प्रभु ने कहा, ‘मैं मनुष्य को पृथ्वी की सतह से मिटा दूंगा, जिसको मैंने रचा था। मैं मनुष्यों को, पशुओं को, रेंगनेवाले जन्तुओं और आकाश के पक्षियों को नष्ट करूंगा; क्योंकि मुझे इस बात का दु:ख है कि मैंने उन्हें बनाया।’
व्यवस्थाविवरण 29:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु उसको क्षमा करने को तैयार भी नहीं होगा, वरन् प्रभु का क्रोध और उसकी ईष्र्या-भावना उस व्यक्ति के प्रति भड़क उठेगी। इस पुस्तक में लिखित समस्त अभिशाप उस पर पड़ेंगे और प्रभु आकाश के नीचे से उसका नाम मिटा डालेगा। पवित्र बाइबल यहोवा उस व्यक्ति को क्षमा नहीं करेगा। नहीं, यहोवा उस व्यक्ति पर क्रोधित होगा और बौखला उठेगा। इस पुस्तक में लिखे सभी अभिशाप उस पर पड़ेंगे। यहोवा उसे इस्रएल के सभी परिवार समूहों से निकाल बाहर करेगा। यहोवा उसको पूरी तरह नष्ट करेगा। सभी आपत्तियाँ जो इस पुस्तक में लिखी गई हैं, उस पर आयेंगी। वे सभी बातें उस वाचा का अंश हैं जो व्यवस्था की पुस्तक में लिखी गई हैं। Hindi Holy Bible यहोवा उसका पाप क्षमा नहीं करेगा, वरन यहोवा के कोप और जलन का धुंआ उसको छा लेगा, और जितने शाप इस पुस्तक में लिखें हैं वे सब उस पर आ पड़ेंगे, और यहोवा उसका नाम धरती पर से मिटा देगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा उसका पाप क्षमा नहीं करेगा, वरन् यहोवा के कोप और जलन का धूआँ उसको छा लेगा, और जितने शाप इस पुस्तक में लिखे हैं वे सब उस पर आ पड़ेंगे, और यहोवा उसका नाम धरती पर से मिटा देगा। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह उसे कभी भी क्षमा करना न चाहेंगे, परंतु याहवेह का कोप और उनकी जलन उस व्यक्ति के प्रति भड़क उठेगी और इस अभिलेख में लिखित हर एक शाप उस व्यक्ति पर प्रभावी हो जाएगा और याहवेह उस व्यक्ति का नाम ही आकाश के नीचे से मिटा देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा उसका पाप क्षमा नहीं करेगा, वरन् यहोवा के कोप और जलन का धुआँ उसको छा लेगा, और जितने श्राप इस पुस्तक में लिखे हैं वे सब उस पर आ पड़ेंगे, और यहोवा उसका नाम धरती पर से मिटा देगा। (प्रका. 22:18) |
प्रभु ने कहा, ‘मैं मनुष्य को पृथ्वी की सतह से मिटा दूंगा, जिसको मैंने रचा था। मैं मनुष्यों को, पशुओं को, रेंगनेवाले जन्तुओं और आकाश के पक्षियों को नष्ट करूंगा; क्योंकि मुझे इस बात का दु:ख है कि मैंने उन्हें बनाया।’
प्रभु ने यह नहीं कहा था कि वह धरती से इस्राएली जनता का नामोनिशान मिटा देगा। अत: उसने यारोबआम बेन-यहोआश के हाथ से उनकी रक्षा की।
उसके नथुनों से धुआं निकलने लगा, और उसके मुख से भस्म करने वाली अग्नि; उससे दहकते अंगारे निकल पड़े।
हे परमेश्वर, क्यों तूने हमें सदा के लिए त्याग दिया? क्यों तेरी क्रोधाग्नि तेरे चारागाह की भेड़ों के प्रति भड़क उठी?
उसने अपने क्रोध का द्वार खोल दिया, और उनके प्राणों को मृत्यु से नहीं बचाया, वरन् उनका जीवन महामारी को सौंप दिया।
पहाड़ी शिखरों पर वेदियाँ स्थापित कर उन्होंने परमेश्वर को नाराज किया; उन्होंने मूर्तियां गढ़कर उसको ईष्र्यालु बनाया।
हे प्रभु, कब तक? क्या तू निरंतर क्रोध करता रहेगा? कब तक तेरी ईष्र्या अग्नि जैसी जलती रहेगी?
