यदि तू भलाई करे तो क्या मैं तुझे ग्रहण न करूंगा? किन्तु यदि तू भलाई न करे तो देख, तेरे द्वार पर पाप खड़ा है। वह तेरी कामना कर रहा है। तू उसको अपने वश में कर।’
यिर्मयाह 3:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जा, तू उत्तर दिशा में मेरे ये वचन सुना: प्रभु यह कहता है: ओ विश्वासघातिनी इस्राएली जनता, ‘मेरी ओर लौट। मैं करुणा-सागर हूं; मैं तुझ पर क्रोध नहीं करूँगा। मुझ-प्रभु का यह वचन है। मैं युगांत तक तुझसे नाराज नहीं रहूंगा। पवित्र बाइबल यिर्मयाह, उत्तर की ओर देखो और यह सन्देश बोलो: “‘अविश्वासी इस्राएल के लोगों तुम लौटो।’ यह सन्देश यहोवा का था। ‘मैं तुम पर भौहे चढ़ाना छोड़ दूँगा, मैं दयासागर हूँ।’ यह सन्देश यहोवा का था। ‘मैं सदैव तुम पर क्रोधित नहीं रहूँगा।’ Hindi Holy Bible तू जा कर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर, यहोवा की यह वाणी है, हे भटकने वाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूंगा; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, मैं करुणामय हूँ; मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू जाकर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर, ‘यहोवा की यह वाणी है, हे भटकनेवाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूँगा; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, मैं करुणामय हूँ; मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूँगा। सरल हिन्दी बाइबल जाओ, उत्तर दिशा की ओर यह संदेश वाणी घोषित करो: “ ‘विश्वासहीन इस्राएल, लौट आओ,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘मैं तुम पर क्रोधपूर्ण दृष्टि नहीं डालूंगा, क्योंकि मैं कृपालु हूं,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘मैं सर्वदा क्रोधी नहीं रहूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तू जाकर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर, ‘यहोवा की यह वाणी है, हे भटकनेवाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूँगा; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, मैं करुणामय हूँ; मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूँगा। |
यदि तू भलाई करे तो क्या मैं तुझे ग्रहण न करूंगा? किन्तु यदि तू भलाई न करे तो देख, तेरे द्वार पर पाप खड़ा है। वह तेरी कामना कर रहा है। तू उसको अपने वश में कर।’
इस्राएल के राजा पेकह के राज्य-काल में असीरिया देश के राजा तिग्लत-पलेसेर ने आक्रमण किया। उसने इन नगरों और प्रदेशों पर कब्जा कर लिया : इय्योन, आबेल बेत-माकाह, यानोह, केदेश, हासोर, गिलआद, तथा गलील और नफ्ताली का समस्त प्रदेश। वह लोगों को बन्दी बनाकर असीरिया देश ले गया।
अत: अन्त में प्रभु ने इस्राएलियों को अपने सम्मुख से निकाल दिया, जैसा उसने अपने सेवक नबियों के मुख से कहा था। इस्राएली लोग स्वदेश से निकाल दिए गए, और असीरिया देश में आज तक निर्वासित हैं।
होशे के राज्य-काल के नौवें वर्ष में असीरिया देश के राजा ने राजधानी सामरी नगर पर अधिकार कर लिया। वह इस्राएलियों को बन्दी बनाकर असीरिया देश में ले गया। उसने इस्राएलियों को हलह नगर में तथा गोजान क्षेत्र की हाबोर नदी के तट पर, और मादय देश के नगरों में बसाया।
इस्राएल प्रदेश के राजा होशे बेन-एलाह के राज्य-काल के तीसरे वर्ष में हिजकियाह बेन-आहाज ने यहूदा प्रदेश पर राज्य करना आरम्भ किया।
अब यह मेरी हार्दिक इच्छा है कि मैं इस्राएल के प्रभु परमेश्वर के साथ विधान की धर्मविधि सम्पन्न करूं, जिससे उसकी क्रोधाग्नि हमसे दूर हो जाए।
‘यदि तुम प्रभु की ओर लौटोगे तो जिन्होंने तुम्हारे भाई-बन्धुओं और तुम्हारी सन्तान को गुलाम बनाया है, उनके हृदय को प्रभु करुणामय बनाएगा, और वे उन पर दया करेंगे। वे उनको स्वतन्त्र कर देंगे, और तुम्हारे भाई-बन्धु तथा तुम्हारी सन्तान इस देश को लौट आएगी। तुम्हारा प्रभु परमेश्वर कृपालु और करुणामय है। यदि तुम उसकी ओर उन्मुख होगे तो वह तुमसे कभी विमुख नहीं होगा।’
किन्तु प्रभु की करुणा उसके भक्तों पर युग- युगान्त तक, और उसकी धार्मिकता उनके पुत्र-पुत्रियों, पौत्र-पात्रियों पर बनी रहती है,
हे प्रभु, कब तक? क्या तू निरंतर क्रोध करता रहेगा? कब तक तेरी ईष्र्या अग्नि जैसी जलती रहेगी?
