तेरे पिता के आशीर्वाद, चिरस्थायी पर्वतों के आशीर्वादों की अपेक्षा, सनातन पहाड़ियों के वरदानों से अधिक महान हो गए हैं। वे यूसुफ के सिर पर ठहरें, उसके ललाट पर ठहरें, जो अपने भाइयों से बिछुड़ गया था।
हबक्कूक 3:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह रुका, उसने पृथ्वी को नापा। उसने देखा, राष्ट्र हिल गए। युग-युग से खड़े पहाड़ बिखर गए। शाश्वत पहाड़ियाँ डूब गईं। उसकी गति आदि काल से एक-सी है। पवित्र बाइबल यहोवा खड़ा हुआ और उसने धरती को कँपा दिया। उसने अन्य जातियों के लोगों पर तीखी दृष्टि डाली और वे भय से काँप उठे। जो पर्वत अनन्त काल से अचल खड़े थे, वे पर्वत टूट—टूट कर गिरे और चकनाचूर हो गये। पुराने, अति प्राचीन पहाड़ ढह गये थे। परमेश्वर सदा से ही ऐसा रहा है! Hindi Holy Bible वह खड़ा हो कर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाडिय़ां झुक गईं उसकी गति अनन्त काल से एक सी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह खड़ा होकर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाड़ियाँ झुक गईं। उसकी गति अनन्त काल से एक सी है। सरल हिन्दी बाइबल खड़े होकर उन्होंने पृथ्वी को हिला दिया; उन्होंने देखा, और जाति-जाति के लोग कांप उठे. पुराने पर्वत टुकड़े-टुकड़े होकर गिर गये और पुरानी पहाड़ियां ढह गईं, पर वे हमेशा से ही आगे बढ़ते रहते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह खड़ा होकर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति-जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाड़ियाँ झुक गईं उसकी गति अनन्तकाल से एक सी है। |
तेरे पिता के आशीर्वाद, चिरस्थायी पर्वतों के आशीर्वादों की अपेक्षा, सनातन पहाड़ियों के वरदानों से अधिक महान हो गए हैं। वे यूसुफ के सिर पर ठहरें, उसके ललाट पर ठहरें, जो अपने भाइयों से बिछुड़ गया था।
क्या दुर्जन पवन में उड़ाए गए भूसे के समान होते हैं? या बवण्डर में उड़ाई हुई भूसी के सदृश?
वह पहाड़ों को उनके स्थानों से हटा देता है, और लोगों को इस बात का पता भी नहीं चलता! वह क्रोध में पहाड़ों को उलट-पुलट देता है।
किन्तु प्रभु की करुणा उसके भक्तों पर युग- युगान्त तक, और उसकी धार्मिकता उनके पुत्र-पुत्रियों, पौत्र-पात्रियों पर बनी रहती है,
वह पृथ्वी पर दृष्टिपात करता है, और वह कांप उठती है; वह पर्वतों को स्पर्श करता है, और वे धुआं उगलने लगते हैं।
ओ शिखरोंवाले पर्वत, ईष्र्या से उस पर्वत को क्यों देखते हो, जिस पर बसने की परमेश्वर ने इच्छा की है? निस्सन्देह प्रभु वहां युग-युगान्त निवास करेगा।
पर्वतों के उत्पन्न होने के पहिले, तेरे द्वारा संसार की सृष्टि होने के पूर्व, युग-युगान्त से तू ही परमेश्वर है।
प्रभु की उपस्थिति से, समस्त पृथ्वी के स्वामी की उपस्थिति से पर्वत मोम सदृश पिघल जाते हैं।
