एलीशा पीछे मुड़े। उन्होंने लड़कों को देखा, और प्रभु के नाम से उन्हें शाप दिया। उसी क्षण जंगल से दो रीछनियां निकलीं और उन्होंने बयालीस लड़कों को चीर-फाड़ दिया।
लैव्यव्यवस्था 26:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं देश को शान्ति प्रदान करूंगा, और तुम निर्भय सो सकोगे; तुम्हें कोई नहीं डराएगा। मैं तुम्हारे देश में हिंस्र पशुओं को रहने नहीं दूंगा। कोई जाति तुम्हारे देश पर तलवार नहीं चलाएगी। पवित्र बाइबल मै तुम्हारे देश को शान्ति दूँगा। तुम शान्ति से सो सकोगे। कोई वयक्ति भयभीत करने नहीं आएगा। मैं विनाशकारी जानवरों को तुम्हारे देश से बाहर रखूँगा। और सेनाएँ तुम्हारे देश से नहीं गुजरेंगी। Hindi Holy Bible और मैं तुम्हारे देश में सुख चैन दूंगा, और तुम सोओगे और तुम्हारा कोई डराने वाला न हो; और मैं उस देश में दुष्ट जन्तुओं को न रहने दूंगा, और तलवार तुम्हारे देश में न चलेगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मैं तुम्हारे देश में सुख चैन दूँगा, और तुम सोओगे और तुम्हारा कोई डरानेवाला न होगा; और मैं उस देश में दुष्ट जन्तुओं को न रहने दूँगा, और तलवार तुम्हारे देश में न चलेगी। नवीन हिंदी बाइबल मैं उस देश में शांति स्थापित करूँगा, और तुम विश्राम करोगे, तथा कोई तुम्हें न डराएगा। मैं उस देश से हिंसक जानवरों को दूर करूँगा, और तलवार तुम्हारे देश में न चलेगी। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘देश में मेरे द्वारा दी गई शांति बसेगी, जिससे कि तुम आराम कर सको. कोई तुम्हें भयभीत न करेगा. मैं उस देश से हिंसक पशुओं को भी दूर कर दूंगा और तुम्हारे देश में कोई भी तलवार से मारा न जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं तुम्हारे देश में सुख चैन दूँगा, और तुम सोओगे और तुम्हारा कोई डरानेवाला न होगा; और मैं उस देश में खतरनाक जन्तुओं को न रहने दूँगा, और तलवार तुम्हारे देश में न चलेगी। |
एलीशा पीछे मुड़े। उन्होंने लड़कों को देखा, और प्रभु के नाम से उन्हें शाप दिया। उसी क्षण जंगल से दो रीछनियां निकलीं और उन्होंने बयालीस लड़कों को चीर-फाड़ दिया।
देख, तुझे एक पुत्र उत्पन्न होगा। वह शान्ति-प्रिय होगा। मैं उसके चहुंओर के शत्रुओं से उसको मुक्त रखूंगा और शान्ति प्रदान करूंगा। उसका नाम सुलेमान होगा। मैं उसके शासनकाल में इस्राएली राष्ट्र को शान्ति और चैन प्रदान करूंगा।
इस प्रकार यहोशाफट के राज्य में शान्ति और चैन फैल गया; क्योंकि परमेश्वर ने उसके चारों ओर के शत्रुओं से उसको विश्राम दिया था।
तुम चादर तान कर सोओगे, और तुम्हें कोई भयभीत नहीं करेगा; अनेक लोग तुमसे कृपा की भीख मांगेंगे।
हमारे पशु खूब मोटे-ताजे हों, हमारे नगर की दीवारों में दरार न पड़े, हमारा युद्ध में जाना न हो, हमारे नगर-चौकों पर रोने का स्वर सुनाई न दे!
