रिबका ने इसहाक से कहा, ‘मैं हित्ती जाति की बहुओं के कारण जीवन से ऊब गई हूँ। यदि याकूब भी इन बहुओं के समान इस देश की किसी हित्ती जाति की कन्या से विवाह कर लेगा तो मुझे अपने जीवन से क्या लाभ? मैं मर जाऊंगी।’
यिर्मयाह 4:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने प्रसव-पीड़ा से कराहती हुई स्त्री की चीख सुनी। मुझे ऐसा लगा मानो यह कराह उस स्त्री की है, जो पहली बार बच्चे को जन्म दे रही है। यह चीख पुत्री सियोन की थी; वह हांफ रही थी, और हाथ फैलाए हुए कह रही थी, ‘मुझे बचाओ! मैं हत्यारों के हाथ में पड़ गई हूं; मैं बेहोश हो रही हूं।’ पवित्र बाइबल मैं एक चीख सुनता हूँ जो उस स्त्री की चीख की तरह है जो बच्चा जन्म रही हो। यह चीख उस स्त्री की तरह है जो प्रथम बच्चे को जन्म रही हो। यह सिय्योन की पुत्री की चीख है। वह अपने हाथ प्रार्थना में यह कहते हुए उठा रही है, “आह! मैं मूर्छित होने वाली हूँ, हत्यारे मेरे चारों ओर हैं!” Hindi Holy Bible क्योंकि मैं ने ज़च्चा का शब्द, पहिलौठा जनती हुई स्त्री की सी चिल्लाहट सुनी है, यह सिय्योन की बेटी का शब्द है, जो हांफती और हाथ फैलाए हुए यों कहती है, हाय मुझ पर, मैं हत्यारों के हाथ पड़कर मूछिर्त हो चली हूँ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि मैं ने ज़च्चा का शब्द, पहिलौठा जनती हुई स्त्री की सी चिल्लाहट सुनी है, यह सिय्योन की बेटी का शब्द है, जो हाँफती और हाथ फैलाए हुए यों कहती है, “हाय मुझ पर, मैं हत्यारों के हाथ पड़कर मूर्च्छित हो चली हूँ।” सरल हिन्दी बाइबल मुझे ऐसी कराहट सुनाई दी मानो कोई प्रसूता की कराहट हो ऐसी वेदना का स्वर, जैसा उस स्त्री को होता है जिसका पहला प्रसव हो रहा हो. यह पुकार ज़ियोन की पुत्री की चिल्लाहट है जिसका श्वांस फूल रहा है, वह अपने हाथ फैलाकर कह रही है, “हाय! धिक्कार है मुझ पर; मुझे तो हत्यारों के समक्ष मूर्च्छा आ रही है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि मैंने जच्चा का शब्द, पहलौठा जनती हुई स्त्री की सी चिल्लाहट सुनी है, यह सिय्योन की बेटी का शब्द है, जो हाँफती और हाथ फैलाए हुए यह कहती है, “हाय मुझ पर, मैं हत्यारों के हाथ पड़कर मूर्छित हो चली हूँ।” |
रिबका ने इसहाक से कहा, ‘मैं हित्ती जाति की बहुओं के कारण जीवन से ऊब गई हूँ। यदि याकूब भी इन बहुओं के समान इस देश की किसी हित्ती जाति की कन्या से विवाह कर लेगा तो मुझे अपने जीवन से क्या लाभ? मैं मर जाऊंगी।’
‘मैं अपने जीवन से तंग आ गया हूँ। मैं निस्संकोच अपनी शिकायत पेश करूंगा। मैं अपने प्राण की पीड़ा व्यक्त करूंगा।
धिक्कार है मुझे, कि मैं मेशेक जाति के मध्य प्रवास कर रहा हूं, केदार जाति के शिविरों में निवास कर रहा हूं।
