सर्वशक्तिमान परमेश्वर को कौन पा सकता है? वह अत्यन्त सामर्थी और न्यायप्रिय है। वह पूर्ण धार्मिक है, वह अत्याचार नहीं कर सकता।
सभोपदेशक 11:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जैसा तुम नहीं जानते हो कि गर्भवती के पेट के शिशु में प्राण कैसे पड़ जाता है, वैसे ही तुम परमेश्वर के कार्यों को नहीं समझ सकते, जो सबको बनाता है। पवित्र बाइबल हवा का रूख कहाँ होगा तुम नहीं जान सकते। तुम नहीं जानते कि माँ के गर्भ में बच्चा प्राण कैसे पाता है? इसी प्रकार तुम यह भी नहीं जान सकते कि परमेश्वर क्या करेगा? सब कुछ को घटित करने वाला तो वही है। Hindi Holy Bible जैसे तू वायु के चलने का मार्ग नहीं जानता और किस रीति से गर्भवती के पेट में हड्डियां बढ़ती हैं, वैसे ही तू परमेश्वर का काम नहीं जानता जो सब कुछ करता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जैसे तू वायु के चलने का मार्ग नहीं जानता और किस रीति से गर्भवती के पेट में हड्डियाँ बढ़ती हैं, वैसे ही तू परमेश्वर का काम नहीं जानता जो सब कुछ करता है। नवीन हिंदी बाइबल जैसे तू वायु का मार्ग नहीं जानता और न यह जानता है कि स्त्री के गर्भ में हड्डियाँ कैसे बढ़ती हैं, वैसे ही तू परमेश्वर का कार्य नहीं जानता जो सब कुछ रचता है। सरल हिन्दी बाइबल जिस तरह तुम्हें हवा के मार्ग और गर्भवती स्त्री के गर्भ में हड्डियों के बनने के बारे में मालूम नहीं, उसी तरह सारी चीज़ों के बनानेवाले परमेश्वर के काम के बारे में तुम्हें मालूम कैसे होगा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जैसे तू वायु के चलने का मार्ग नहीं जानता और किस रीति से गर्भवती के पेट में हड्डियाँ बढ़ती हैं, वैसे ही तू परमेश्वर का काम नहीं जानता जो सब कुछ करता है। (यूह. 3:8) |
सर्वशक्तिमान परमेश्वर को कौन पा सकता है? वह अत्यन्त सामर्थी और न्यायप्रिय है। वह पूर्ण धार्मिक है, वह अत्याचार नहीं कर सकता।
‘जब मैंने पृथ्वी की नींव डाली थी तब तू कहाँ था? यदि तू स्वयं को समझदार समझता है तो तू मेरे इस प्रश्न का उत्तर दे।
हे प्रभु, तेरे कार्य कितने अधिक हैं। तूने उन सब कार्यों को बुद्धि से किया है; तेरे द्वारा रचे गए जीवों से पृथ्वी परिपूर्ण है।
हे प्रभु, मेरे परमेश्वर! तूने हमारे प्रति अपने अद्भुत कार्यों और अभिप्रायों में वृद्धि की है। यदि मैं लोगों से उनकी चर्चा करूं, यदि मैं उनके विषय में लोगों को बताऊं, तो मैं बताते-बताते थक जाऊंगा; क्योंकि उनकी गिनती नहीं हो सकती। प्रभु, तेरे तुल्य कोई नहीं है।
इस आकाश के नीचे पृथ्वी पर जो होता है, बुद्धि से उसकी खोजबीन करने और उसका भेद समझने के लिए मैंने अपना मन लगाया। यह एक कष्टप्रद कार्य है, जिसे परमेश्वर ने मनुष्यों को इसी कार्य में व्यस्त रहने के लिए सौंपा है।
पवन दक्षिण दिशा की ओर बहता है, और घूम कर उत्तर में आ जाता है, और यों वह निरन्तर अपनी परिधि में चक्कर लगाता है, पवन अपनी परिधि की परिक्रमा करता है।
जो किसान वायु को ताकता है, वह बीज बो नहीं सकता, जो बादल का ही विचार करता है, वह फसल काट नहीं सकता।
मैंने उन कामों को देखा है जो परमेश्वर ने मनुष्यों को प्रदान किए हैं, ताकि वे उन में जीवन भर व्यस्त रहें।
वस्तुत: परमेश्वर ने हर एक काम का समय निश्चित किया है, और प्रत्येक काम अथवा प्रत्येक वस्तु अपने नियत समय पर ही सुन्दर लगती है। उसने मनुष्य के हृदय में अनादि-अनन्त काल का ज्ञान भरा है, फिर भी मनुष्य यह भेद जान नहीं पाता है कि परमेश्वर ने आदि से अन्त तक क्या कार्य किया है।
तब मुझे अनुभव हुआ कि परमेश्वर का समस्त कार्य, जो सूर्य के नीचे इस धरती पर होता है, चाहे मनुष्य उसका भेद जानने के लिए कितना ही परिश्रम क्यों न करे, वह उसका पता नहीं लगा सकता। यदि कोई बुद्धिमान मनुष्य उसको जानने का दावा करे तो भी वह उसका पता नहीं लगा सकता।
क्या तुम नहीं जानते? क्या तुमने नहीं सुना? प्रभु शाश्वत परमेश्वर है, वह समस्त पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है। वह न निर्बल है, और न थकता है। उसकी समझ अगम है!
वायु जिधर चाहती, उधर बहती है। आप उसकी आवाज सुनते हैं, किन्तु यह नहीं जानते कि वह किधर से आती और किधर जाती है। जो आत्मा से जन्मा है, वह ऐसा ही है।”
अहा! कितना अगाध है परमेश्वर का वैभव, बुद्धि और ज्ञान! कितने दुर्बोध हैं उसके निर्णय! कितने रहस्यमय हैं उसके मार्ग!