व्यवस्थाविवरण 29:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)
21 व्यवस्था की प्रस्तुत पुस्तक में लिखित विधान के समस्त अभिशापों के अनुसार प्रभु इस्राएल के सब कुलों में से उस व्यक्ति को उसके विनाश के लिए अलग करेगा।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: यदि तुम मिस्र देश को जाओगे, तो जैसी मेरी क्रोधाग्नि यरूशलेम के प्रति भड़क उठी थी, जैसे मैंने अपने प्रकोप का प्याला उण्डेला था, वैसे ही मैं तुम्हारे प्रति अपनी क्रोधाग्नि प्रज्वलित करूंगा। तब अन्य जातियां तुमसे घृणा करेंगी। वे तुम्हें आतंक का कारण, शापित कौम, और निंदित मानेंगी। तुम इस देश के पुन: दर्शन नहीं कर सकोगे।
झूठी भविष्यवाणी करनेवाले और झूठे शकुन विचारनेवाले नबियों पर मैं अपना हाथ उठाऊंगा। ये झूठे नबी मेरे निज लोगों के समाज में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे, और न ही इस्राएली कुल की नामावली में इनके नाम लिखे जाएंगे। ये इस्राएल देश में कदम भी नहीं रख सकेंगे। तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं ही स्वामी-प्रभु हूं।
इनके अतिरिक्त सब प्रकार की बीमारी, महामारी, जिसका उल्लेख व्यवस्था की इस पुस्तक में नहीं हुआ है, प्रभु तुझ पर डालेगा, जब तक तू नष्ट नहीं हो जाएगा।
यदि तू अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी सुनेगा, जो आज्ञाएँ और संविधियाँ इस व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हुई हैं, उनका पालन करेगा, यदि तू सम्पूर्ण हृदय और प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौट आएगा, तो जैसे तेरे पूर्वजों को समृद्ध करने में प्रभु हर्षित होता था, वैसे ही वह तुझे समृद्ध करने में हर्षित होगा।