विजातियाँ यह सुनकर कांप उठीं, पलिश्ती देश के निवासियों को प्रसव- पीड़ा के सदृश पीड़ा होने लगी।
एदोम कबीले के मुखिया आतंकित हो गए, मोआब कबीले के नेताओं पर कम्पन छा गया, समस्त कनान-निवासी डर से पिघल गए।
‘हे प्रभु, तू अपने उस पर्वत पर, अपने उस स्थान पर, जिसे तूने अपने निवास-स्थान के लिए बनाया है, उन्हें पहुँचाएगा। हे प्रभु, अपने पवित्र स्थान पर, जिसे तेरे हाथों ने स्थापित किया है, तू उन्हें रोपेगा।
सीनय पर्वत धुएं से आच्छादित था, क्योंकि प्रभु अग्नि में उस पर उतरा था। सहसा भट्ठे के धुएँ के सदृश उसका धुआँ ऊपर उठा और सारा पहाड़ बहुत कांपने लगा।
यदि बैल किसी मनुष्य के पुत्र अथवा पुत्री को सींग से मार डालता है, तो इसी न्याय-सिद्धान्त के अनुसार उससे व्यवहार किया जाएगा।
अपनी आंखें आकाश की ओर उठाओ, पृथ्वी पर दृष्टि डालो। धुएँ के समान आकाश लुप्त हो जाएगा, पृथ्वी वस्त्र के सदृश जीर्ण-शीर्ण हो जाएगी; उस पर निवास करनेवाले कीड़े-मकोड़ों के समान नष्ट हो जाएंगे, किन्तु मेरा उद्धार सदा विद्यमान रहेगा मेरे मुक्ति-कार्य का कभी अन्त न होगा।
क्योंकि घुन उन्हें कपड़ों की तरह खा लेगा; कीड़ा उन्हें ऊन के सदृश चाट जाएगा। पर मेरा मुक्ति-कार्य सदा विद्यमान रहेगा; मैं पीढ़ी से पीढ़ी मनुष्यों का उद्धार करता रहूंगा।
तब अनेक राष्ट्रों से घिरे हुए, अनेक देशों से घिरे हुए शेष याकूब-वंशीय जंगल में जानवरों के राजा सिंह के समान होंगे, भेड़-बकरियों के मध्य जवान सिंह होंगे जो जहां-जहां जाता है, वहां-वहां तहलका मचाता है। वह हर पशु को चीर-फाड़ देता है। उसके हाथ से बचाने वाला कोई नहीं होता।
प्रभु के सम्मुख पहाड़ कांपते हैं, पहाड़ियाँ हिलने लगती हैं। उसकी उपस्थिति से, पृथ्वी और उस पर रहनेवाले प्राणी, उजड़ जाते हैं।
‘हे प्रभु, मेरे परमेश्वर, मेरे पवित्र परमेश्वर, तू अनादि है। इस कारण हम नहीं मरेंगे। हे प्रभु, तूने न्याय के लिए कसदी राष्ट्र को नियुक्त किया है। हे हमारी चट्टान, तूने हमें ताड़ित करने के लिए उसे निश्चित किया है।
पहाड़ों ने तुझे देखा, वे कांप उठे। जल-प्रलय की धाराएँ फूट पड़ीं। अथाह सागर चिल्ला पड़ा, उसने अपने हाथ ऊपर उठा लिए।
उसने एक ही मूल से समस्त मनुष्यजाति को उत्पन्न किया है कि वह सारी पृथ्वी पर बस जाए। उसने मनुष्यों के नियत समयों और निवास के सीमा-क्षेत्रों को निर्धारित किया है
जब सर्वोच्च परमेश्वर ने राष्ट्रों को उनका पैतृक-अधिकार बांटा, मानव-समूहों को अलग-अलग किया, तब उसने ईश-पुत्रों की संख्या के अनुसार विभिन्न जातियों की राज्य-सीमाएं निश्चित कर दीं।
यहोशुअ ने इन राजाओं और राज्यों को एक ही युद्ध अभियान के दौरान अपने अधिकार में किया था; क्योंकि इस्राएलियों के प्रभु परमेश्वर ने उनकी ओर से युद्ध किया था।
इस्राएल के प्रभु परमेश्वर के सम्मुख, सीनय पर्वत के प्रभु के सामने, पर्वत कंपित हो गए!