकेंगे। वे ऊंचे स्वर से मुझे पुकारेंगे तो भी मैं उनकी दुहाई नहीं सुनूंगा।’
किन्तु मैं उनके कामों का प्रतिफल उनके माथे पर ही लौटाऊंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। एक भी व्यक्ति मेरी आंखों से बच कर भाग नहीं सकेगा।’
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : जैसे तुम्हारे पूर्वजों ने अपने दुष्कर्मों से मेरे क्रोध को उभाड़ा था और मैंने तुम्हारा अनिष्ट करने का निश्चय किया था, और अपने निश्चय को नहीं बदला,
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘क्या मेरा भुजबल घट गया है? अब तू देखेगा कि मेरा वचन तेरे लिए सिद्ध होता है अथवा नहीं।’
परमेश्वर मनुष्य नहीं है कि वह झूठ बोले, और न वह मनुष्य का पुत्र है कि पश्चात्ताप करे! जो उसने कहा, क्या वह उसको न करे? जो वह बोले, क्या वह उसको पूर्ण न करे?
क्योंकि मानव-पुत्र अपने स्वर्गदूतों के साथ अपने पिता की महिमा में आएगा और वह प्रत्येक मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल देगा।
इसके अतिरिक्त इस्राएल का महिमामय परमेश्वर झूठ नहीं बोलता, और न अपने वचन से मुँह मोड़ता है। वह मनुष्य नहीं है कि अपने वचन से मुँह मोड़े।’