वह तेरी सीमाओं पर शान्ति रखता, वह तुझे प्रचुर मात्रा में उत्तम गेहूं से तृप्त करता है।
मैं लेटता और निश्चिन्त सो जाता हूं, मैं फिर सकुशल जाग उठता हूं; क्योंकि प्रभु, तू मुझे संभालता है।
मुझे सुनने दो, कि प्रभु परमेश्वर क्या कहता है? वह अपनी प्रजा से, अपने भक्तों से, और उनसे, जो हृदय से उसकी ओर लौटते हैं, शान्तिप्रद वचन बोलेगा।
मैं उन्हें एक ही वर्ष में तेरे सम्मुख से नहीं निकालूंगा, अन्यथा तेरा देश उजाड़ हो जाएगा और वनपशु बढ़ जाएंगे और वे तेरी हानि करेंगे।
जब तू मार्ग पर चलेगा तब वे तेरा मार्ग-दर्शन करेंगी; जब तू सोएगा तब वे तेरी चौकसी करेंगी, और जब तू जागेगा तब वे तुझसे बात करेंगी :
वहां एक राजमार्ग होगा, वह ‘पवित्र मार्ग’ कहलाएगा। कोई अपवित्र प्राणी उस पर नहीं चलेगा। मूर्ख उस पर पैर भी नहीं रख सकेंगे।
वहां सिंह भी नहीं रहेगा, और न कोई खूंखार पशु उस पर चलेगा। ये पशु वहां नहीं पाए जाएंगे। केवल वे ही लोग उस मार्ग पर चलेंगे, जिनको प्रभु ने मुक्त किया है।
मैं ही प्रकाश का उत्पन्न करनेवाला हूं, मैं ही अन्धकार का स्रष्टा हूं। मैं ही कल्याण का देनेवाला, मैं ही विपत्ति का ढाहनेवाला हूं। मैं, प्रभु, यह सब करता हूं।’
उसकी राज्य-सत्ता बढ़ती जाएगी, उसके कल्याणकारी कार्यों का अन्त न होगा। वह दाऊद के सिंहासन पर बैठेगा, और उसके राज्य को संभालेगा। वह अब से लेकर सदा के लिए न्याय के कार्यों से उसको सुदृढ़ करेगा, अपने धार्मिक आचरण से उसे सम्भालेगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य पूर्ण करेगा!
‘इसलिए, ओ याकूब, मेरे सेवक, मत डर। ओ इस्राएल, भयभीत मत हो। मैं-प्रभु कहता हूँ; मैं तुझको और तेरी संतान को, दूर देश से, जहां तू गुलाम है, उस देश से बचा कर लाऊंगा। तब याकूब लौटेगा, और सुख-चैन का जीवन बिताएगा; उस का कोई भी शत्रु उस को डरा नहीं सकेगा।
‘ओ मानव, सुन। यदि मैं अधर्मी देश में जंगली पशुओं को भेजता हूं, जो उसको रौंद देते हैं, और वह उजड़ जाता है, उन जंगली पशुओं के कारण वहां से कोई भी नहीं गुजरता,
‘ओ मानव, यदि मैं उस अधर्मी देश पर उसके शत्रु द्वारा तलवार चलवाऊं, उसके शत्रु को यह आदेश दूं, “इस देश के निवासियों को एक छोर से दूसरे छोर तक तलवार से मौत के घाट उतार दे” और यों मैं वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर दूं;
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : मैं यरूशलेम नगर को दण्ड देने के लिए उस पर चार विपत्तियां भेजूंगा : शत्रु की तलवार, अकाल, खूंखार पशु और महामारी। ये चारों विपत्तियां वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर देंगी।
‘मैं अपनी भेड़ों के साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। मैं उनके देश से जंगली पशुओं को निकाल दूंगा। तब वे निर्जन प्रदेश में निश्चिन्त होकर निवास करेंगी, और जंगल में सोएंगी।
मैदान और उद्यानों के वृक्षों में फल लगेंगे, और खेतों में भरपूर फसल होगी। भूमि अपनी उपज देगी। मेरे निज लोग अपने देश में निरापद निवास करेंगे। जब मैं उनकी गुलामी के जूए को तोड़कर उन्हें स्वतन्त्र करूंगा, जब मैं उनको गुलाम बनाने वाले शत्रु के हाथ से मुक्त करूंगा, तब उन्हें ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