किन्तु तू, हे स्वामी, दयालु, कृपालु, विलम्ब से क्रोध करनेवाला, करुणा और सच्चाई से परिपूर्ण परमेश्वर है।
जो मनुष्य अपने अपराध छिपाता है वह जीवन में उन्नति नहीं करता; परन्तु अपने अपराध को स्वीकार करनेवाले और उसको पुन: न करनेवाले मनुष्य पर परमेश्वर दया करता है।
मैंने बादलों की तरह तेरे अपराध लोप कर दिए; कुहरे के समान तेरे पाप उड़ा दिए। मेरे पास लौट आ, मैंने तुझे छुड़ा लिया है।
प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यिर्मयाह, तू ये शब्द यहूदा प्रदेश के नगरों तथा यरूशलेम के गली-कूचों में घोषित कर: विधान के ये शब्द सुनो और उनके अनुसार आचरण करो।
जब मैं उनको उखाड़ लूंगा तब पुन: उन पर दया करूंगा; और प्रत्येक कौम को उसकी पैतृक भूमि पर वापस लाऊंगा, वे अपने-अपने देश में पुन: बसेंगे।
बल्कि वे कहेंगे, “जीवंत प्रभु की सौगन्ध, जो इस्राएल के वंशजों को उत्तरी देश की गुलामी से, तथा उन देशों से निकाल कर लाया, जहां उसने उन्हें हांक दिया था।” तब वे स्वदेश में पुन: बस जाएंगे।’
‘कहो, यदि कोई पुरुष अपनी पत्नी को त्याग दे, और उसकी पत्नी दूसरे पुरुष की स्त्री हो जाए तो क्या वह उसके पास लौटेगा? क्या उसके ऐसे आचरण से सारा देश भ्रष्ट नहीं हो जाएगा? ओ इस्राएली जनता, तू अनेक प्रेमियों के साथ व्यभिचार कर चुकी है। क्या अब तू मेरे पास लौटेगी?’ प्रभु की यह वाणी है।
प्रभु यों कहता है: ‘ओ विश्वासघातिनी जनता, लौट आ! क्योंकि मैं तेरा स्वामी हूं। मैं प्रत्येक नगर से एक व्यक्ति और हरएक गोत्र से दो जन लूंगा, ओर यों तुझको सियोन में पहुंचा दूंगा।
उन दिनों में यहूदा प्रदेश की जनता इस्राएल प्रदेश की जनता से मिल जाएगी। वे दोनों संगठित होकर उत्तर दिशा से उस भूमि में प्रवेश करेंगी, जो मैंने उनके पूर्वजों को पैतृक-अधिकार के लिए प्रदान की थी।
प्रभु ने उनसे कहा था, ‘ओ विश्वासघाती सन्तान, लौट आ! मैं तेरे विश्वासघात के घाव को भर दूंगा।’ वे बोले, ‘देख, हम तेरे पास लौट आए हैं; क्योंकि तू ही हमारा प्रभु परमेश्वर है
क्या तू सदा मुझसे नाराज रहेगा? क्या युगान्त तक तेरा क्रोध शान्त नहीं होगा?” ओ इस्राएल, यों तू मुझ से प्रार्थना भी करती है, और जितने कुकर्म तुझसे हो सकते हैं, उनको भी करती जाती है!’
