उन्होंने तेरी आज्ञाओं की अवहेलना की; जो आश्चर्यपूर्ण कार्य तूने उनके मध्य किए थे, उन्होंने उनकी उपेक्षा कर दी। वे ढीठ बन गए, उन्होंने तेरे नेतृत्व के प्रति विद्रोह कर दिया; और मिस्र की गुलामी में लौटने के उद्देश्य से एक नेता को नियुक्त किया। पर परमेश्वर, तू तो सदा क्षमाशील है, अनुग्राही और दयालु, विलम्ब से क्रोध करनेवाला और करुणासागर है। तूने उनको नहीं त्यागा।
दुर्जन मनुष्य अपने मार्ग को छोड़ दे, और अधार्मिक व्यक्ति अपने बुरे विचारों को। वह प्रभु की ओर लौटे, जिससे प्रभु उस पर दया करे। वह हमारे परमेश्वर के पास आए; क्योंकि प्रभु उसे पूर्णत: क्षमा करेगा।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘जिस दिन मैं तुम्हारी समस्त अशुद्धताओं से तुम्हें शुद्ध करूंगा, तब तुम्हारे नगरों को पुन: बसाऊंगा। खण्डहरों का पुन: निर्माण होगा।
स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘मैं इस्राएल वंशियों को अनुमति दूंगा कि वे मुझसे विनती करें और मैं उनके लिए उस कार्य को करूं। निस्सन्देह वे मुझसे विनती करेंगे, और मैं उनके मनुष्यों की संख्या भेड़-बकरियों की तरह बढ़ा दूंगा।
अपने वस्त्र नहीं, वरन् अपना हृदय विदीर्ण करो।’ ओ यहूदा देश, अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौट। वह कृपालु और दयालु है। वह विलम्ब क्रोधी और महा करुणा सागर है। वह दु:ख देकर पछताता है।
उसने प्रभु से प्रार्थना की। उसने कहा, ‘प्रभु, मेरी तुझसे यह प्रार्थना है: जब मैं अपने देश में था, तब मैंने तुझ से यही तो कहा था; अब तो वही बात हुई। इसी कारण मैं तुरन्त तर्शीश नगर को भागा था। मैं जानता था कि तू कृपालु और दयालु परमेश्वर है। तू विलम्ब से क्रोध करने वाला और करुणा का सागर है। तू विपत्ति ढाहने के अपने निर्णय को बदलता भी है।
हे प्रभु, तेरे समान अधर्म को क्षमा करनेवाला, अपनी मीरास के बचे हुए लोगों के अपराध क्षमा करनेवाला और कौन ईश्वर है? तू सदा क्रोध नहीं करता, क्योंकि तू करुणा से प्रसन्न होता है।
येशु ने उत्तर दिया, “यदि तुम परमेश्वर का वरदान पहचानती और यह जानती कि वह कौन है, जो तुम से कह रहा है, ‘मुझे पानी पिलाओ’, तो तुम उससे माँगती और वह तुम्हें संजीवन जल देता।”
परन्तु परमेश्वर की दया अपार है। हम अपने पापों के कारण मर गये थे; किन्तु उसने हम से इतना प्रेम किया कि उसने हमें मसीह के साथ जीवन प्रदान किया। उसकी कृपा ने आप लोगों का उद्धार किया।