यूसुफ ने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, ‘देखिए, मेरे स्वामी घर के सम्बन्ध में कुछ भी नहीं जानते हैं। जो कुछ उनके पास है, उन्होंने उसे मेरे ही हाथ में सौंप दिया है।
नीतिवचन 6:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि पिता की आज्ञा मार्ग का दीपक है, और मां की शिक्षा जीवन की ज्योति है! अनुशासन के लिए दी जानेवाली चेतावनियां जीवन का मार्ग हैं। पवित्र बाइबल क्योंकि ये आज्ञाएँ दीपक हैं और यह शिक्षा एक ज्योति है। अनुशासन के सुधार तो जीवन का मार्ग है। Hindi Holy Bible आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और सिखाने वाले की डांट जीवन का मार्ग है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और सिखानेवाले की डाँट जीवन का मार्ग है, नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि आज्ञा तो दीपक, और शिक्षा ज्योति है, तथा अनुशासन के लिए ताड़ना जीवन का मार्ग है। सरल हिन्दी बाइबल आदेश दीपक एवं शिक्षा प्रकाश है, तथा ताड़ना सहित अनुशासन जीवन का मार्ग हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और अनुशासन के लिए दी जानेवाली डाँट जीवन का मार्ग है, |
यूसुफ ने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, ‘देखिए, मेरे स्वामी घर के सम्बन्ध में कुछ भी नहीं जानते हैं। जो कुछ उनके पास है, उन्होंने उसे मेरे ही हाथ में सौंप दिया है।
यदि धार्मिक व्यक्ति करुणा से मुझे मारे, तो यह उसकी करुणा है; यदि वह मुझे ताड़ित करें, तो यह मेरे सिर का अभ्यंजन है; और मैं अपने सिर को नहीं हटाऊंगा। पर दुर्जनों के दुष्कर्मों के विरुद्ध मैं निरन्तर प्रार्थना करता रहूंगा।
प्रभु के आदेश न्याय-संगत हैं, हृदय को हर्षाने वाले; प्रभु की आज्ञा निर्मल है, आंखों को आलोकित करने वाली;
जो मनुष्य शिक्षा की बातों पर ध्यान देता है, वह जीवन के मार्ग पर चलता है; पर जो व्यक्ति चेतावनी की उपेक्षा करता है; वह जीवन के मार्ग से भटक जाता है।
बुद्धिमान का मार्ग उसको जीवन की ओर, ऊध्र्व लोक में ले जाता है, और वह अधोलोक में जाने से बच जाता है।
जो मनुष्य हितपूर्ण चेतावनियों पर ध्यान देता है, वह बुद्धिमानों के सत्संग में स्थान पाता है।
छड़ी की मार और डांट-डपट से मनुष्य को ज्ञान प्राप्त होता है; परन्तु जिस बच्चे को माता-पिता हाथ नहीं लगाते, वह उनके कलंक का कारण बनता है।
जो मनुष्य उसको थामे रहते हैं, उनके लिए वह जीवन का वृक्ष है। उसको कसकर पकड़े रहनेवाले लोग निस्सन्देह सुखी हैं।
मेरे पिता ने मुझे शिक्षा दी; उसने मुझसे यह कहा: ‘मेरे शब्दों पर तेरा हृदय लगा रहे; मेरी आज्ञाओं का पालन कर तो तू सदा जीवित रहेगा।
तब मैंने मृत्यु से अधिक कड़ा सत्य प्राप्त किया : अर्थात् वह स्त्री, जिसका हृदय फन्दा है, जिसका मन जाल है, जिसके हाथ जंजीर हैं। केवल वही पुरुष उससे बच सकता है, जिससे परमेश्वर प्रसन्न रहता है, अन्यथा पापी पुरुष उसका शिकार हो जाता है।
प्रभु की शिक्षा और उसकी साक्षी की ओर लौटो! यदि तुम उन लोगों के कथन के अनुसार आचरण करोगे, तो तुम्हारे लिए ज्ञान की पौ न फटेगी।
‘यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता से कहना: “प्रभु यों कहता है: देख, मैंने तुम्हारे सम्मुख एक ओर जीवन का मार्ग और दूसरी ओर मृत्यु का मार्ग रखा है।
वहां मैंने उनको अपनी संविधियां प्रदान कीं। मैं उनको अपने न्याय-सिद्धान्त बताए, जिनके अनुसार आचरण करने पर मनुष्य जीवित रहता है।
‘तुम अपने भाइयों अथवा बहिनों से हृदय में घृणा मत करना। तुम अपने देश-भाई अथवा बहिन को अवश्य समझाना। ऐसा न हो कि उसके कारण तुम्हें पाप का भार वहन करना पड़े।
इस घटना द्वारा नबियों की वाणी हमारे लिए और भी विश्वसनीय सिद्ध हुई। इस पर ध्यान देने में आप लोगों का कल्याण है, क्योंकि जब तक पौ नहीं फटती और आपके हृदय में प्रभात का तारा उदित नहीं होता, तब तक नबियों की वाणी अंधेरे में चमकते हुए दीपक के सदृश है।
इस पर विचार करो कि तुम कितने ऊंचे स्थान से गिर गये हो। पश्चात्ताप करो और पहले-जैसा आचरण करो। पश्चात्ताप नहीं करोगे, तो मैं तुम्हारे पास आ कर तुम्हारा दीपाधार उसके स्थान पर से हटा दूँगा।