Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 8:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

21 जब प्रभु को अग्‍निबलि की सुखद सुगन्‍ध मिली तब उसने अपने हृदय में कहा, ‘अब मैं मनुष्‍य के कारण भूमि को कभी शाप न दूंगा। बचपन से ही मनुष्‍य के मन के विचार बुराई के लिए होते हैं। जैसा मैंने अभी किया है वैसा जीवित प्राणियों का पुन: विनाश न करूंगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

21 यहोवा इन बलियों की सुगन्ध पाकर खुश हुआ। यहोवा ने मन—ही—मन कहा, “मैं फिर कभी मनुष्य के कारण पृथ्वी को शाप नहीं दूँगा। मानव छोटी आयु से ही बुरी बातें सोचने लगता है। इसलिए जैसा मैंने अभी किया है इस तरह मैं अब कभी भी सारे प्राणियों को सजा नहीं दूँगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

21 इस पर यहोवा ने सुखदायक सुगन्ध पाकर सोचा, कि मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को शाप न दूंगा, यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्न होता है सो बुरा ही होता है; तौभी जैसा मैं ने सब जीवों को अब मारा है, वैसा उन को फिर कभी न मारूंगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

21 इस पर यहोवा ने सुखदायक सुगन्ध पाकर सोचा, “मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को शाप न दूँगा, यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्न होता है वह बुरा ही होता है; तौभी जैसा मैं ने सब जीवों को अब मारा है, वैसा उनको फिर कभी न मारूँगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

21 तब यहोवा ने मनमोहक सुगंध पाकर अपने मन में कहा, “मैं फिर कभी मनुष्य के कारण भूमि को शाप न दूँगा, यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्‍न होता है वह बुरा ही है। जैसा मैंने प्रत्येक प्राणी को अब नाश किया है, वैसा फिर कभी न करूँगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

21 और याहवेह बलिदान की सुगंध से प्रसन्‍न हुए और खुद से कहा, “अब मैं मनुष्य के कारण पृथ्वी को शाप नहीं दूंगा. यद्यपि मानव छोटी उम्र से ही बुरी बातें सोचता है; इसलिये जैसा मैंने अभी किया है इस तरह मैं अब कभी भी सारे प्राणियों को नाश नहीं करूंगा.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 8:21
50 क्रॉस रेफरेंस  

प्रभु परमेश्‍वर ने मनुष्‍य से कहा, ‘तूने अपनी पत्‍नी की बात सुनी, और उस पेड़ का फल खाया जिसके विषय में मैंने आज्ञा दी थी कि “उसका फल न खाना।” अतएव तेरे कारण भूमि शापित हुई। उसकी फसल खाने के लिए तुझे जीवनभर कठोर परिश्रम करना पड़ेगा।


जब तू भूमि पर खेती करेगा तब वह अपनी क्षमता के अनुसार तुझे उपज न देगी। तू पृथ्‍वी पर भगोड़ा होगा और यहां-वहां भटकता फिरेगा।’


उसने उसका नाम ‘नूह’ रखा, और कहा, ‘जिस भूमि को प्रभु ने शाप दिया है, उसमें कार्य करते समय हमारे कठोर परिश्रम में यह हमें आराम देगा।’


परमेश्‍वर ने नूह से कहा, ‘मैंने समस्‍त प्राणियों का अन्‍त करने का निश्‍चय किया है। उनके कारण पृथ्‍वी हिंसा से भर गई है। मैं पृथ्‍वी सहित उनको नष्‍ट करूंगा।


मैं आकाश के नीचे उन सब प्राणियों को, जिनमें जीवन का श्‍वास है, नष्‍ट करने के लिए पृथ्‍वी पर जल-प्रलय करूंगा। पृथ्‍वी के सब प्राणी मर जाएंगे।


प्रभु ने देखा कि पृथ्‍वी पर मनुष्‍य का दुराचार बढ़ गया है, और उसके मन के सारे विचार निरन्‍तर बुराई के लिए ही होते हैं।


प्रभु ने कहा, ‘मैं मनुष्‍य को पृथ्‍वी की सतह से मिटा दूंगा, जिसको मैंने रचा था। मैं मनुष्‍यों को, पशुओं को, रेंगनेवाले जन्‍तुओं और आकाश के पक्षियों को नष्‍ट करूंगा; क्‍योंकि मुझे इस बात का दु:ख है कि मैंने उन्‍हें बनाया।’


काश! अशुद्ध मनुष्‍यजाति में एक भी मनुष्‍य शुद्ध होता! पर नहीं, एक भी मनुष्‍य शुद्ध नहीं है।


मैं अधर्म में उत्‍पन्न हुआ था; और पाप में मेरी मां ने मुझे गर्भ में धारण किया था।


मां के पेट से ही दुर्जन भटक जाते हैं; झूठे व्यक्‍ति जन्‍म से ही पथ-भ्रष्‍ट होते हैं।


