वह बालक के सामने पर्याप्त दूर−सौ मीटर की दूरी पर−बैठ गई; क्योंकि वह सोचती थी, ‘मैं अपने बच्चे की मृत्यु अपनी आंखों से नहीं देख सकती।’ जब वह उसके सामने दूर बैठी तब बालक चीख मार कर रोने लगा।
यिर्मयाह 6:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ मेरे नगर के निवासियो! पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहनो और राख में लोटो! जैसे इकलौती संतान के निधन पर हृदय को चीरनेवाला विलाप होता है, वैसा ही शोर मचाओ! क्योंकि अचानक ही महाविनाशक हम पर टूट पड़नेवाला है। पवित्र बाइबल हे मेरे लोगों, टाट के वस्त्र पहन लो। राख में लोट लगा लो। मरे लोगों के लिए फूट—फूट कर रोओ। तुम एकमात्र पुत्र के खोने पर रोने सा रोओ। ये सब करो क्योंकि विनाशक अति शीघ्रता से हमारे विरुद्ध आएंगे। Hindi Holy Bible हे मेरी प्रजा कमर में टाट बान्ध, और राख में लोट; जैसा एकलौते पुत्र के लिये विलाप होता है वैसा ही बड़ा शोकमय विलाप कर; क्योंकि नाश करने वाला हम पर अचानक आ पड़ेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे मेरी प्रजा कमर में टाट बाँध, और राख में लोट; जैसा एकलौते पुत्र के लिये विलाप होता है वैसा ही बड़ा शोकमय विलाप कर; क्योंकि नाश करनेवाला हम पर अचानक आ पड़ेगा। सरल हिन्दी बाइबल अतः मेरी पुत्री, मेरी प्रजा, शोक-वस्त्र धारण करो, भस्म में लोटो; तुम्हारा शोक वैसा ही हो जैसा उसका होता है जिसने अपना एकमात्र पुत्र खो दिया है, अत्यंत गहन शोक, क्योंकि हम पर विनाशक का आक्रमण सहसा ही होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे मेरी प्रजा कमर में टाट बाँध, और राख में लोट; जैसा एकलौते पुत्र के लिये विलाप होता है वैसा ही बड़ा शोकमय विलाप कर; क्योंकि नाश करनेवाला हम पर अचानक आ पड़ेगा। |
वह बालक के सामने पर्याप्त दूर−सौ मीटर की दूरी पर−बैठ गई; क्योंकि वह सोचती थी, ‘मैं अपने बच्चे की मृत्यु अपनी आंखों से नहीं देख सकती।’ जब वह उसके सामने दूर बैठी तब बालक चीख मार कर रोने लगा।
उसके कानों में डरावनी आवाजें गूँजती हैं; सुख-समृद्धि के दिनों में विनाश करने वाला उस पर टूट पड़ता है!
