प्रभु उसके पास खड़ा होकर कह रहा है, ‘मैं तेरे दादा अब्राहम का परमेश्वर, तेरे पिता इसहाक का परमेश्वर, प्रभु हूँ। जिस भूमि पर तू लेटा है, उसे मैं तुझे और तेरे वंश को प्रदान करूँगा।
1 इतिहास 28:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ मेरे पुत्र सुलेमान, अपने पिता के परमेश्वर का अनुभव कर, और अपने सम्पूर्ण हृदय और प्रसन्न चित्त से उसकी सेवा कर। प्रभु हृदय को परखता है। वह हर एक योजना और विचार को जानता है। यदि तू उसको खोजेगा तो वह तुझको प्राप्त होगा। परन्तु यदि तू उसको त्याग देगा, तो वह तुझे सदा के लिए त्याग देगा। पवित्र बाइबल “और मेरे पुत्र सुलैमान, तुम, अपने पिता के परमेश्वर को जानते हो। शुद्ध हृदय से परमेश्वर की सेवा करो। परमेश्वर की सेवा करने में अपने हृदय (मस्तिष्क) में प्रसन्न रहो। क्यों? क्योंकि यहोवा जानता है कि हर एक के हृदय (मस्तिष्क) में क्या है। हर बात जो सोचते हो, यहोवा जानता है। यदि तुम यहोवा के पास सहायता के लिये जाओगे, तो तुम्हें वह मिलेगी। किन्तु यदि उसको छोड़ते हो, तो वह तुमको सदा के लिये छोड़ देगा। Hindi Holy Bible और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जाँचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। सरल हिन्दी बाइबल “और तुम, मेरे शलोमोन, अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान प्राप्त करो, सच्चे हृदय और तैयार मन से उनकी सेवा करो क्योंकि याहवेह हर एक हृदय को जांचते रहते हैं और मन के हर एक विचारों को समझते हैं. यदि तुम उन्हें खोजोगे तो उन्हें पाओगे, अगर तुम उनको छोड़ दोगे, वह हमेशा के लिए तुम्हें अकेला छोड़ देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जाँचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझको मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझको छोड़ देगा। |
प्रभु उसके पास खड़ा होकर कह रहा है, ‘मैं तेरे दादा अब्राहम का परमेश्वर, तेरे पिता इसहाक का परमेश्वर, प्रभु हूँ। जिस भूमि पर तू लेटा है, उसे मैं तुझे और तेरे वंश को प्रदान करूँगा।
प्रभु ने देखा कि पृथ्वी पर मनुष्य का दुराचार बढ़ गया है, और उसके मन के सारे विचार निरन्तर बुराई के लिए ही होते हैं।
जब प्रभु को अग्निबलि की सुखद सुगन्ध मिली तब उसने अपने हृदय में कहा, ‘अब मैं मनुष्य के कारण भूमि को कभी शाप न दूंगा। बचपन से ही मनुष्य के मन के विचार बुराई के लिए होते हैं। जैसा मैंने अभी किया है वैसा जीवित प्राणियों का पुन: विनाश न करूंगा।
सुलेमान ने उत्तर दिया, ‘तू अपने सेवक, मेरे पिता दाऊद पर बड़ी करुणा करता रहा; क्योंकि वह तेरे सम्मुख सच्चाई, धार्मिकता और सरल हृदय से चलते थे। तूने उन पर सबसे बड़ी करुणा यह की, कि उनको एक पुत्र प्रदान किया जो आज उनके सिंहासन पर बैठा है।