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, कब तक तू अपनी प्रजा की प्रार्थनाएँ अनसुनी करता रहेगा?
तू झुककर उनकी वन्दना न करना और न उनकी सेवा करना; क्योंकि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर, ईष्र्यालु ईश्वर हूं। जो मुझसे घृणा करते हैं, उनके अधर्म का दण्ड मैं तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान को देता रहता हूं।
(तू किसी अन्य देवता की वन्दना न करना। प्रभु जिसका नाम ईष्र्यालु है, एक ईष्र्यालु परमेश्वर है।)
ईष्र्या पुरुष को क्रोध से अन्धा बना देती है; जब वह बदला लेगा तब वह तुझ पर दया नहीं करेगा।
ओ मेरे प्रियतम! मुझे मुहर की तरह अपने हृदय पर अंकित कर लो। ताबीज के समान अपनी बाँह पर बांध लो, क्योंकि प्रेम मृत्यु जैसा शक्तिशाली है, और ईष्र्या कबर के समान निर्दयी है। उसकी लपटें आग की लपटों जैसी होती हैं, उसकी ज्वाला बड़ी उग्र होती है।
वृक्ष की डालियाँ सूख गईं; वे टूट गईं स्त्रियाँ आती हैं, और उनसे आग जलाती हैं। यह एक विवेकहीन कौम है; अत: उसका सृजक उस पर दया नहीं करेगा; उनको रचनेवाला उन पर कृपा नहीं करेगा।
मैं उनको एक-दूसरे से टकराऊंगा: पिता और पुत्रों को भी टकराऊंगा। मैं उनको नष्ट करते समय उन पर दया नहीं करूंगा, न ही उनको छोड़ूंगा, और न ही उन पर तरस खाऊंगा,” प्रभु की यह वाणी है।’
मैं तुझ पर अपना क्रोध प्रेषित करूंगा, ताकि वे क्रोध में डूबकर तेरे साथ कठोरतम व्यवहार करें। वे तेरे नाक-कान काट लेंगे और जो तेरे नगरवासी बच जाएंगे उनको वे तलवार से मौत के घाट उतार देंगे। वे तेरे पुत्र और पुत्रियों को बन्दी बना लेंगे, और तेरे बचे हुए लोगों को आग में झोक देंगे।
देख, मैं-प्रभु ने यह कहा है, और यह अवश्य पुरा होगा। मैं अपने निश्चय को नहीं बदलूंगा। मैं तुझ पर तरस खा कर तुझे जीवित नहीं छोड़ूंगा, और न ही अपने निश्चय के लिए मैं पछताऊंगा। ओ यरूशलेम नगरी, तेरे आचरण और व्यवहार के अनुरूप मैं तेरा न्याय करूंगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
अत: मैं, स्वामी-प्रभु, इन राष्ट्रों से और एदोम राष्ट्र से अत्यन्त क्रोध में कह रहा हूं: इन्होंने हर्ष-उल्लास से मेरे देश पर अधिकार किया और उसके प्रति घृणा प्रकट करते हुए उसको लूट लिया और उस पर पूर्ण कब्जा कर लिया।
‘मैं, स्वामी-प्रभु अपनी सौगन्ध खाकर कहता हूँ: तूने मेरे पवित्र स्थान को अपनी घृणित मूर्तियों और घिनौने कामों से अपवित्र कर दिया है, इसलिए मैं तेरी बोटी-बोटी कर दूंगा। मैं तुझ पर दया-दृष्टि नहीं करूंगा, और न मेरी आंखों से बचकर कोई भाग सकेगा।
मैं तुझ पर दया की दृष्टि नहीं करूंगा और न तू मेरी आंखों से बच कर भागने पाएगा। ओ इस्राएल, जब तक तेरे मध्य में घृणित पाप-कर्म होते रहेंगे, मैं तेरे आचरण के अनुरूप तुझे दण्ड दूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।’
