उसने प्रभु के भवन में अनेक वेदियों का निर्माण किया, जबकि अपने भवन के विषय में प्रभु ने यह कहा था, “मैं यरूशलेम में अपने नाम की प्रतिष्ठा करूंगा।”
यहेजकेल 5:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘मैं, स्वामी-प्रभु अपनी सौगन्ध खाकर कहता हूँ: तूने मेरे पवित्र स्थान को अपनी घृणित मूर्तियों और घिनौने कामों से अपवित्र कर दिया है, इसलिए मैं तेरी बोटी-बोटी कर दूंगा। मैं तुझ पर दया-दृष्टि नहीं करूंगा, और न मेरी आंखों से बचकर कोई भाग सकेगा। पवित्र बाइबल मेरे स्वामी यहोवा कहता है, “यरूशलेम, मैं अपने जीवन की शपथ खाकर कहता हूँ कि मैं तुम्हें दण्ड दूँगा! मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं तुम्हें दण्ड दूँगा। क्यों क्योंकि तुमने मेरे ‘पवित्र स्थान’ के विरुद्ध भयंकर पाप किया! तुमने वे भयानक काम किये जिन्होंने इसे गन्दा बना दिया! मैं तुम्हें दण्ड दूँगा। मैं तुम पर दया नहीं करुँगा! मैं तुम्हारे लिए दुःख का अनुभव नहीं करुँगा! Hindi Holy Bible और तेरे सब बचे हुओं को चारों ओर तितर-बितर करूंगा। इसलिये प्रभु यहोवा की यह वाणी है, कि मेरे जीवन की सौगन्ध, इसलिये कि तू ने मेरे पवित्रस्थान को अपनी सारी घिनौनी मूरतों और सारे घिनौने कामों से अशुद्ध किया है, मैं तुझे घटाऊंगा, और तुझ पर दया की दृष्टि न करूंगा, और तुझ पर कुछ भी कोमलता न करूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और तेरे सब बचे हुओं को चारों ओर तितर बितर करूँगा। इसलिये प्रभु यहोवा की यह वाणी है, कि मेरे जीवन की सौगन्ध, इसलिये कि तू ने मेरे पवित्रस्थान को अपनी सारी घिनौनी मूरतों और सारे घिनौने कामों से अशुद्ध किया है, मैं तुझे घटाऊँगा, और तुझ पर दया की दृष्टि न करूँगा, और तुझ पर कुछ भी कोमलता न करूँगा। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये परम प्रधान याहवेह घोषणा करते हैं, ‘मैं अपने जीवन की शपथ खाकर कहता हूं, क्योंकि तुमने अपने सब निकम्मे मूर्तियों और घृणास्पद कार्यों के द्वारा मेरे पवित्र स्थान को अशुद्ध किया है, मैं स्वयं तुम्हें छील डालूंगा; मैं तुम पर दया नहीं करूंगा या तुम्हें नहीं बचाऊंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और तेरे सब बचे हुओं को चारों ओर तितर-बितर करूँगा। इसलिए प्रभु यहोवा की यह वाणी है, कि मेरे जीवन की सौगन्ध, इसलिए कि तूने मेरे पवित्रस्थान को अपनी सारी घिनौनी मूरतों और सारे घिनौने कामों से अशुद्ध किया है, मैं तुझे घटाऊँगा, और तुझ पर दया की दृष्टि न करूँगा, और तुझ पर कुछ भी कोमलता न करूँगा। |
उसने प्रभु के भवन में अनेक वेदियों का निर्माण किया, जबकि अपने भवन के विषय में प्रभु ने यह कहा था, “मैं यरूशलेम में अपने नाम की प्रतिष्ठा करूंगा।”
मनश्शे ने अशेराह देवी की मूर्ति बनाई और उसको प्रभु के भवन में प्रतिष्ठित किया। अपने भवन के विषय में प्रभु ने दाऊद और उसके पुत्र सुलेमान से यह कहा था, ‘मैंने इस्राएल के समस्त कुलों के भूमि-क्षेत्रों में से यरूशलेम नगर को और इस भवन को चुना है। मैं यहां सदा-सर्वदा के लिए अपने नाम की प्रतिष्ठा करूंगा।
