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व्यवस्थाविवरण 31:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

तब उस दिन मेरा क्रोध उनके विरुद्ध भड़क उठेगा। मैं उनको त्‍याग दूंगा, और उनसे विमुख हो जाऊंगा। उन पर विपत्तियों और कष्‍टों का पहाड़ टूट पड़ेगा, जिसके कारण वे उस दिन यह कहेंगे, “क्‍या यह सच नहीं है कि ये विपत्तियां हम पर इसलिए आ पड़ी हैं, कि हमारा परमेश्‍वर हमारे मध्‍य नहीं है?”

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पवित्र बाइबल

उस समय, मैं इन पर पहुत क्रोधित होऊँगा और इन्हें छोड़ दूँगा। मैं उनकी सहायता करना बन्द करुँगा और वे नष्ट हो जाएँगे। उनके साथ भयंकर घटनायें होंगी और वे विपत्ति में पड़ेंगे। तब वे कहेंगे, ‘ये बुरी घटनायें हम लोगों के साथ इसलिए हो रही हैं कि हमारा परमेश्वर हमारे साथ नहीं है।’

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Hindi Holy Bible

उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्यागकर इन से अपना मुंह छिपा लूंगा, और ये आहार हो जाएंगे; और बहुत सी विपत्तियां और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहां तक कि ये उस समय कहेंगे, क्या ये विपत्तियां हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा?

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्यागकर इनसे अपना मुँह छिपा लूँगा, और ये आहार हो जाएँगे; और बहुत सी विपत्तियाँ और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहाँ तक कि ये उस समय कहेंगे, ‘क्या ये विपत्तियाँ हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्‍वर हमारे मध्य में नहीं रहा?

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सरल हिन्दी बाइबल

उस स्थिति में उनके विरुद्ध मेरा कोप भड़क जाएगा. उस स्थिति में मैं उनसे अपना मुखमंडल छिपाकर उनका त्याग कर दूंगा, और वे काल का कौर हो जाएंगे. उन पर अनेक अनिष्ट और कष्ट आ पड़ेंगे, परिणामस्वरूप, वे कह उठेंगे, ‘क्या, हमारे बीच हमारे परमेश्वर की अनुपस्थिति नहीं, हम पर इन विपत्तियां आने की वजह?’

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्याग कर इनसे अपना मुँह छिपा लूँगा, और ये आहार हो जाएँगे; और बहुत सी विपत्तियाँ और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहाँ तक कि ये उस समय कहेंगे, ‘क्या ये विपत्तियाँ हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा?’

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व्यवस्थाविवरण 31:17
43 क्रॉस रेफरेंस  

जैसे हमारा प्रभु परमेश्‍वर हमारे पूर्वजों के साथ था, वैसे ही वह हमारे साथ रहे। वह हमें न छोड़े, और न हमारा त्‍याग करे।


‘तुम लोग जाओ, और मेरी ओर से तथा जनता की ओर से एवं समस्‍त यहूदा प्रदेश की ओर से इस धर्मपुस्‍तक के वचनों का अर्थ प्रभु से ज्ञात करो। प्रभु की महाक्रोधाग्‍नि हमारे प्रति भड़क उठी है; क्‍योंकि हमारे पूर्वजों ने इस धर्म-पुस्‍तक के आदेशों का पालन नहीं किया। उन्‍होंने हमारे निमित्त लिखे गए प्रभु के आदेशों के अनुसार कार्य नहीं किया।’


‘ओ मेरे पुत्र सुलेमान, अपने पिता के परमेश्‍वर का अनुभव कर, और अपने सम्‍पूर्ण हृदय और प्रसन्न चित्त से उसकी सेवा कर। प्रभु हृदय को परखता है। वह हर एक योजना और विचार को जानता है। यदि तू उसको खोजेगा तो वह तुझको प्राप्‍त होगा। परन्‍तु यदि तू उसको त्‍याग देगा, तो वह तुझे सदा के लिए त्‍याग देगा।


