व्यवस्थाविवरण 12:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु तू, तेरे पुत्र-पुत्री, सेवक-सेविका और तेरे नगर के भीतर रहनेवाला लेवी जन उनको तेरे प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में खाएगा, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर स्वयं चुनेगा। तू अपने समस्त उद्यम के लिए प्रभु परमेश्वर के सम्मुख आनन्द मनाना। पवित्र बाइबल तुम्हें उन भेंटों को केवल उसी स्थान पर खाना चाहिए जहाँ यहोवा तुम्हारा पमेश्वर तुम्हारे साथ हो। अर्थात् यहोवा तुम्हारा परमेश्वर जिस स्थान को चुने। तुम्हें वहीं जाना चाहिए और अपने पुत्रों, पुत्रियों, सभी सेवकों और तुम्हारे नगर में रहने वाले लेवीवंशियों के साथ मिलकर खाना चाहिए। यहोवा अपने परमेश्वर के साथ वहाँ आनन्द मनाओ। जिन चीज़ों के लिए काम किया है उनका आनन्द लो। Hindi Holy Bible उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने उसी स्थान पर जिस को वह चुने अपने बेटे बेटियों और दास दासियों के, और जो लेवीय तेरे फाटकों के भीतर रहेंगे उनके साथ खाना, और तू अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने अपने सब कामों पर जिन में हाथ लगाया हो आनन्द करना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के सामने उसी स्थान पर जिसको वह चुने अपने बेटे बेटियों और दास दासियों के, और जो लेवीय तेरे फाटकों के भीतर रहेंगे उनके साथ खाना, और तू अपने परमेश्वर यहोवा के सामने अपने सब कामों पर जिनमें हाथ लगाया हो आनन्द करना। सरल हिन्दी बाइबल इनका उपभोग तुम याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर के सामने उसी स्थान पर करोगे, जो याहवेह तुम्हारे परमेश्वर नामित करेंगे. तुम, तुम्हारी संतान, तुम्हारे सेवक-सेविकाएं और तुम्हारे नगर में निवास कर रहा लेवीगोत्रज और तुम याहवेह अपने परमेश्वर के सामने अपने सारे कामों में खुश होओगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के सामने उसी स्थान पर जिसको वह चुने अपने बेटे-बेटियों और दास दासियों के, और जो लेवीय तेरे फाटकों के भीतर रहेंगे उनके साथ खाना, और तू अपने परमेश्वर यहोवा के सामने अपने सब कामों पर जिनमें हाथ लगाया हो आनन्द करना। |
किन्तु धार्मिक हर्षित होंगे, वे परमेश्वर के समक्ष प्रफुल्लित होंगे, वे आनन्द में फूले न समाएँगे।
अत: मुझे यह अनुभव हुआ कि मनुष्य के लिए इससे अच्छी और कोई बात नहीं है कि वह जीवन-भर सुख से रहे और आनन्द मनाता रहे।
देखो, जो भली बात मैंने अनुभव की, और जो उचित भी है, वह यह है : “मनुष्य परमेश्वर द्वारा दिए गए अपने अल्पकाल के जीवन में सूर्य के नीचे धरती पर आनन्दपूर्वक परिश्रम करे, खाए और पीए, क्योंकि यही उसकी नियति है।”
तब उसने पौलुस और सीलास को अपने यहाँ ले जा कर भोजन कराया और अपने सारे परिवार के साथ आनन्द मनाया; क्योंकि उसने परमेश्वर पर विश्वास किया था।
वे प्रतिदिन मन्दिर में एक भाव से उपस्थित होते, घर-घर में रोटी तोड़ते और निष्कपट हृदय से आनन्दपूर्वक एक साथ भोजन करते थे।
परन्तु पवित्र आत्मा का फल है : प्रेम, आनन्द, शान्ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,
जो स्थान प्रभु तेरे समस्त कुलों के भूमि-भागों में से चुनेगा, तू वहीं अग्नि-बलि चढ़ाना, और वहीं वे सब कार्य करना जिनका आदेश मैं तुझे दे रहा हूँ।
किन्तु तुम अपने प्रभु परमेश्वर को उस स्थान में ढूंढ़ना जिसको वह स्वयं तुम्हारे सब कुलों की भूमि-भाग में से चुनेगा और वहाँ अपने नाम को प्रतिष्ठित करेगा तथा अपना निवास-स्थान बनाएगा।
तुम वहीं अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख भोजन करना। तुम अपने समस्त परिवार के साथ अपने उद्यम के लिए आनन्द मनाना, जिस पर तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने आशिष दी है।
तब अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में, जिसको वह अपना नाम प्रतिष्ठित करने के लिए चुनेगा, तू अपने अन्न, अंगूर के रस और तेल का दशमांश तथा गाय-बैल और भेड़-बकरी के पहिलौठे का मांस खाना, जिससे तू अपने प्रभु परमेश्वर की सदा भक्ति करना सीखेगा।
तू प्रति वर्ष अपने परिवार के साथ अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में अर्पित पशु का मांस खाना, जिसको प्रभु चुनेगा।
जब एलकानाह बलि चढ़ाता तब वह अपनी पत्नी पनिन्नाह और उसके पुत्रों-पुत्रियों को बलि-पशु के मांस के अनेक टुकड़े देता था।