तो तू उसे क्षमा कर अपने निवास-स्थान स्वर्ग से उसकी प्रार्थना सुनना और कार्य करना। प्रत्येक मनुष्य को, जिसका हृदय तू जानता है, उसके कार्य के अनुरूप फल देना। प्रभु, केवल तू मनुष्य के हृदय को जानता है।
तब तू अपने निवास-स्थान स्वर्ग से उसकी प्रार्थना सुनना। जिस कार्य के लिए विदेशी तुझे पुकारेंगे, तू उस कार्य को करना। इस प्रकार तेरे निज लोग इस्राएलियों के समान पृथ्वी के सब लोग भी तेरे नाम को जानेंगे, और तेरी भक्ति करेंगे। उनको ज्ञात होगा कि यह भवन जो मैंने निर्मित किया है, तेरे नाम को समर्पित है।
ओ इस्राएलियो, जैसा आज तुमने किया है, वैसा ही सदा करना। अपने प्रभु परमेश्वर को अपना हृदय पूर्णत: समर्पित करना, सदा उसकी संविधियों के अनुसार आचरण करना और उसकी आज्ञाओं का पालन करना।’
‘हे प्रभु, स्मरण कर कि मैं सच्चाई और सम्पूर्ण हृदय से तेरे सम्मुख तेरे मार्ग पर चलता रहा। मैंने उन्हीं कार्यों को किया है, जो तेरी दृष्टि में उचित हैं।’ यह कहकर हिजकियाह फूट-फूटकर रोने लगा।
योशियाह ने वे कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित हैं। वह अपने पूर्वज दाऊद के मार्ग पर चला। वह उससे तिल मात्र भी अलग नहीं हुआ।
अत: अब तुम अपने प्रभु परमेश्वर की ओर अपना प्राण और हृदय केन्द्रित करो, और उसकी खोज करो। उठो, और प्रभु परमेश्वर के पवित्र स्थान का निर्माण करो, ताकि प्रभु के नाम की प्रतिष्ठा के लिए निर्मित भवन में प्रभु की विधान-मंजूषा और परमेश्वर के पवित्र पात्र रखे जा सकें।’
इसलिए अब समस्त इस्राएली राष्ट्र के सम्मुख, प्रभु की धर्मसभा के सम्मुख, अपने परमेश्वर को सुनाते हुए मैं तुम्हें यह आदेश दे रहा हूँ: प्रभु परमेश्वर की समस्त आज्ञाओं की ओर ध्यान दो, और उनका पालन करो। तब तुम इस उत्तम देश पर अधिकार कर सकोगे, और इसको अपने बाद स्थायी पैतृक-भूमि के रूप में अपनी सन्तान के लिए छोड़ जाओगे।
लोगों ने स्वेच्छा से चढ़ाई गई भेंट के लिए आनन्द मनाया; क्योंकि उन्होंने मुक्त हृदय से प्रभु को भेंट चढ़ाई थी। राजा दाऊद ने भी बहुत आनन्द मनाया।
शीशक के आक्रमण के कारण यहूदा प्रदेश के सब उच्चाधिकारी यरूशलेम में एकत्र हुए। तब नबी शमायाह राजा रहबआम और उच्चाधिकारियों के पास आया। उसने उनसे कहा, ‘प्रभु यों कहता है: तुमने मुझे त्याग दिया था, इसलिए मैंने भी तुम्हें त्याग दिया, और शीशक के हाथ में छोड़ दिया।’
और वह राजा आसा से मिलने के लिए गया। अजर्याह ने उससे कहा, ‘महाराज आसा, यहूदा और बिन्यामिन भूमि-क्षेत्रों के निवासियो, मेरी बात सुनो। ‘जब तुम प्रभु के साथ रहोगे तब वह तुम्हारे साथ रहेगा; जब तुम उसको खोजोगे तब वह तुम्हें मिलेगा। किन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह तुम्हें भी त्याग देगा!