तब अय्यूब ने अपना शरीर खुजाने के लिए एक ठीकरा लिया, और नगर के बाहर राख के ढेर पर बैठ गया।
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
इसलिए मैं कहता हूं : “मुझसे आंख हटा लो, ताकि मैं फूट-फूट कर रो सकूं, मेरे लोगों की नगरी यरूशलेम के विनाश के शोक में मुझे सांत्वना देने का प्रयत्न न करो।”
उनकी देह में इत्र की सुगन्ध के स्थान पर दुर्गन्ध, कमर में पटुआ के बदले रस्सी होगी। उनके सावधानी से गुन्थे केशों के स्थान पर गंजापन होगा। वे कीमती साड़ी के स्थान पर टाट का कटि वस्त्र पहिनेंगी। उनके सौंदर्य-चिह्नों के स्थान पर गुलामी के दाग होंगे।
इस कारण तुम्हारा यह अनिष्ट होगा: जैसे एक ऊंची दीवार का कुछ भाग टूट कर आगे निकल आता है, और गिरनेवाला होता है; अचानक, क्षण-भर में टूटकर गिर पड़ता है, ऐसी ही दशा तुम्हारी होगी।
ओ आलसी स्त्रियो, कांपो! ओ आत्म-सन्तुष्ट महिलाओ, व्याकुल हो! पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र उतारो, और अपनी कमर में टाट वस्त्र लपेट लो।
निर्जन प्रदेश के मुंडे टीलों पर विनाश करनेवाले आ पहुंचे। देश के एक कोने से दूसरे कोने तक मुझ-प्रभु की तलवार विनाश कर रही है। कोई भी मनुष्य सुरक्षित नहीं है।
किन्तु यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, तो मैं तुम्हारे घमण्ड के कारण एकांत स्थान में आंसू बहाऊंगा, मेरी आंखें बुरी तरह रोएंगी, उनसे आंसुओं की नदी बहेगी; क्योंकि प्रभु का रेवड़ बन्दी बना लिया जाएगा।
‘ओ यिर्मयाह, तू उन से यह कहना: “मेरी आंखों से दिन-रात आंसुओं की झड़ी लगी रहती है; मेरे आंसू नहीं रुकते; क्योंकि यहूदा प्रदेश की जनता का सर्वनाश हो गया है; उसका भयंकर विनाश हुआ है।
मैंने उनके देश में विधवाओं की संख्या सागर-तट के रेत-कणों से अधिक कर दी! मैंने तरुण सैनिकों की माताओं के विरुद्ध दिन-दहाड़े एक विध्वंसक भेजा। मैंने आदेश दिया, और उन पर दु:ख और आतंक का पहाड़ अचानक टूट पड़ा।
प्रभु, जब तू उन पर अचानक शत्रु-दल लाएगा, तब उनके मकानों से चीख-पुकार की आवाज निकले। उन्होंने मुझे गिराने के लिए गड्ढा खोदा है; मेरे पैरों को फांसने के लिए फंदा बिछाया है!
उस दिन यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों से यह कहा जाएगा: ‘देखो, मरुस्थल के मुण्डे टीलों से मेरे नगर की ओर लू बह रही है। पर यह अनाज के पछोरने और ओसाने के लिए नहीं है।
विनाश पर विनाश का समाचार आ रहा है; सारा प्रदेश लूट लिया गया है। अचानक मेरे निवास-स्थान के तम्बू उखाड़ लिये गए, क्षण-भर में मेरी कनातें नष्ट हो गयीं।
अत: पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहनो; शोक मनाओ, और रोओ। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि तुम से अभी दूर नहीं हुई है।’
मेरे निज लोगों के घावों पर झूठ का मलहम लगाते हैं; वे उनसे कहते हैं, “तुम्हारा कल्याण होगा,” जबकि कल्याण होगा ही नहीं।
मेरे नगर के निवासियों की, यरूशलेम के नागरिकों की करुण चीख- पुकार सुनाई दे रही है। सारे देश में एक छोर से दूसरे छोर तक, लोग कह रहे हैं, ‘क्या सियोन में प्रभु नहीं है? क्या सियोन का राजा सियोन को त्याग चुका है?’ प्रभु ने कहा, ‘इन लोगों ने अपनी मूर्ति-पूजा से, विदेशियों की निस्सार मूर्तियों की प्रतिष्ठा से मेरी क्रोधाग्नि क्यों भड़कायी?’