और वह राजा आसा से मिलने के लिए गया। अजर्याह ने उससे कहा, ‘महाराज आसा, यहूदा और बिन्‍यामिन भूमि-क्षेत्रों के निवासियो, मेरी बात सुनो। ‘जब तुम प्रभु के साथ रहोगे तब वह तुम्‍हारे साथ रहेगा; जब तुम उसको खोजोगे तब वह तुम्‍हें मिलेगा। किन्‍तु यदि तुम उसको त्‍याग दोगे तो वह तुम्‍हें भी त्‍याग देगा!


किन्‍तु एदोम राज्‍य आज भी यहूदा राज्‍य से विद्रोह किये हुए है। उन्‍हीं दिनों में लिबना राज्‍य ने भी विद्रोह कर दिया; क्‍योंकि योराम ने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्‍वर को त्‍याग दिया था।


पुरोहित यहोयादा का एक पुत्र था − जकर्याह। परमेश्‍वर का आत्‍मा उस पर उतरा और वह एक ऊंचे स्‍थान पर खड़ा होकर लोगों से कहने लगा, ‘परमेश्‍वर यों कहता है: तुम मेरी आज्ञाओं का उल्‍लंघन क्‍यों करते हो? इस कारण तुम्‍हारा कोई भी काम सफल नहीं होता है। तुमने मुझ-प्रभु को छोड़ दिया, इसलिए मैंने भी तुमको छोड़ दिया।’


‘अब हे हमारे परमेश्‍वर, तू महान, शक्‍तिशाली और आतंकमय परमेश्‍वर, अपने विधान का पालन करनेवाला, और करुणा सागर है! जो महा संकट के बादल हम पर, हमारे राजाओं, शासकों, पुरोहितों, नबियों और पूर्वजों पर, तेरे समस्‍त निज लोगों पर असीरियाई राजाओं के समय से आज तक हम पर बरसते आए हैं, उन्‍हें अपनी दृष्‍टि में कम न जान!


तू अपना मुख मुझसे क्‍यों छिपाता है? तू मुझे अपना शत्रु क्‍यों मानता है?


वह मनुष्‍य के कर्म के अनुसार उसको प्रतिफल देता है; और प्रत्‍येक मनुष्‍य अपने आचरण के अनुरूप फल भोगता है।


जब तू अपना मुंह फेरता है, तब वे आतंकित होते हैं; जब तू उनकी सांस वापस लेता है, तब वे मर जाते हैं, और अपनी मिट्टी को लौट जाते हैं।


ऐसा न हो कि प्रभु क्रुद्ध हो, और तुम मार्ग में ही नष्‍ट हो जाओ, क्‍योंकि उसका क्रोध तुरन्‍त भड़कता है। धन्‍य हैं वे सब, जो प्रभु की शरण में आते हैं।


अपना मुख मुझ से न छिपा! क्रोध में अपने सेवक को दूर न कर। तू ही मेरा सहायक था, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्‍वर! मेरा परित्‍याग न कर; मुझको मत छोड़।


प्रभु, तूने अपनी कृपा से मुझे पर्वत के समान दृढ़ किया था, जब तूने अपना मुख छिपाया तब मैं बेचैन हो गया था।


तूने हमें विवश किया कि हम अपने बैरी को पीठ दिखाएं- जो हमसे घृणा करते थे, उन्‍होंने हमें लूट लिया।


हे प्रभु, कब तक? क्‍या तू सदा स्‍वयं को छिपाए रखेगा? कब तक तेरा क्रोध आग-जैसा जलता रहेगा?


तेरे कितने भक्‍त तेरे क्रोध की शक्‍ति को जान सकते हैं; तेरे रोष को कौन अनुभव कर सकता है?