यहूदा के राजाओं ने आहाज के राजभवन के उपरले कक्ष की छत पर वेदियां बनाई थीं। मनश्शे ने भी प्रभु-भवन के दो आंगनों में वेदियां निर्मित की थीं। राजा योशियाह ने उनको तोड़ा, उनकी बुकनी बनाई, और बुकनी को किद्रोन घाटी में फेंक दिया।
उसने प्रभु के भवन में अनेक वेदियों का निर्माण किया, जब कि अपने भवन के विषय में प्रभु ने यह कहा था, ‘मैं यरूशलेम में सदा-सर्वदा के लिए अपना नाम प्रतिष्ठित करूँगा।’
मनश्शे ने एक मूर्ति बनाई, और उस को परमेश्वर के भवन में प्रतिष्ठित किया। अपने भवन के विषय में परमेश्वर ने दाऊद और उसके पुत्र सुलेमान से यह कहा था, ‘मैंने इस्राएल के समस्त कुल-क्षेत्रों में से यरूशलेम नगर को और इस भवन को चुना है। मैं यहाँ सदा-सर्वदा के लिए अपने नाम की प्रतिष्ठा करूँगा।
यहाँ तक कि प्रमुख पुरोहित और जनता के प्रतिष्ठित लोग भी विभिन्न जातियों की घृणित प्रथाओं को मानने लगे थे, और यों प्रभु के प्रति बहुत विश्वासघात करते थे। प्रभु परमेश्वर ने अपनी उपस्थिति से यरूशलेम में अपने भवन को पवित्र किया था, किन्तु उन्होंने उसको अपवित्र कर दिया।
‘यों परमेश्वर निर्दयता से उस पर विपत्तियाँ ढाहता है; दुर्जन उसके हाथ की पहुँच से वेगपूर्वक भागता है।
प्रभु, मुझे दण्ड देकर सुधार, पर उतना दण्ड दे, जितना न्याय के अनुसार उचित है। मुझे क्रोध में दण्ड मत दे, अन्यथा मेरा नाम-निशान मिट जाएगा।
अत: उनके अधर्म और पाप का दो गुना दण्ड मैं उनको सौंप दूंगा। उन्होंने अपने देवी-देवताओं की घृणित लोथों से मेरे देश को भ्रष्ट कर दिया है। उन्होंने मेरे निजी भूमि-क्षेत्र को घृण्य मूर्तियों से भर दिया है।’
‘जो मन्दिर मेरे नाम से प्रसिद्ध है, उसमें उन्होंने घृणास्पद वस्तु को प्रतिष्ठित किया, और यों उसको अपवित्र कर दिया।
फिर भी मैं अपने प्रेम के कारण बार-बार अपने सेवक नबियों को भेजता रहा, और उनके माध्यम से कहता रहा, ‘ओह, यह घृणित कार्य मत करो, मैं इस पूजा-पाठ से घृणा करता हूं।’
जो प्रभु ने निश्चय किया था, उसने उसको पूरा किया, उसने अपनी धमकी पूरी की। जैसा उसने बहुत पहले आदेश दिया था, उस वचन के अनुसार उसने कार्य किया। उसने निर्दयतापूर्वक नगर का विध्वन्स कर दिया। ओ यरूशलेम! उसने तेरे शत्रुओं को तुझ पर हंसने और आनन्द मनाने का अवसर प्रदान किया; तेरे बैरियों की शक्ति को बढ़ाया।
‘सड़कों की धूल में वृद्धों और बच्चों के शव पड़े हैं। मेरे युवक और युवतियाँ तलवार से मौत के घाट उतार दिए गए। प्रभु, तूने अपने प्रकोप-दिवस पर उनका वध कर दिया; तूने निर्दयतापूर्वक उनको मार डाला।
‘जब वे अपने देश में आएंगे, तब वहां से समस्त घृणित मूर्तियों को हटा देंगे और अपने सब घृणित कार्यों को छोड़ देंगे।
लेकिन जिन लोगों का हृदय अपनी घृणित मूर्तियों पर लगा रहेगा, जो लोग अपने घृणित कार्य करते रहेंगे, उनके दुष्कर्मों का प्रतिफल मैं उनके सिर पर डालूंगा। स्वामी-प्रभु यह कहता है।’
मैं स्वामी-प्रभु यह कहता हूँ : ओ ओहोलीबा, तू जिन से घृणा करती है, उन्हीं के हाथ में मैं तुझको सौंप दूंगा। जिन लोगों से तू ऊब कर विमुख हो गई थी, उन्हीं के अधिकार में मैं तुझ को कर दूंगा।
इतना ही नहीं, उन्होंने मेरे साथ यह व्यवहार किया: उन्होंने अपने पूजा-दिवस पर मेरे पवित्र स्थान को अशुद्ध किया, और मेरे पवित्र विश्राम-दिवस को अपवित्र।
जिस दिन उन्होंने अपने देवताओं की मूर्तियों के सामने अपने पुत्रों की बलि चढ़ाई, उसी दिन वे मेरे पवित्र स्थान में आईं, और उसको अशुद्ध कर दिया। ओ मानव-पुत्र, देख, उन्होंने मेरे भवन के भीतर क्या किया है।
देख, मैं-प्रभु ने यह कहा है, और यह अवश्य पुरा होगा। मैं अपने निश्चय को नहीं बदलूंगा। मैं तुझ पर तरस खा कर तुझे जीवित नहीं छोड़ूंगा, और न ही अपने निश्चय के लिए मैं पछताऊंगा। ओ यरूशलेम नगरी, तेरे आचरण और व्यवहार के अनुरूप मैं तेरा न्याय करूंगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
उनका राज्य सब राज्यों में सबसे छोटा राज्य होगा। वह अन्य राष्ट्रों के सामने अपना सिर न उठा सकेगा। मैं मिस्री जाति की जन-संख्या इतनी कम कर दूंगा कि वे अन्य राष्ट्रों पर फिर कभी शासन न कर सकेंगे।
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”
वे अपने घर की ड्योढ़ी मेरे गृह की ड्योढ़ी से, और अपने द्वार के खम्भे मेरे द्वार के खम्भों से लगा कर बनाते थे। मेरे गृह और उनके घर के मध्य केवल दीवार थी। उन्होंने अत्यन्त घृणित कार्य किए थे, और इन घृणित कार्यों से मेरे पवित्र नाम को अपवित्र कर दिया था। अत: मैंने अपने क्रोध में उनको पूर्णत: नष्ट कर दिया था।
तुमने अन्य जाति के लोगों को, जो मन और शरीर दोनों से बेख़तना थे, मेरे भवन में प्रवेश करने दिया था, जिससे वे मेरे पवित्र स्थान में उपस्थित हुए। इस प्रकार, जब तुम मुझे मेरा भोजन, बलि-पशु की चर्बी और रक्त चढ़ाते थे, तब तुम मेरे भवन को अशुद्ध कर देते थे। इन घृणित कार्यों को करके तुमने मेरे विधान का उल्लंघन किया है।
इसलिए मैं, स्वामी-प्रभु यों कहता हूँ : तुमने मेरे प्रति अपने चारों ओर के राष्ट्रों से अधिक बलवा किया, और मेरी संविधियों का पालन नहीं किया, तुमने मेरे न्याय-सिद्धान्तों के अनुसार आचरण नहीं किया; किन्तु तुमने अपने आसपास के राष्ट्रों के न्याय-सिद्धान्त अपनाए, और उनको व्यवहार में लाए।
झूठी शान-शौकत के लिए वे इसी सोना-चांदी से आभूषण बनाते थे। सोना-चांदी से ही उन्होंने घृणित मूर्तियां और अन्य घृणित वस्तुएं बनाई थीं। इसलिए मैं इस सोना-चांदी को अशुद्ध वस्तु बना दूंगा, और वे इसको अपने पास से दूर कर देंगे।
मैं तुझ पर दया की दृष्टि नहीं करूंगा और न तू मेरी आंखों से बच कर भागने पाएगा। ओ इस्राएल, जब तक तेरे मध्य में घृणित पाप-कर्म होते रहेंगे, मैं तेरे आचरण के अनुरूप तुझे दण्ड दूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।’