तो तू उसको क्षमा करना और अपने निवास-स्थान, स्वर्ग से उसकी प्रार्थना सुनना और कार्य करना। प्रत्येक मनुष्य को, जिसका हृदय तू जानता है, उसके कार्य के अनुरूप फल देना। प्रभु, केवल तू मनुष्य के हृदय को जानता है।
यात्रा के दौरान शत्रुओं से अपनी रक्षा के लिए सम्राट से सिपाहियों का दल और घुड़सवार मांगना मुझे अच्छा नहीं लगा; क्योंकि हमने सम्राट से यह कहा था, ‘परमेश्वर का वरदहस्त उसके भक्तों पर रहता है, पर उसका क्रोध उन लोगों पर भड़क उठता है, जो उसको छोड़ देते हैं।’
मैं निर्दोष आचरण पर ध्यान दूंगा, प्रभु, तू मेरे पास कब आएगा? मैं अपने घर के भीतर शुद्ध हृदय से आचरण करूंगा;
यदि तू मेरे हृदय को जांचता, यदि तू रात में मेरा निरीक्षण करता; यदि तू मुझे परखता, तो मुझमें तुझे कोई दुर्भाव नहीं मिलता। मेरी वाणी मर्यादा का उल्लंघन नहीं करती।
हे प्रभु, मेरी चट्टान! तू ही मेरा शरण-स्थल और मुक्तिदाता है। तू मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है, मैं तेरी शरण में आया हूँ। तू मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़ है।
भला हो कि दुष्ट की दुष्टता नष्ट हो, और तू धार्मिक मनुष्य को प्रतिष्ठित करे। मन और हृदय को परखनेवाला परमेश्वर धर्ममय है।
प्रभु, अब तूने उसे त्याग दिया, तूने उसको अस्वीकार कर दिया; तू अपने अभिषिक्त राजा से अति क्रुद्ध है।
प्रभु, तेरे नाम को जानने वाले तुझ पर भरोसा करते हैं; क्योंकि तू उन लोगों को नहीं छोड़ता है, जो तुझको खोजते हैं।
प्रभु मेरी शक्ति और मेरा सामर्थ्य है; वह मेरा उद्धार बना है; यही मेरा परमेश्वर है; मैं इसकी स्तुति करूँगा; यही मेरे पूर्वजों का परमेश्वर है, मैं इसका गुणगान करूँगा।
जा और इस्राएल के धर्मवृद्धों को एकत्र कर उनसे कहना, “तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर, अब्राहम के परमेश्वर, इसहाक के परमेश्वर, और याकूब के परमेश्वर, प्रभु ने मुझे दर्शन दिया है। उसने कहा है : मैंने निश्चय तुम्हारी सुध ली है। जो मिस्र देश में तुम्हारे साथ किया जा रहा है, उस पर ध्यान दिया है।
जैसे कुठाली चांदी को परखने के लिए, और सोने को परखने के लिए भट्ठी है, वैसे ही मनुष्य के हृदय को परखने वाला प्रभु है।
मेरे पिता ने मुझे शिक्षा दी; उसने मुझसे यह कहा: ‘मेरे शब्दों पर तेरा हृदय लगा रहे; मेरी आज्ञाओं का पालन कर तो तू सदा जीवित रहेगा।
किन्तु विद्रोही और पापी दोनों नष्ट किए जाएंगे; प्रभु को त्यागनेवाले पूर्णत: मिट जाएंगे।
“हे प्रभु, स्मरण कर कि मैं सच्चाई और सम्पूर्ण हृदय से तेरे सम्मुख तेरे मार्ग पर चला। मैंने उन्हीं कार्यों को किया, जो तेरी दृष्टि में उचित हैं।” यह कहकर हिजकियाह फूट-फूटकर रोने लगा।
मैंने किसी गुप्त स्थान में, या कहीं अंधकारमय क्षेत्र में नहीं कहा; मैंने याकूब के वंशजों से यह नहीं कहा, “मुझे निर्जन स्थान में ढूंढ़ना।” मैं प्रभु हूं, मैं केवल सच बोलता हूं; मैं उचित बात बताता हूं।’
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, तू धार्मिकता से न्याय करता है, तू सब के हृदय और मन को परखता है। प्रभु, मैं जीते-जी, अपनी आंखों से तेरा प्रतिशोध देखूं। मैंने अपना मुकदमा तेरे हाथ में सौंप दिया है।
केवल मैं हृदय की जांच करता हूँ; मैं प्रभु, मनुष्य के मन को परखता हूँ, और हर एक मनुष्य को उसके आचरण के अनुकूल उसके कर्मों के फल के अनुसार पुरस्कार देता हूं।
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, तू धार्मिक जन को परखता है; तू हर एक व्यक्ति के हृदय और मन को जानता है। प्रभु, मैं अपनी आंखों से देखूं, कि तूने उनसे प्रतिशोध लिया है; क्योंकि मैंने अपना यह मुकदमा तुझ पर छोड़ दिया है।
वह निर्धन और निस्सहाय लोगों का न्याय करता था, इसलिए उसका भला हुआ। ऐसा कार्य करना ही मुझे जानना है। मुझ-प्रभु की यह वाणी है!
