भजन संहिता 4:6 - नवीन हिंदी बाइबल बहुत से हैं जो कहते हैं, “कौन हमें भलाई दिखाएगा?” हे यहोवा, तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका! पवित्र बाइबल बहुत से लोग कहते हैं, “परमेश्वर की नेकी हमें कौन दिखायेगा? हे यहोवा, अपने प्रकाशमान मुख का प्रकाश मुझ पर चमका।” Hindi Holy Bible बहुत से हैं जो कहते हैं, कि कौन हम को कुछ भलाई दिखाएगा? हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका! पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अनेक मनुष्य यह कहते हैं, “काश! हम भलाई को देख पाते। प्रभु, अपने मुख की ज्योति हम पर प्रकाशित कर!” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) बहुत से हैं जो कहते हैं, “कौन हम को कुछ भलाई दिखाएगा?” हे यहोवा, तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका! सरल हिन्दी बाइबल अनेक हैं, जो कहते हैं, “कौन है, जो हमें यह दर्शाएगा कि क्या है उपयुक्त और क्या है भला?” याहवेह, हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बहुत से हैं जो कहते हैं, “कौन हमको कुछ भलाई दिखाएगा?” हे यहोवा, तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका! |
तूने उसे सर्वदा के लिए आशिषें दी हैं; और तू उसे अपनी उपस्थिति के हर्ष और आनंद से भर देता है।
निश्चय हर मनुष्य छाया के समान चलता-फिरता है; सचमुच लोग व्यर्थ ही घबराते हैं। मनुष्य धन का संचय तो करता है पर नहीं जानता कि उसे कौन लेगा।
हे मेरे मन, तू निराश क्यों है? तू भीतर ही भीतर व्याकुल क्यों है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; मैं तो उसकी स्तुति करूँगा जो मेरा उद्धारकर्ता और मेरा परमेश्वर है।
उन्होंने न तो अपनी तलवार से इस देश पर अधिकार किया, और न ही वे अपने भुजबल से विजयी हुए; परंतु यह तो तेरे दाहिने हाथ, और तेरी भुजा, और तेरे मुख के प्रकाश से हुआ, क्योंकि तू उनको चाहता था।
हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हमें फिर से स्थापित कर, और हम पर अपने मुख का प्रकाश चमका; तब हमारा उद्धार हो जाएगा।
हे सेनाओं के परमेश्वर, हमें फिर से स्थापित कर, और हम पर अपने मुख का प्रकाश चमका; तब हमारा उद्धार हो जाएगा।
क्या ही धन्य है वह प्रजा जो आनंद की आवाज़ को पहचानती है! हे यहोवा, वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं।
और मैं अपने प्राण से कहूँगा, “हे प्राण, तेरे पास बहुत वर्षों के लिए बहुत सी अच्छी वस्तुएँ रखी हैं; विश्राम कर, खा, पी, और आनंद मना।” ’
“अब एक धनी मनुष्य था। वह बैंजनी वस्त्र और मलमल पहना करता था और प्रतिदिन विलासिता में पड़ा आनंद मनाता रहता था।
अब सुनो, तुम जो यह कहते हो, “हम आज या कल अमुक नगर में जाकर वहाँ एक वर्ष बिताएँगे और व्यापार करके धन कमाएँगे।”