उनमें सर्प के विष जैसा विष है; वे बहरे नाग के समान हैं जो अपने कान बंद कर लेता है,


तत्‍पश्‍चात् सम्‍पूर्ण मेढ़े को वेदी पर जलाना। यह प्रभु के लिए अग्‍नि-बलि है। यह प्रभु के लिए सुखद सुगन्‍ध है, अग्‍नि में अर्पित बलि है।


इसके पश्‍चात् उन्‍हें उनके हाथों से लेकर अग्‍नि-बलि के अतिरिक्‍त सुखद सुगन्‍ध के रूप में प्रभु के सम्‍मुख जलाना। यह प्रभु के लिए अग्‍नि में अर्पित बलि है।


कौन यह दावा कर सकता है, कि मैंने अपना हृदय शुद्ध कर लिया है, मैं पाप से मुक्‍त होकर पवित्र हो गया हूँ?


निश्‍चय ही संसार में कोई ऐसा धार्मिक व्यक्‍ति नहीं है जो सदा भलाई ही करता है, और कभी पाप नहीं करता।


तू अपने अनेक टोने-टोटकों को, भारी-भारी तन्‍त्र-मन्‍त्र को, जिनका अभ्‍यास तू बचपन से कर रही है, अब उनको उपयोग में ला; सम्‍भवत: वे सफल हो जाएं, हो सकता है, तू उनसे आतंक फैला दे।


टोना-टोटका करनेवाले तेरे ये लोग ऐसे हैं, जिन्‍होंने तुझे थका दिया, जिनके साथ बचपन से तू टोना-टोटका करवाती आ रही है! वे अपना-अपना रास्‍ता नापेंगे, और तुझे बचानेवाला कोई न होगा।


निस्‍सन्‍देह, तूने इनके विषय में कभी सुना नहीं था, और न तुझे कुछ मालूम ही था। इससे पहले तेरे कान में यह बात पड़ी भी नहीं थी; क्‍योंकि मैं जानता था, कि तू निश्‍चय विश्‍वासघात करेगा। तू अपनी मां के गर्भ से ही विद्रोही कहलाता आया है।


हम-सब भटकी हुई भेड़ों के सदृश थे; प्रत्‍येक व्यक्‍ति अपने-अपने मार्ग पर चल रहा था। परन्‍तु प्रभु ने हमारे सब दुष्‍कर्मों का बोझ उस पर लाद दिया।


मैं-प्रभु यह कहता हूं : देखो, यह बात मेरे सामने लिखी हुई है: “मैं अधर्म को देखकर चुप नहीं रहूंगा; वरन् मैं उनको अधर्म का प्रतिफल दूंगा।” मैं उनके दुष्‍कर्मों का, उनके पूर्वजों के दुष्‍कर्मों का पूरा-पूरा बदला, निस्‍सन्‍देह उन्‍हें दूंगा। उन्‍होंने पहाड़ों पर धूप जलाया; पहाड़ियों पर मुझे निन्‍दात्‍मक शब्‍द कहे। अत: मैं गिन-गिनकर उनसे प्रतिशोध लूंगा।’


‘मनुष्‍य का हृदय छल-कपट से भरा होता है, निस्‍सन्‍देह वह सब से अधिक भ्रष्‍ट होता है। मनुष्‍य के हृदय को कौन समझ सकता है?


‘किन्‍तु वे कहते हैं: “यह बेकार की बात है। हम अपनी योजना के अनुसार चलेंगे, अपने हठी हृदय के अनुसार काम करेंगे, आचरण करेंगे।”


मैं ध्‍यान से उनकी बातें सुनता हूं, किन्‍तु वे उचित बात बोलते ही नहीं! एक भी आदमी अपने दुष्‍कर्म के लिए पश्‍चात्ताप नहीं करता; बल्‍कि वह कहता है, “मैंने किया ही क्‍या है?” जैसे घोड़ा युद्ध के मैदान में बिना समझे-बूझे अपनी नाक की सीध में दौड़ता है, वैसे ही यह जाति मनमाना आचरण कर रही है।


जब मैं राष्‍ट्रों के मध्‍य से तुम्‍हें निकाल कर लाऊंगा, जिन देशों में तुम बिखरे हुए हो, मैं वहां से तुम्‍हें एकत्र करूंगा, तब मैं तुम्‍हें सुगन्‍धित धूप-द्रव्‍य के रूप में ग्रहण करूंगा। मैं सब राष्‍ट्रों के सम्‍मुख स्‍वयं की पवित्रता प्रकट करूंगा, जिसके द्वारा तुम्‍हें ज्ञात होगा कि मैं पवित्र हूं।


पर वह पशु की अंतड़ियों और पैरों को जल से धोएगा। पुरोहित सम्‍पूर्ण बलि को चढ़ाएगा, और वेदी पर उसको जलाएगा। यह अग्‍नि-बलि प्रभु को अग्‍नि में अर्पित सुखद सुगन्‍ध है।