मैं उन को ऐसा हृदय दूंगा, जिससे वे मुझे जानेंगे कि मैं ही प्रभु हूं। मैं उनका परमेश्वर हूंगा, और वे मेरे निज लोग होंगे, क्योंकि वे सच्चे हृदय से मेरे पास लौटे आएंगे।’
तुम मुझे ढूंढ़ोगे, और मैं तुम्हें मिलूंगा। जब तुम मुझे सच्चे हृदय से खोजोगे, तब मुझे पाओगे।
मुझ-प्रभु की यह वाणी है: निस्सन्देह मैं तुम्हें सुलभ होऊंगा। मैं तुम्हारी समृद्धि लौटा दूंगा, और विश्व के सब राष्ट्रों से, जहां तुम बिखर गए हो, पुन: एकत्र करूंगा।
तब किसी भी व्यक्ति को अपने पड़ोसी अथवा भाई-बन्धु को यह सिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी कि “प्रभु को जानो,” क्योंकि छोटे-बड़े सब लोग स्वयं मुझे जानेंगे। मैं उनके अधर्म को क्षमा कर दूंगा, और उनका पाप फिर स्मरण नहीं करूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
किन्तु यदि कोई मनुष्य किसी बात पर घमण्ड करना चाहता है तो उसे इस बात पर घमण्ड करना चाहिए कि वह मुझे जानता है, उसको मेरे विषय मे यह समझ है कि मैं पृथ्वी पर दया, न्याय और धर्म की स्थापना करनेवाला प्रभु हूं; और मैं इन्हीं बातों से प्रसन्न होता हूं,’ प्रभु की यह वाणी है।
तब प्रभु का आत्मा मुझ पर उतरा, और उसने मुझ से कहा, ‘तू इस प्रकार बोल: प्रभु यों कहता है, ओ इस्राएल-कुल के लोगो, तुम यही सोचते हो न! जो विचार तुम्हारे मन-मस्तिष्क में उठते हैं, उनको मैं जानता हूं।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ गोग, उस दिन तेरे मन में ये विचार उत्पन्न होंगे, और तू यह दुष्कर्म करने की योजना बनाएगा।
ओ इस्राएली राष्ट्र! प्रभु के ये शब्द सुन : प्रभु ने इस देश के निवासियों के विरुद्ध मुकदमा किया है। इस देश में न सच्चाई है, और न करुणा। इस देश में परमेश्वर का ज्ञान भी नहीं है।
मेरे निज लोग ईश्वरीय ज्ञान के अभाव में नष्ट हो गए। तूने मेरा ज्ञान प्राप्त करना स्वीकार नहीं किया, इसलिए मैं भी तुझे पुरोहित-पद पर स्वीकार नहीं करूंगा। तू मुझ-परमेश्वर की व्यवस्था भूल गया, अत: मैं भी तेरे पुरोहित-वंश को भूल जाऊंगा।
येशु ने नतनएल को अपने पास आते देखा, तो उसके विषय में कहा, “देखो, यह एक सच्चा इस्राएली है। इस में कोई कपट नहीं।”
वे तुझे, एकमात्र सच्चे परमेश्वर को और येशु मसीह को, जिसे तूने भेजा है, जान लें− यही शाश्वत जीवन है।
उन्हें यह आवश्यकता नहीं थी कि कोई उन्हें मनुष्य के विषय में बताए; क्योंकि वह स्वयं जानते थे कि मनुष्य के मन में क्या है।
येशु ने तीसरी बार उससे कहा, “सिमोन, योहन के पुत्र! क्या तुम मुझे प्यार करते हो?” पतरस को इससे दु:ख हुआ कि उन्होंने तीसरी बार उससे यह पूछा, “क्या तुम मुझे प्यार करते हो?”। उसने येशु से कहा, “प्रभु! आप तो सब कुछ जानते हैं। आप जानते हैं कि मैं आप को प्यार करता हूँ।” येशु ने उससे कहा, “मेरी भेड़ों को चराओ।
परमेश्वर आत्मा है और यह आवश्यक है कि उसके आराधक आत्मा और सत्य में उसकी आराधना करें।”
यद्यपि तुम उसे नहीं जानते− पर मैं उसे जानता हूँ। यदि मैं कहता कि उसे नहीं जानता, तो मैं तुम्हारी तरह झूठा बन जाता। किन्तु मैं उसे जानता हूँ और उसके वचन का पालन करता हूँ।
तब उन्होंने इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु! तू सब का हृदय जानता है। यह प्रकट कर कि तूने इन दोनों में से किस को चुना है,
