यशायाह 12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)इस्राएली राष्ट्र का प्रभु को धन्यवाद देना 1 तू उस दिन यह कहेगा : “प्रभु, मैं तुझे धन्यवाद देता हूं। यद्यपि तू मुझ पर क्रोधित था, तथापि तेरा क्रोध अब शान्त हो गया, और तूने मुझे सांत्वना दी। 2 “देखो, प्रभु परमेश्वर ही मेरा उद्धारकर्ता है; मुझे उसपर पूर्ण भरोसा है, मैं डरूंगा नहीं; क्योंकि प्रभु ही मेरा बल, और मेरी रक्षा है। वह मेरा उद्धारकर्ता बन गया है।” 3 तुम मुक्ति के झरनों से आनन्दपूर्वक जल भरोगे। 4 उस दिन तुम यह कहोगे, “प्रभु को धन्यवाद दो, उसके नाम से प्रार्थना करो। राष्ट्रों में उसके महान कार्य प्रकट करो; यह घोषित करो कि उसका नाम महान है। 5 “प्रभु का स्तुतिगान करो; क्योंकि उसने प्रतापमय कार्य किए हैं। यह बात समस्त पृथ्वी पर घोषित करो। 6 ओ सियोन के निवासियो, जयजयकार करो, आनन्द से गीत गाओ; तुम्हारे मध्य रहनेवाला इस्राएल का पवित्र परमेश्वर महान है।” |
Hindi CL Bible - पवित्र बाइबिल
Copyright © Bible Society of India, 2015.
Used by permission. All rights reserved worldwide.
Bible Society of India