मेरे लोगों के दु:ख के कारण मेरा हृदय भी दु:खी है; मैं शोक मनाता हूं, मैं आश्चर्य में डूबा हुआ हूं।
काश, मेरा मस्तिष्क सागर होता, मेरी आंखें आँसुओं की झील होती, तो मैं अपने लोगों के महासंहार के कारण दिन-रात फूट-फूट कर रोता।
मैं पर्वतों के लिए रोऊंगा, शोक मनाऊंगा; निर्जन प्रदेश के चरागाह के लिए विलाप करूंगा; क्योंकि वे उजाड़ हो गए हैं, राहगीर उधर से अब नहीं गुजरते। पशुओं का रंभाना भी नहीं सुनाई देता। आकाश के पक्षी उनको छोड़ चले गए हैं; जंगली पशु भी भाग गए हैं।
‘मैं इन बातों के कारण रोती हूं; मेरी आंखों से आंसू की धारा बहती है। वह मुझमें साहस फूंकता था, वह मुझसे दूर चला गया है। मेरे बच्चे बेघर हो गए हैं; क्योंकि शत्रु मुझ पर प्रबल हुआ है।’
वह रात में फूट-फूटकर रोती है। उसके गालों पर आंसू बहते हैं। उसके अनेक चाहनेवाले थे, पर अब उनमें से एक भी उसको सांत्वना नहीं देता, उसके मित्रों ने उसके साथ विश्वासघात किया। वे उसके शत्रु बन गए।
रोते-रोते मेरी आंखें धुंधली पड़ गईं; मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं; मेरा कलेजा मुंह को आ रहा है; क्योंकि मेरे लोगों की नगरी का सर्वनाश हो गया; शिशु और बच्चे नगर के चौराहों पर मूर्च्छित पड़े हैं।
दयालु मांओं ने अपने ही हाथों से अपने बच्चों को पकाया! मेरे अपने लोगों की नगरी के विनाश के समय ये बच्चे अपनी मांओं का आहार बन गए।
सियार भी थन पसार कर अपने बच्चों को दूध पिलाती है; किन्तु मेरे लोगों की बेटी, वन की शुतुरमुर्गी की तरह निष्ठुर हो गई है।
मेरे लोगों की नगरी यरूशलेम के अधर्म का दण्ड सदोम नगर के पाप के दण्ड से अधिक कठोर है, जो नगर बिना किसी के हाथ लगाए ही क्षण भर में उलट-पुलट गया था।
मैं तुम्हारे आनन्द के उत्सव-पर्वों को शोक-दिवसों में परिणत कर दूंगा; मैं तुम्हारे स्तुति गीतों को विलाप गीतों में बदल दूंगा। शोक प्रदर्शित करने के लिए तुम-सबको कमर में टाट के वस्त्र पहनने पड़ेंगे, तुम्हें सिर मुंड़ाना होगा। मैं तुमसे ऐसा शोक कराऊंगा, जैसा इकलौते पुत्र का मृत्यु शोक होता है। वह दिन अन्त तक भयावह होगा।’
यह खबर नीनवे के राजा को मिली। वह तत्काल अपने सिंहासन से उठा। उसने अपनी राजसी पोशाक उतारी, और टाट के वस्त्र पहिन लिए। तब वह राख के ढेर पर बैठ गया।
मैं दाऊद के परिवार और यरूशलेम के निवासियों पर कृपा और प्रार्थना की आत्मा उण्डेलूंगा। अत: वे मुझ पर दृष्टि डालेंगे। जिस व्यक्ति को उन्होंने बेधा है उसके लिए वे विलाप करेंगे, जैसे कोई अपने मृत इकलौते पुत्र के लिए विलाप करता है। वे रोएंगे, जैसे कोई अपने ज्येष्ठ पुत्र की मृत्यु पर रोता है।
जब वे नगर के प्रवेश-द्वार के निकट पहुँचे, तब लोग एक मुरदे को बाहर ले जा रहे थे। वह अपनी माँ का एकलौता पुत्र था और माँ विधवा थी। नगर के बहुत-से लोग उसके साथ थे।
अपनी दुर्गति पहचान कर शोक मनाओ और आंसू बहाओ। अपनी हंसी शोक में और अपना आनन्द विषाद में बदल डालो।
धनवानो, मेरी बात सुनो! तुम लोगों को रोना और विलाप करना चाहिए, क्योंकि विपत्तियाँ तुम पर आ पड़ने वाली हैं।