जब मैं घूमता-फिरता आपकी आराध्य वस्तुओं को देख रहा था, तो मुझे एक वेदी मिली जिस पर यह लिखा था, ‘अज्ञात देवता को’। आप लोग अनजाने जिसकी पूजा करते हैं, मैं उसी का संदेश आपको सुनाता हूँ।
“परमेश्वर ने अज्ञानता के युगों को अनदेखा कर दिया; परन्तु अब उसकी आज्ञा यह है कि सर्वत्र सभी मनुष्य पश्चात्ताप करें,
होश में आइए, जैसा कि उचित है, और पाप करना छोड़ दीजिए। आप में कुछ लोग परमेश्वर के सम्बन्ध में कुछ नहीं जानते-मैं आप को लज्जित करने के लिए यह कह रहा हूँ।
परमेश्वर ने आदेश दिया था कि “अन्धकार में प्रकाश हो जाये।” उसी ने हमारे हृदय को अपनी ज्योति से आलोकित कर दिया है, जिससे हम परमेश्वर का वह तेज जान जायें, जो येशु मसीह के मुखमण्डल पर चमकता है।
यदि दान देने की उत्सुकता है, तो सामर्थ्य के अनुसार जो कुछ भी दिया जाए, वह परमेश्वर को ग्राह्य है। किसी से यह आशा नहीं की जाती है कि वह अपने सामर्थ्य से अधिक दान दे।
हर एक ने अपने मन में जितना निश्चित किया है, उतना ही दे। वह अनिच्छा से अथवा लाचारी से ऐसा न करे, क्योंकि “परमेश्वर प्रसन्नता से देने वाले को प्यार करता है।”
‘अब, ओ इस्राएल, तेरा प्रभु परमेश्वर तुझ से क्या चाहता है? केवल यह कि तू अपने प्रभु परमेश्वर की भक्ति करे उसके सब मार्गों पर चले और उससे प्रेम करे; तू अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर की सेवा करे,
जब उन पर विपत्तियों और कष्टों का पहाड़ टूट पड़ेगा, तब यह गीत उनके विरुद्ध साक्षी देगा! (क्योंकि उनके वंशज भी इस गीत को कभी विस्मृत नहीं कर सकेंगे) इस देश में, जिसको प्रदान करने की शपथ मैंने खाई थी, उनके प्रवेश करने के पूर्व से मैं उनकी योजनाओं को, जो ये बना रहे हैं, जानता हूँ।’
‘ओ इस्राएली समाज! यह तुझे इसलिए दिखाया गया था कि तुझे ज्ञात हो जाए कि प्रभु ही परमेश्वर है; उसके अतिरिक्त दूसरा ईश्वर नहीं है।
हमें जो राज्य मिला है, वह नहीं हिलाया जा सकता, इसलिए हम परमेश्वर को धन्यवाद देते रहें और उसकी इच्छानुसार भक्ति एवं श्रद्धा के साथ उसकी आराधना करते रहें,
परमेश्वर से कोई भी सृष्ट वस्तु छिपी नहीं है। उसकी आंखों के सामने सब कुछ खुला और अनावृत्त है। उसी को हमें लेखा देना पड़ेगा।
आप लोगों को परमेश्वर का जो झुण्ड सौंपा गया, उसका चरवाहा बनें, परमेश्वर की इच्छा के अनुसार उसकी देखभाल करें-लाचारी से नहीं, बल्कि स्वेच्छा से; घिनावने लाभ के लिए नहीं, बल्कि सेवाभाव से;
मैं उसकी सन्तति का संहार करूंगा और सब कलीसियाएँ यह जान जायेंगी कि मैं वह हूँ, जो मन और ह्रदय की थाह लेता है और मैं तुम में से हर एक को उसके कर्मों का फल दूँगा।
शमूएल ने लोगों से कहा, ‘मत डरो! यद्यपि तुमने यह दुष्कर्म किया है, तथापि तुम प्रभु का अनुसरण करना मत छोड़ना, उसके मार्ग से मत भटकना। अब तुम सम्पूर्ण हृदय से प्रभु की आराधना करना।
परन्तु प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘तू उसके बाहरी रूप-रंग और ऊंचे कद पर ध्यान मत दे। मैंने उसे अस्वीकार किया है। जिस दृष्टि से मनुष्य देखता है, उस दृष्टि से मैं नहीं देखता। मनुष्य व्यक्ति के बाहरी रूप-रंग को देखता है, पर मैं उसके हृदय को देखता हूँ।’