मैंने सोचा था कि इन सब कामों को करने के बाद वह पश्चात्ताप करेगी, और मेरे पास लौट आएगी। पर वह नहीं लौटी। उसकी बहिन यहूदा ने भी यह देखा। लेकिन वह भी कपटी बनी रही।
मैं-प्रभु कहता हूं : मैं तुझे बचाने के लिए तेरे साथ हूँ। जिन राष्ट्रों में मैंने तुझ को बिखेर दिया था, उन-सब का मैं पूर्ण संहार कर दूंगा। मैं तेरा पूर्ण विनाश नहीं करूंगा, किन्तु तुझे उचित मात्रा में दण्ड दूंगा; निस्सन्देह मैं तुझको दण्ड दिए बिना नहीं छोड़ूंगा।
ओ एफ्रइम, निस्सन्देह, तू मेरा प्रिय पुत्र है, सचमुच तू मेरा प्यारा बेटा है। यदि मैं तेरे विरुद्ध कुछ कहता भी हूं, तब भी मुझे तेरी सुधि रहती है। मेरा हृदय तेरे लिए भर आता है, मैं निस्सन्देह तुझ पर दया करूंगा’, प्रभु की यह वाणी है।
‘ओ इस्राएल, ओ कुंआरी कन्या! अपने लिए मार्ग-चिह्न बना ले, पथ पर दिशा बतानेवाले खंभे और ध्वजाएं गाड़ ले। जिस मार्ग पर तू गई थी, जिस पथ से तू गुजरी थी, उस पर सोच-विचार कर। ओ कुंआरी कन्या, वापस आ; अपने इन नगरों में लौट आ।
प्रभु कहता है: ‘मैं उनको उत्तर देश से वापस लाऊंगा, मैं पृथ्वी के सीमान्तों से उन को एकत्र करूंगा। उन के साथ अन्धे और लंगड़े होंगे, गर्भवती स्त्रियां और जच्चा स्त्रियां भी होंगी। एक विशाल जन-समूह यहां लौटेगा।
वैसे ही याकूब के वंशजों और मेरे सेवक दाऊद के वंशजों के साथ स्थापित मेरा विधान अटल है। मैं उनको नहीं त्यागूंगा; दाऊद का ही एक वंशज अब्राहम, इसहाक और याकूब की संतान पर राज्य करेगा। निस्सन्देह मैं उनको पुन: समृद्ध करूंगा, और उन पर दया करूंगा।’
प्रभु कहता है, ‘ओ इस्राएल! यदि तू लौटे, तो तुझे मेरे पास ही लौटना चाहिए। यदि तू अपनी मूर्ति-पूजा की घृणित वस्तुओं को मेरे सामने से दूर करे, और मेरे पास से न भागे,
इतना ही नहीं, तू कहना, “स्वामी-प्रभु यों कहता है: मैं तुम्हें उन कौमों के मध्य से एकत्र करूंगा। जिन देशों में मैंने तुम्हें बिखेर दिया है, वहां से मैं तुम्हें निकालूंगा, और तुम्हें इस्राएल देश फिर दूंगा।”
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : मैं याकूब के वंशजों को गुलामी से छुड़ाकर वापस लाऊंगा, और उनको पुन: समृद्ध करूंगा। मैं सम्पूर्ण इस्राएल वंशियों पर दया करूंगा। मैं अपने पवित्र नाम के लिए ईष्र्यालु होऊंगा।
लोग यह कहते हैं : ‘आओ, हम प्रभु के पास लौटें। उसने हमें क्षत-विक्षत किया है, अब वही हमें स्वस्थ करेगा। उसने हमें घायल किया है, अब वही हमारे घावों पर पट्टी बांधेगा।
‘यदि वे अपने अधर्म को और पूर्वजों के अधर्म को स्वीकारते हैं, जो उन्होंने मेरे विरुद्ध विश्वासघात करके और मेरे विरुद्ध चलकर किया था,
अपने पूर्वजों के सदृश मत बनो। प्राचीन काल के नबियों ने उनसे कहा था, “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: अपने बुरे मार्ग से लौटो, अपने दुष्कर्मों को छोड़ दो।” पर उन्होंने मुझ-प्रभु की बात नहीं सुनी, मेरी ओर ध्यान नहीं दिया। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
जब तू और तेरी सन्तान अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौटेंगे, उसकी वाणी को सुनेंगे, उसकी आज्ञाओं का, जिनका आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ, अपने सम्पूर्ण हृदय से, अपने सम्पूर्ण प्राण से पालन करेंगे,