मैं तुझ पर दयादृष्टि नहीं करूंगा, और न तू मेरी आंखों से बचकर भाग सकेगा। ओ इस्राएल, जब तक तेरे मध्य में घृणित पापकर्म होते रहेंगे, मैं तेरे आचरण के अनुरूप तुझे दण्ड दूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि वध करने वाला प्रभु मैं ही हूं।
अत: मैं उनसे क्रोधपूर्ण व्यवहार करूंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। मेरी आंखों से छिप कर वे भाग नहीं सकेंगे। वे ऊंचे स्वर से मुझे पुकारेंगे तो भी मैं उनकी दुहाई नहीं सुनूंगा।’
तब उस आकृति ने हाथ के समान कुछ बढ़ाया, और मेरे सिर के बालों का गुच्छा पकड़ लिया, और आत्मा ने मुझे आकाश और भूमि के मध्य उठा लिया। वह मुझे परमेश्वर के दर्शन में यरूशलेम ले गया। मैं ने परमेश्वर के दर्शन में यह देखा कि मैं यरूशलेम के मन्दिर के भीतरी आंगन के प्रवेश-द्वार पर खड़ा हूं जो उत्तर दिशा में है, और जहां ‘ईष्र्या की मूर्ति’ का सिंहासन है, और जिसको देखकर ईष्र्या जाग्रत होती है।
उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, अपनी आंखें ऊपर उठा, और उत्तर दिशा में देख।’ अत: मैंने उत्तर दिशा में दृष्टि की, और यह देखा: वेदी के द्वार के उत्तर में, प्रवेश-द्वार पर ईष्र्या की मूर्ति प्रतिष्ठित है।
किन्तु मैं उनके कामों का प्रतिफल उनके माथे पर ही लौटाऊंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। एक भी व्यक्ति मेरी आंखों से बच कर भाग नहीं सकेगा।’
प्रभु ईष्र्यालु परमेश्वर है; वह प्रतिशोधी है। प्रभु प्रतिशोधी है; वह क्रोध से परिपूर्ण है। प्रभु अपने बैरियों से प्रतिशोध लेता है; वह अपने शत्रुओं से क्रोधपूर्ण व्यवहार करता है।
प्रभु के प्रकोप-दिवस पर न उनका सोना, और न चांदी उन्हें प्रभु के प्रकोप से मुक्त कर सकेगी। प्रभु की ईष्र्या-अग्नि से सम्पूर्ण पृथ्वी भस्म हो जाएगी। वह पृथ्वी के समस्त निवासियों को अचानक पूर्णत: नष्ट कर देगा।
उसने अपने निजी पुत्र को भी नहीं बचाया, उसने हम सब के लिए उसे समर्पित कर दिया। तो, इतना देने के बाद, क्या वह हमें अपने पुत्र के साथ सब कुछ नहीं देगा?
इसलिए जब तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हारे चारों ओर के शत्रुओं से छुड़ाकर तुम्हें उस देश में शान्ति-चैन देगा, जो वह पैतृक-अधिकार के लिए तुम्हें प्रदान कर रहा है, तब तुम आकाश के नीचे से अमालेकी जाति की स्मृति मिटा डालना। तुम यह बात मत भूलना!
यदि कोई व्यक्ति इस शपथपूर्ण व्यवस्था के वचन सुनने के पश्चात् मन ही मन अपने को सौभाग्यशाली मानता है, और यह कहता है, “यद्यपि मैं अपने हृदय के हठ के अनुसार चलूंगा, तो भी मेरा कुशल-मंगल होगा” , तो ऐसा विचार गेहूं के साथ घुन को भी पीस डालता है।
मुझे छोड़ दे कि मैं उनको नष्ट करूं और आकाश के नीचे से उनका नाम मिटा डालूं। किन्तु मैं तुझे उनसे अधिक शक्तिशाली और महान राष्ट्र बनाऊंगा।”
“यदि तुम विजय प्राप्त करोगे तो तुम भी उनके समान उजले वस्त्र पहनोगे। मैं जीवन-ग्रन्थ में से तुम्हारा नाम नहीं मिटाऊंगा, बल्कि अपने पिता और उसके स्वर्गदूतों के सामने तुम्हारा नाम स्वीकार करूंगा।