जब तुम प्रार्थना करते समय मेरी ओर हाथ फैलाओगे तब मैं तुम्हारी ओर से अपनी आंखें फेर लूंगा। चाहे तुम एक के बाद एक, कितनी ही प्रार्थनाएँ क्यों न करो, मैं उन्हें नहीं सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से सने हैं।
वे घबरा गए। सन्त्रास और पीड़ा ने उन्हें दबा लिया। वे प्रसूता के समान छटपटा रहे हैं। वे मुंह बाए एक-दूसरे को ताक रहे हैं। उनके चेहरे क्रोध से जल रहे हैं।
इसलिए मेरी कमर में पीड़ा है, गर्भवती स्त्री की तरह मुझे भी पीड़ा हो रही है। मैं ऐसे संकट में हूं कि मुझे सुनाई नहीं पड़ता, मैं इतना घबरा गया हूं कि मुझे दिखाई नहीं देता।
प्रभु, तेरे सम्मुख हम गर्भवती स्त्री के समान थे : जब उसका जनने का समय आता है तब वह प्रसव-पीड़ा से चीखती है।
‘मैं बहुत समय तक चुप रहा, मैं शांत रहा, और अपने को रोकता रहा। परन्तु अब मैं प्रसव-पीड़ित स्त्री की तरह चिल्लाऊंगा, मैं हांफ-हांफ कर सांस भरूंगा।
तब मैंने कहा, ‘हाय! अब मैं जीवित नहीं रह सकता! मैं अशुद्ध ओंठवाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध ओंठवाले लोगों के मध्य निवास करता हूं। मैंने साक्षात् स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा।’
मां-सियोन कह रही है, ‘हाय! हाय! मेरी चोट गम्भीर है। मेरा घाव प्राण-घातक है। मैंने सोचा, निस्सन्देह मुझ पर विपत्ति आई है, मुझे उसको सहना ही पड़ेगा।
जिनको तूने मित्रता का पाठ पढ़ाया था, जिन को तूने मित्र बनाया था, जब वे तेरे शासक नियुक्त होंगे तब तू क्या कहेगी? क्या यह देखकर तुझे जच्चा स्त्री के समान प्रसव-पीड़ा नहीं होगी?
अगर मैं मैदान में जाता हूं तो मुझे वहां तलवार की मारकाट दिखाई देती है। यदि नगर में प्रवेश करता हूं तो मुझे वहां अकाल की महामारी दिखाई देती है। नबी और पुरोहित देश में रोजगार की तलाश में मारे-मारे फिर रहे हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें।” ’
तब क्यों मेरी पीड़ा दूर नहीं हो रही है? मेरा घाव क्यों नहीं भर रहा है? क्या तू मेरे लिए मृग-तृष्णा बन गया है? क्या तू ऐसा झरना हो गया है, जो सूख जाता है? क्या तू गरजनेवाला बादल हो गया है; जो गरजता तो है पर बरसता नहीं?
अब प्रभु, तू उनके बच्चों को अकाल के मुख में जाने दे; उनको तलवार से मौत के घाट उतार दे। उनकी स्त्रियां निस्सन्तान हो जाएं, वे विधवा हो जाएं। पुरुषों की मौत महामारी से हो। उनके जवान बेटे युद्ध में मारे जाएं।
ओ यरूशलेम नगरी, लबानोन की निवासिनी! देवदार के जंगलों में अपना घोंसला बनानेवाली! जब तुझमें गर्भवती स्त्री की पीड़ाएं उठेंगी, जब तुझ पर दु:ख का पहाड़ टूटेगा तब तू क्या दर्द से नहीं चीखेगी?’
तुम पूछो, और स्वयं अपनी आंखों से देखो, क्या पुरुष को भी प्रसव-पीड़ा होती है? तब ये पुरुष गर्भवती स्त्री के समान अपनी कमर को हाथों से क्यों दबाए हुए हैं? उनका चेहरा पीला क्यों पड़ गया है?