वह उसको पंखों के बीच से फाड़ेगा; पर वह उसे पूरा अलग-अलग नहीं करेगा। तब पुरोहित उसको वेदी की अग्‍नि की लकड़ी पर रखकर जलाएगा। यह अग्‍नि-बलि प्रभु को अग्‍नि में अर्पित सुखद सुगन्‍ध है।


पर वह पशु की अंतड़ियों और पैरों को जल से धोएगा। पुरोहित अग्‍नि-बलि के लिए, प्रभु को अग्‍नि में अर्पित सुखद सुगन्‍ध के रूप में, सम्‍पूर्ण बलि को वेदी पर जलाएगा।


मैं तुम्‍हारे नगर उजाड़ दूंगा, तुम्‍हारे पवित्र-स्‍थानों को निर्जन बना दूंगा। मैं तुम्‍हारी बलि की सुखद सुगन्‍ध नहीं सूंघूंगा।


जैसे सहभागिता-बलि के पशु की चर्बी निकाली जाती है, वैसे ही वह उसकी सब चर्बी निकालेगा। पुरोहित प्रभु के लिए सुखद सुगन्‍ध के हेतु चर्बी को वेदी पर जलाएगा। पुरोहित उस व्यक्‍ति के लिए प्रायश्‍चित करेगा और उसे क्षमा प्राप्‍त होगी।


तत्‍पश्‍चात् मूसा ने उनको उनके हाथ से लिया और अग्‍नि-बलि के साथ वेदी पर जला दिया। यह अभिषेक-बलि, प्रभु को अग्‍नि में अर्पित सुखद सुगन्‍ध थी।


तब मुझ-प्रभु के लिए, मन्नत में अथवा स्‍वेच्‍छा से या निर्धारित पर्वों पर, प्रभु को अग्‍नि में अर्पित सुखद सुगन्‍ध के लिए अपने भेड़-बकरी, गाय-बैल में से कोई पशु अग्‍नि में चढ़ाना। तुम उसे अग्‍नि-बलि अथवा अन्‍य प्रकार की पशु-बलि में चढ़ाना।


क्‍योंकि बुरे विचार, हत्‍या, परस्‍त्री-गमन, व्‍यभिचार, चोरी, झूठी गवाही और निन्‍दा − ये सब मन से निकलते हैं।


जो शरीर से उत्‍पन्न होता है, वह शरीर है और जो आत्‍मा से उत्‍पन्न होता है, वह आत्‍मा है।


क्‍योंकि उन्‍होंने परमेश्‍वर को जानते हुए भी उसे परमेश्‍वर के रूप में समुचित आदर और धन्‍यवाद नहीं दिया। उनका समस्‍त चिन्‍तन व्‍यर्थ चला गया और उनका विवेकहीन मन अन्‍धकारमय हो गया।


क्‍योंकि सब ने पाप किया और सब परमेश्‍वर की महिमा से वंचित हो गए हैं।


क्‍योंकि लोग चाहे मुक्‍ति प्राप्‍त कर रहे हैं या विनष्‍ट हो रहे हैं, हम उनके बीच परमेश्‍वर के लिए मसीह की मधुर सुगन्‍ध हैं।


आप प्रेम के मार्ग पर चलें, जिस तरह मसीह ने हम लोगों से प्रेम किया और सुगन्‍धित भेंट तथा बलि के रूप में परमेश्‍वर के प्रति अपने को हमारे लिए अर्पित कर दिया।


अब मुझे पूर्ण राशि प्राप्‍त हो गई है; मैं सम्‍पन्न हूँ। इपफ्रोदितुस से आपकी भेजी हुई वस्‍तुएँ पा कर मैं समृद्ध हो गया हूँ। आप लोगों की यह भेंट एक मधुर सुगन्‍ध है, एक सुग्राह्य बलि है, जो परमेश्‍वर को प्रिय है।


हम जानते हैं कि हम परमेश्‍वर के हैं, जब कि समस्‍त संसार उस दुष्‍ट के वश में है।


अब, महाराज, मेरे स्‍वामी, अपने सेवक की यह बात ध्‍यान से सुनें : यदि प्रभु ने आपको मेरे विरुद्ध उकसाया है, तो प्रभु एक भेंट स्‍वीकार करे। परन्‍तु यदि उकसाने वाले मनुष्‍य हैं, तो वे प्रभु के सम्‍मुख अभिशप्‍त हों! उन्‍होंने मुझे आज निकाल दिया है जिससे मैं प्रभु की पैतृक-सम्‍पत्ति का हिस्‍सेदार न बनूं। उन्‍होंने मुझसे कहा, “जा, अन्‍य देशों के देवताओं की पूजा-आराधना कर!”


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों