वे घृणित मूर्तियों की पूजा कर स्वयं को अशुद्ध नहीं करेंगे, और न ही मेरी आज्ञाओं का उल्लंघन कर किसी पाप से स्वयं को अपवित्र करेंगे। उन्होंने अपना धर्म त्याग दिया था और यों पाप किया था। मैं उनको धर्म-त्याग के पाप से छुड़ाऊंगा, और उनको शुद्ध करूंगा। तब वे मेरे निज लोग होंगे, और मैं उनका परमेश्वर होऊंगा।
‘मैं, स्वामी-प्रभु अपनी सौगन्ध खाकर कहता हूँ: तूने मेरे पवित्र स्थान को अपनी घृणित मूर्तियों और घिनौने कामों से अपवित्र कर दिया है, इसलिए मैं तेरी बोटी-बोटी कर दूंगा। मैं तुझ पर दया-दृष्टि नहीं करूंगा, और न मेरी आंखों से बचकर कोई भाग सकेगा।
झूठी शान-शौकत के लिए वे इसी सोना-चांदी से आभूषण बनाते थे। सोना-चांदी से ही उन्होंने घृणित मूर्तियां और अन्य घृणित वस्तुएं बनाई थीं। इसलिए मैं इस सोना-चांदी को अशुद्ध वस्तु बना दूंगा, और वे इसको अपने पास से दूर कर देंगे।
ओ एफ्रइम, अब तेरा मूर्तियों के साथ क्या सम्बन्ध? मैं ही तेरी प्रार्थनाओं का उत्तर तुझे देता हूं, मैं ही तेरी देखभाल करता हूं। मैं सदा-बहार सनोवर वृक्ष के समान हूं; तू मुझ से ही फल पाता है।’
लेकिन जिन लोगों का हृदय अपनी घृणित मूर्तियों पर लगा रहेगा, जो लोग अपने घृणित कार्य करते रहेंगे, उनके दुष्कर्मों का प्रतिफल मैं उनके सिर पर डालूंगा। स्वामी-प्रभु यह कहता है।’
अत: उनके अधर्म और पाप का दो गुना दण्ड मैं उनको सौंप दूंगा। उन्होंने अपने देवी-देवताओं की घृणित लोथों से मेरे देश को भ्रष्ट कर दिया है। उन्होंने मेरे निजी भूमि-क्षेत्र को घृण्य मूर्तियों से भर दिया है।’
मैं उनको दण्ड दूंगा जिससे इस्राएली कुल मेरा अनुसरण करना न छोड़े, और मेरे पास से दूर न हो, और न अनेक प्रकार के अपराध कर स्वयं को अशुद्ध करे। तब वे मेरे निज लोग होंगे, और मैं उनका परमेश्वर हूंगा,’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
जो मनुष्य बुद्धिमान है, वह इन बातों को समझे। जो व्यक्ति समझदार है, वह इन बातों को जाने : कि प्रभु का मार्ग सीधा है, और धार्मिक जन उस पर चलते हैं। पर अपराधी लड़खड़ाकर गिरते हैं।