वह मोआब के नगरों पर अधिकार कर लेगा। वह उसके गढ़ों को घेर लेगा। जैसे प्रसव के समय स्त्री का हृदय डर से कांपता है, वैसे ही उस दिन मोआब के योद्धाओं का हृदय डर से कांपेगा।
देखो, वह बाज की तरह वेग से उड़कर आएगा, और बोसरा पर अपने पंख फैला देगा। जैसे प्रसव के समय स्त्री का हृदय डर से कांपता है, वैसे ही उस दिन एदोम के योद्धाओं का हृदय डर से कांपेगा।’
दमिश्क कमजोर हो गया, घबराहट ने उसको दबोच लिया, वह सिर पर पैर रखकर भाग रहा है। जैसे प्रसव के समय स्त्री पीड़ा और कष्ट में डूब जाती है, वैसे ही दमिश्क पर दु:ख के बादल मंडरा रहे हैं।
उनके आक्रमण की खबर बेबीलोन के राजा ने सुनी। यह सुनकर उसके हाथ-पैर सुन्न पड़ गए; उस पर आतंक छा गया। जैसे स्त्री बच्चे को जन्म देते समय पीड़ा से चीखती है, वैसे ही बेबीलोन का राजा पीड़ित है।
सियोन हाथ फैलाकर प्रार्थना कर रही है; पर उसे सांत्वना देनेवाला कोई नहीं है। प्रभु ने याकूब के विरुद्ध उसके पड़ोसी राष्ट्रों को आदेश दिया कि वे उसके बैरी बन जाएं। अत: उनके मध्य में यरूशलेम एक घृणित नगरी बन गई।
‘हे प्रभु, देख; क्योंकि मैं संकट में हूं। मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं। मेरा हृदय व्याकुल हो उठा है; क्योंकि मैंने तेरे वचन से बहुत विद्रोह किया है। घर के बाहर तलवार से मैं निर्वंश होती हूं, और घर के भीतर मृत्यु विराज रही है।
‘सड़कों की धूल में वृद्धों और बच्चों के शव पड़े हैं। मेरे युवक और युवतियाँ तलवार से मौत के घाट उतार दिए गए। प्रभु, तूने अपने प्रकोप-दिवस पर उनका वध कर दिया; तूने निर्दयतापूर्वक उनको मार डाला।
प्रसव-पीड़ा उसे होती है, पर उत्पन्न होनेवाला शिशु मूर्ख है। वह गर्भ के मुख से बाहर ही नहीं निकलता।
ओ सियोन की जनता! गर्भवती स्त्री के समान छटपटा और कराह! तू नगर से बाहर निकलेगी, और तुझे खुले मैदान में रहना पड़ेगा। तू बेबीलोन देश को जाएगी। वहां प्रभु तुझे छुड़ाएगा; तेरे शत्रुओं के हाथ से प्रभु तुझे मुक्त करेगा।
ओ यरूशलेम नगरी! तू गला फाड़कर चिल्लाती क्यों है? क्या तेरे यहाँ कोई राजा नहीं है? क्या तेरे सलाहकार मर गए जिसके कारण तू गर्भवती स्त्री के समान प्रसव-पीड़ा से तड़प रही है?
धिक्कार है मुझे, मैंने अवसर खो दिया! मैं ग्रीष्म काल के फल तब तोड़ने गया जब वे झड़ा लिए गए। मैं अंगूरों को चुनने तब गया जब वे तोड़ लिए गए। न अंगूर का एक गुच्छा और न अंजीर का एक फल मुझे मिला, जिन्हें खाने को मेरा दिल चाहता था।
“सियोन नगरी से कहो : देख! तेरा राजा तेरे पास आ रहा है। वह विनम्र है। वह गदही पर और उसके बछेरू पर, वरन् लद्दू जानवर के बच्चे पर सवार है।”
मैं इस पर गर्व नहीं करता कि मैं शुभसमाचार का प्रचार करता हूँ। मैं तो ऐसा करने को विवश हूँ। धिक्कार मुझे यदि मैं शुभसमाचार का प्रचार न करूँ!
जब लोग यह कहेंगे, “अब तो शान्ति और सुरक्षा है”, तभी विनाश, गर्भवती की प्रसव-पीड़ा की तरह, उन पर अचानक आ पड़ेगा और वे उससे नहीं बच सकेंगे।