लैव्यव्यवस्था 6:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पुरोहित अपना सूती वस्त्र तथा शरीर पर सूती जांघिया पहिनेगा। तत्पश्चात् वह वेदी पर की राख, जो अग्नि के द्वारा अग्नि-बलि को भस्म करके बनी है, उठाएगा और उसे वेदी की एक ओर रखेगा। पवित्र बाइबल याजक को सन के उत्तम रेशों के बने वस्त्र पहनने चाहिए। उसे अपने शरीर से चिपका सन का अर्न्तवस्त्र पहनना चाहिए। तब याजक को वेदी पर होमबलि पर जलने के बाद बची हुई राख को उठाना चाहिए। याजक को वेदी की एक ओर राख को रखना चाहिए। Hindi Holy Bible और याजक अपने सनी के वस्त्र और अपने तन पर अपनी सनी की जांघिया पहिनकर होमबलि की राख, जो आग के भस्म करने से वेदी पर रह जाए, उसे उठा कर वेदी के पास रखे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और याजक अपने सनी के वस्त्र और अपने तन पर अपनी सनी की जाँघिया पहिनकर होमबलि की राख, जो आग के भस्म करने से वेदी पर रह जाए, उसे उठाकर वेदी के पास रखे। नवीन हिंदी बाइबल याजक अपने मलमल के वस्त्र पहने हुए और अपने तन पर मलमल की जाँघिया पहने हुए होमबलि की उस राख को उठाकर वेदी के पास रखे जो आग के द्वारा भस्म करने से वेदी पर रह गई है। सरल हिन्दी बाइबल पुरोहित अपने सफ़ेद मलमल के वस्त्र और अपनी देह पर मलमल की जांघिया पहने; वह वेदी की राख, जो अग्नि द्वारा जलाई गई है, उठाए और उसे वेदी की एक ओर रख दे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और याजक अपने सनी के वस्त्र और अपने तन पर अपनी सनी की जाँघिया पहनकर होमबलि की राख, जो आग के भस्म करने से वेदी पर रह जाए, उसे उठाकर वेदी के पास रखे। |
परन्तु दुर्जन नष्ट हो जाएंगे; प्रभु के शत्रु घास के फूल के समान हैं। वे मिट जाएंगे- वे धुएं में विलुप्त हो जाएंगे।
‘जब वे सेवा-कार्य समाप्त कर चुकेंगे, तब जन-सामान्य के बाहरी आंगन में जाने के पूर्व वे अपने पुरोहिताई के वस्त्र उतार देंगे, उनको पवित्र कक्षों में रख देंगे, और अपने साधारण वस्त्र पहिन लेंगे। ऐसा न हो कि उनके पुरोहिताई के वस्त्रों का स्पर्श जन-साधारण से हो जाए, और वे भी पवित्र हो जाएं।
पर वह पशु की अंतड़ियों और पैरों को जल से धोएगा। पुरोहित सम्पूर्ण बलि को चढ़ाएगा, और वेदी पर उसको जलाएगा। यह अग्नि-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध है।
पर वह पशु की अंतड़ियों और पैरों को जल से धोएगा। पुरोहित अग्नि-बलि के लिए, प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध के रूप में, सम्पूर्ण बलि को वेदी पर जलाएगा।
वह सूती वस्त्र का पवित्र अंगरखा पहने हुए, अपने शरीर पर सूती वस्त्र का जांघिया धारण किए हुए, सूती वस्त्र का कटिबन्द कसे हुए और सूती वस्त्र की पगड़ी बांधे हुए प्रवेश करेगा। ये पवित्र वस्त्र हैं। वह जल में स्नान करेगा, और तब उनको पहनेगा।
‘जो अन्न-बलियाँ तू प्रभु को चढ़ाएगा, वे खमीर से नहीं बनाई जाएँगी। तू प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि के रूप में खमीर अथवा मधु कभी नहीं जलाना।
अर्थात् सारे बछड़े के शेष अंश को वह पड़ाव के बाहर शुद्ध स्थान में, जहाँ राख डाली जाती है, ले जाकर लकड़ियों की अग्नि में जलाएगा। जहाँ राख डाली जाती है, वहीं वह जलाया जाएगा।
तदुपरान्त वह अपने ये वस्त्र उतार कर दूसरे वस्त्र पहनेगा और राख को पड़ाव के बाहर किसी शुद्ध स्थान पर ले जाएगा।
हारून के वंश के सब पुरुष उसको खा सकते हैं। यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी तक स्थायी संविधि है कि प्रभु को अग्नि में अर्पित बलियों में से यह भाग पुरोहितों का होगा। जो बलि को स्पर्श करेगा, वह पवित्र हो जाएगा।’
हारून के पुत्रों में से जो पुरोहित उसके स्थान पर अभ्यंजित होगा, वह भी स्थायी संविधि के अनुसार प्रभु को उसे अर्पित करेगा; उसका सम्पूर्ण भाग जलाया जाएगा।
‘तू हारून और उसके साथ उसके पुत्र, उनकी पोशाकें, अभ्यंजन का तेल, पाप-बलि का बछड़ा, दो मेढ़े और बेखमीर रोटी की टोकरी ले;
‘तुम मंडली के इस जन-समुदाय के मध्य से अलग हो जाओ ताकि मैं इन्हें क्षण भर में भस्म कर दूं।’
तब प्रभु के पास से अग्नि निकली और उसने धूप चढ़ाने वाले दो सौ पचास व्यक्तियों को भस्म कर दिया।
स्वर्ग की सेनाएँ, सफेद एवं स्वच्छ मलमल पहने और सफेद घोड़ों पर सवार हो कर, उसके पीछे-पीछे चलती हैं।
और स्वच्छ उज्ज्वल मलमल के वस्त्र से उसे सुसज्जित होने का अनुग्रह प्राप्त हुआ है; क्योंकि यह मलमल सन्तों के धर्माचरण से बना है।”
धर्मवृद्धों में से एक ने मुझ से पूछा, “ये उजले वस्त्र पहने कौन हैं और कहाँ से आये हैं?”