मैं तुझ पर जंगली पशु और अकाल भेजूंगा। वे तेरे बच्चों को खा जाएंगे। महामारी और हत्या की काली छाया तेरे दरवाजों से गुजरेगी। ओ यरूशलेम के निवासियो, सुनो, मैं − तुम्हारा प्रभु, तुम पर शत्रु की तलवार चलवाऊंगा। मैं-प्रभु ही यह कह रहा हूँ।’
तब मैं उस दिन इस्राएली राष्ट्र की ओर से वन-पशुओं, आकाश के पक्षियों और भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जंतुओं से सन्धि स्थापित करूंगा। मैं पृथ्वी पर से युद्ध के शस्त्र, तलवार और धनुष − तोड़ दूंगा। मैं तुझे सुख-चैन की नींद प्रदान करूंगा।
‘तुम मेरी संविधियों को मानना, मेरे न्याय-सिद्धान्तों का पालन करना और उनको व्यवहार में लाना जिससे तुम देश में निश्चिन्त निवास कर सको।
मैं तुम्हारे विरुद्ध मैदान के हिंस्र पशुओं को छोड़ूँगा, जो तुम्हारे बच्चों को तुम्हारे पास से उठाकर ले जाएंगे, और तुम्हारे पालतू पशुओं को फाड़ डालेंगे। वे तुम्हें इतनी अधिक संख्या में नष्ट करेंगे कि तुम्हारे मार्ग निर्जन हो जाएंगे।
मैं तुम पर शत्रु का आक्रमण कराऊंगा जो तुमसे विधान-भंग का प्रतिशोध लेगा। यदि तुम अपने नगरों में एकत्र होगे तो मैं तुम पर महामारियां भेजूंगा और तुम शत्रुओं के हाथ में पड़ जाओगे।
तुम अपने शत्रुओं का पीछा करोगे, और वे तुम्हारी तलवार के कारण तुम्हारे सम्मुख गिरेंगे।
हर आदमी अपने अंगूर-उद्यान में, अपने अंजीर वृक्ष के नीचे निश्चिंत बैठेगा, उसे शत्रु के आक्रमण का डर नहीं होगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने स्वयं यह कहा है।
ये इस्राएल के बचे हुए लोग होंगे। ये अनुचित कार्य नहीं करेंगे, ये झूठ नहीं बोलेंगे, और न उनके मुंह में कपटपूर्ण जीभ होगी। वे आराम से चरागाह में भेड़ चराएंगे। वे निश्चिन्त हो, विश्राम करेंगे; उन्हें डरानेवाला कोई न होगा।’
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह भी कहता है : मेरे मन्दिर की यह भव्यता पहले वाली भव्यता से अधिक भव्य होगी। मुझ-प्रभु का यह कथन है: मैं इस स्थान को समृद्धि प्रदान करूंगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यही वाणी है।’
वह एफ्रइम-राज्य के रथों को यरूशलेम के युद्ध के घोड़ों को नष्ट करेगा। वह युद्ध के धनुषों को तोड़ेगा, और सब राष्ट्रों में शान्ति स्थापित करेगा। उसका साम्राज्य भूमध्यसागर से मृतसागर तक, फरात नदी से दक्षिणी सीमान्त, पृथ्वी की सीमांत तक होगा।
“शान्ति मैं तुम को दिए जाता हूँ। अपनी शान्ति मैं तुम्हें प्रदान करता हूँ− जैसे संसार देता वैसे मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल और भयभीत न हो।
जिस दिन हेरोदेस पतरस को पेश करने वाला था, उसके पहले की रात को पतरस, दो हथकड़ियों में बँधे हुये, दो सैनिकों के बीच सो रहे थे और द्वार के सामने भी सन्तरी पहरा दे रहे थे।
यदि हम विश्वास के कारण धार्मिक ठहराए गए हैं, तो हमें हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा परमेश्वर में शान्ति प्राप्त होती है।