हे प्रभु, तूने अपने निज लोगों को, याकूब के वंशजों को त्‍याग दिया, क्‍योंकि उनमें पूर्व देश के व्‍यापारी भर गए हैं, पलिश्‍ती लोगों के सदृश झाड़-फूंक करनेवाले उनमें बस गए हैं; विदेशियों की सन्‍तान उनमें पनप रही है।


अत: प्रभु का क्रोध अपने लोगों के विरुद्ध भड़क उठा। उसने उन पर हाथ उठाया, और उन पर प्रहार किया। पहाड़ हिल उठे। उनकी लाशें कूड़ा-कचरा-सी सड़कों पर बिछ गईं। इस विनाश के बाद भी उसका क्रोध शान्‍त नहीं हुआ, और प्रहार के निमित्त उसका हाथ उठा रहा।


हे प्रभु, क्‍यों तू हमें अपने मार्ग से भटकाता है, क्‍यों तू हमारा हृदय कठोर करता है कि हम तुझसे न डरें? अपनी मीरास के कुलों के लिए, अपने सेवकों के हित में लौट आ।


कोई भी मनुष्‍य तेरा नाम नहीं लेता, और न तेरा सहारा लेने के लिए स्‍वयं प्रयास करता है। हमारे अधर्म के कारण तूने हमसे अपना मुख छिपा लिया है; और हमें हमारे दुष्‍कर्मों के हाथ में सौंप दिया है।


प्रभु याकूब के वंशजों से मुख मोड़े हुए है। मैं उसकी प्रतीक्षा करूंगा; वही मेरी आशा का आधार होगा।


‘यिर्मयाह! जब इस प्रजा में कोई व्यक्‍ति, नबी अथवा पुरोहित तुझ से यह पूछे: “प्रभु के वचन का भार क्‍या है?” तो तुम उससे कहना, “तुम ही भार हो! और मैं इस भार को फेंक दूंगा, प्रभु की यह वाणी है।”


अत: देखो, मैं तुम्‍हें निस्‍सन्‍देह भार के सदृश उठाऊंगा, और अपनी उपस्‍थिति से निकाल कर फेंक दूंगा − न केवल तुम्‍हें, बल्‍कि तुम्‍हारे नगर को भी जो मैंने तुम्‍हें और तुम्‍हारे पूर्वजों को दिया था।


यद्यपि इस नगर के निवासी कसदी सेना का मुकाबला करने के लिए आ रहे हैं, किन्‍तु मैं इनकी लोथों से इस नगर को पाट दूंगा। मैंने इस नगर के दुष्‍कर्मों के कारण इससे मुंह फेर लिया है। अत: मैं अपने क्रोध और रोष से इन लोगों को मार डालूंगा।


हो सकता है कि वे प्रभु के ये वचन सुनकर अपना दुराचरण छोड़ दें, वे पश्‍चात्ताप करें और प्रभु से विनती करें। संभव है कि प्रभु उनकी विनती सुने। प्रभु ने चेतावनी दी है कि वह उन लोगों से बहुत क्रुद्ध है। उनके विरुद्ध उसकी क्रोधाग्‍नि भड़क उठी है।’


नबूजरदान ने यिर्मयाह को बुला कर उन से कहा, ‘आपके प्रभु परमेश्‍वर ने इस नगर के विरुद्ध अनिष्‍ट की घोषणा की थी,


मेरे नगर के निवासियों की, यरूशलेम के नागरिकों की करुण चीख- पुकार सुनाई दे रही है। सारे देश में एक छोर से दूसरे छोर तक, लोग कह रहे हैं, ‘क्‍या सियोन में प्रभु नहीं है? क्‍या सियोन का राजा सियोन को त्‍याग चुका है?’ प्रभु ने कहा, ‘इन लोगों ने अपनी मूर्ति-पूजा से, विदेशियों की निस्‍सार मूर्तियों की प्रतिष्‍ठा से मेरी क्रोधाग्‍नि क्‍यों भड़कायी?’