मैं तुझ पर दयादृष्टि नहीं करूंगा, और न तू मेरी आंखों से बचकर भाग सकेगा। ओ इस्राएल, जब तक तेरे मध्य में घृणित पापकर्म होते रहेंगे, मैं तेरे आचरण के अनुरूप तुझे दण्ड दूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि वध करने वाला प्रभु मैं ही हूं।
इसके बाद वह मुझे प्रभु-भवन के भीतरी आंगन में ले गया। वहां मैंने लगभग पच्चीस आदमी देखे, जो प्रभु-भवन के प्रवेश-द्वार के सामने, ड्योढ़ी और वेदी के बीच में खड़े थे। उनकी पीठ प्रभु के मन्दिर की ओर थी, और मुख पूर्व की ओर। वे पूर्व दिशा में सूर्य की पूजा कर रहे थे।
अत: मैं उनसे क्रोधपूर्ण व्यवहार करूंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। मेरी आंखों से छिप कर वे भाग नहीं सकेंगे। वे ऊंचे स्वर से मुझे पुकारेंगे तो भी मैं उनकी दुहाई नहीं सुनूंगा।’
किन्तु मैं उनके कामों का प्रतिफल उनके माथे पर ही लौटाऊंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। एक भी व्यक्ति मेरी आंखों से बच कर भाग नहीं सकेगा।’
मैंने सुना, प्रभु ने जल्लादों से यह कहा, ‘और तुम इसके पीछे-पीछे नगर में जाओ, और घृणित कार्य करनेवालों का वध करो। तुम उन पर दयादृष्टि मत करना। एक भी व्यक्ति तुम्हारी आंखों से बचकर भागने न पाए:
‘इस प्रकार तुम इस्राएली समाज को उनकी अशुद्धता से अलग रखना; ऐसा न हो कि वे मेरे निवास-स्थान को, जो उनके मध्य में है, अशुद्ध करें और अपनी अशुद्धता के कारण मर जाएं।’
प्रभु ने याकूब के अहं की शपथ खाई है: ‘मैं निस्सन्देह तुम्हारे किसी काम को कभी न भूलूंगा।’
प्रभु यों कहता है, मैं इस देश के निवासियों पर फिर दया नहीं करूंगा। मैं इनमें से प्रत्येक का पतन उसके ही चरवाहे के हाथ से कराऊंगा, उसके राजा के हाथ से ही कराऊंगा। वे इस देश को नष्ट करेंगे, पर मैं उनमें से किसी को भी उनके हाथ से मुक्त नहीं करूँगा।’
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘जिस दिन मैं कार्रवाई करूँगा उस दिन ये मेरे निज लोग बनेंगे, मेरी मीरास बनेंगे। जैसे पिता सेवा करनेवाले अपने पुत्र को छोड़ देता है, और उसे दण्ड नहीं देता, वैसे ही मैं उन्हें छोड़ दूंगा।
जब यहूदियों के अपराध तथा उनकी अपूर्णता से समस्त गैर-यहूदी संसार की समृद्धि हो गयी है, तो उनकी परिपूर्णता से क्या कुछ नहीं होगा!
उसने अपने निजी पुत्र को भी नहीं बचाया, उसने हम सब के लिए उसे समर्पित कर दिया। तो, इतना देने के बाद, क्या वह हमें अपने पुत्र के साथ सब कुछ नहीं देगा?
प्रभु उसको क्षमा करने को तैयार भी नहीं होगा, वरन् प्रभु का क्रोध और उसकी ईष्र्या-भावना उस व्यक्ति के प्रति भड़क उठेगी। इस पुस्तक में लिखित समस्त अभिशाप उस पर पड़ेंगे और प्रभु आकाश के नीचे से उसका नाम मिटा डालेगा।
परमेश्वर ने जब अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी, तो उसने अपने नाम की शपथ खायी; क्योंकि उस से बड़ा कोई नहीं था, जिसका नाम ले कर वह शपथ खाये।