‘मैं इस्राएल के वंशजों पर अपना आत्‍मा उण्‍डेलूंगा,और फिर कभी उनसे अपना मुंह नहीं मोड़ूंगा। स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।’


वे सिर्फ बातें बनाते हैं; वे झूठी शपथ खाकर झूठा समझौता करते हैं। जैसे जुते हुए खेतों में धतूरे के पौधे फूलते हैं, वैसे ही न्‍याय-दण्‍ड अंकुरित होगा!


यदि एफ्रइम-निवासी अपने पुत्र-पुत्रियों का पालन-पोषण कर उन्‍हें बड़ा करने का प्रयत्‍न करेंगे, तो मैं उनके पुत्र-पुत्रियों को बालिग बनने के पूर्व ही समाप्‍त कर दूंगा। जब मैं उनके पास से चला जाऊंगा, उनकी दशा दयनीय होगी!


संकट के समय, तुम प्रभु की दुहाई दोगे, पर वह तुम्‍हारी दुहाई का उत्तर नहीं देगा। उस समय वह तुमसे अपना मुंह छिपाएगा क्‍योंकि तुमने दुष्‍कर्म किए हैं।


तुम मत चढ़ो! ऐसा न हो कि तुम अपने शत्रुओं के सम्‍मुख धराशायी हो जाओ; क्‍योंकि प्रभु तुम्‍हारे मध्‍य नहीं है।


प्रभु उसको क्षमा करने को तैयार भी नहीं होगा, वरन् प्रभु का क्रोध और उसकी ईष्‍र्या-भावना उस व्यक्‍ति के प्रति भड़क उठेगी। इस पुस्‍तक में लिखित समस्‍त अभिशाप उस पर पड़ेंगे और प्रभु आकाश के नीचे से उसका नाम मिटा डालेगा।


तो मैं आज यह घोषित करता हूँ, तू निश्‍चय ही पूर्णत: मिट जाएगा। तू उस भूमि पर, जहाँ तू यर्दन नदी को पार कर अधिकार करने जा रहा है, अधिक दिन जीवित नहीं रहेगा।


मैं आज आकाश और पृथ्‍वी को तेरे विरुद्ध साक्षी देने के लिए बुलाऊंगा कि मैंने तेरे सम्‍मुख जीवन और मृत्‍यु, आशिष और अभिशाप रख दिए हैं! इसलिए जीवन को चुन, जिससे तू और तेरे वंशज जीवित रहें,


जो कुकर्म वे करेंगे, और दूसरे देवताओं की ओर उन्‍मुख होंगे, उनके कारण मैं उस दिन निश्‍चय ही उनसे विमुख होऊंगा।


‘तू उनसे भयभीत मत होना; क्‍योंकि तेरा प्रभु परमेश्‍वर, महान और आतंकमय परमेश्‍वर, तेरे मध्‍य उपस्‍थित है।


इस्राएलियों ने फिर वही कार्य किया जो प्रभु की दृष्‍टि में बुरा था। इस्राएली लोग सीरिया, सीदोन, मोआब, अम्‍मोन, और पलिश्‍ती जातियों के देवी-देवताओं, बअल तथा अशेराह की पूजा-आराधना करने लगे। उन्‍होंने प्रभु को त्‍याग दिया, और उसकी आराधना नहीं की।


गिद्ओन ने उससे कहा, ‘स्‍वामी, यदि प्रभु हमारे साथ है तो ये संकट हम पर क्‍यों आए? कहाँ गए प्रभु के आश्‍चर्यपूर्ण कार्य, जिनकी चर्चा हमारे बड़े-बूढ़े लोग हमसे करते हैं? वे हमसे कहते हैं : “निस्‍सन्‍देह, प्रभु ही हमें मिस्र देश से लाया है।” पर अब प्रभु ने हमें त्‍याग दिया, और मिद्यानियों के हाथ सौंप दिया है।’