ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




यहेजकेल 20:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

लेकिन इस्राएल के वंशजों ने निर्जन प्रदेश में मुझ से विद्रोह किया। उन्‍होंने मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण नहीं किया, बल्‍कि मेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों को ताक पर रख दिया, जिनके अनुरूप आचरण करने से मनुष्‍य जीवित रहता है। उन्‍होंने मेरे विश्राम-दिवस की घोर उपेक्षा कर उसको अपवित्र कर दिया। ‘अत: मैंने सोचा कि मैं उनको निर्जन प्रदेश में दण्‍ड देने के लिए उन पर अपनी क्रोधाग्‍नि की वर्षा करूंगा और उनको पूर्णत: नष्‍ट कर दूंगा।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

“‘किन्तु इस्राएल का परिवार मरूभूमि में मेरे विरुद्ध उठ खड़ा हुआ। उन्होंने मेरे नियमों का अनुसरण नहीं किया। उन्होंने मेरे नियमों का पालन करने से इन्कार किया और वे नियम अच्छे हैं। यदि कोई व्यक्ति उनका पालन करेगा तो वह जीवित रहेगा। उन्होंने मेरे विशेष विश्राम के दिनों के प्रति ऐसा व्यवहार किया मानो उनका कोई महत्व न हो। वे उन दिनों में अनेकों बार काम करते रहे। मैंने मरूभूमि में उन्हें नष्ट करने का निश्चय किया अर्थात् अपने क्रोध की पूरी शक्ति का अनुभव उन्हें कराना चाहा।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

तौभी इस्राएल के घराने ने जंगल में मुझ से बलवा किया; वे मेरी विधियों पर न चले, और मेरे नियमों को तुच्छ जाना, जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा; और उन्होंने मेरे विश्रामदिनों को अति अपवित्र किया। तब मैं ने कहा, मैं जंगल में इन पर अपनी जलजलाहट भड़का कर इनका अन्त कर डालूंगा।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तौभी इस्राएल के घराने ने जंगल में मुझ से विद्रोह किया; वे मेरी विधियों पर न चले, और मेरे नियमों को तुच्छ जाना, जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा;* और उन्होंने मेरे विश्रामदिनों को अति अपवित्र किया। “तब मैं ने कहा, मैं जंगल में इन पर अपनी जलजलाहट भड़काकर इनका अन्त कर डालूँगा।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

“ ‘तो भी इस्राएल के लोगों ने निर्जन प्रदेश में मेरे विरुद्ध विद्रोह किया. वे मेरे नियमों पर नहीं चले और मेरे कानूनों को अस्वीकार किया—जिनका यदि कोई व्यक्ति पालन करता है, तो वह जीवित रहेगा—और उन्होंने पूरी तरह से मेरे विश्राम दिन को अपवित्र किया. इसलिये मैंने कहा कि मैं उन पर अपना कोप उंडेलूंगा और निर्जन प्रदेश में उन्हें नाश कर दूंगा.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तो भी इस्राएल के घराने ने जंगल में मुझसे बलवा किया; वे मेरी विधियों पर न चले, और मेरे नियमों को तुच्छ जाना, जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा; और उन्होंने मेरे विश्रामदिनों को अति अपवित्र किया। “तब मैंने कहा, मैं जंगल में इन पर अपनी जलजलाहट भड़काकर इनका अन्त कर डालूँगा।

अध्याय देखें



यहेजकेल 20:13
43 क्रॉस रेफरेंस  

पर तूने मुझ-प्रभु के वचन का तिरस्‍कार क्‍यों किया? जो कार्य मेरी दृष्‍टि में बुरा है, उसको तूने क्‍यों किया? तूने तलवार से ऊरियाह हित्ती की हत्‍या करवा दी, और उसकी पत्‍नी को छीनकर अपनी पत्‍नी बना लिया। तूने अम्‍मोनी सैनिकों की तलवार से ऊरियाह का वध कर दिया।


तुम्‍हारे पूर्वजों और जाति भाई-बन्‍धुओं ने अपने प्रभु परमेश्‍वर के प्रति विश्‍वासघात किया था। तुम उनके समान आचरण मत करो अन्‍यथा, जैसा तुम देख रहे हो, कि उसने उनको उजाड़ दिया था, वैसा वह तुम्‍हें भी उजाड़ देगा।


अत: मैंने यहूदा प्रदेश के प्रतिष्‍ठित लोगों को फटकारा और उनसे कहा, ‘तुम विश्राम-दिवस पर अनुचित कार्य करते हो, और पवित्र दिवस को अपवित्र करते हो।


अब तू मुझे अकेला छोड़ दे कि मेरी क्रोधाग्‍नि उनके विरुद्ध प्रज्‍वलित हो और मैं उनको भस्‍म करूँ। परन्‍तु मैं तुझको एक महान् राष्‍ट्र बनाऊंगा।’


जिस मार्ग पर चलने के लिए मैंने उनको आज्ञा दी थी, उससे वे इतने शीघ्र भटक गए। उन्‍होंने अपने लिए बछड़े की मूर्ति बनाई है। उन्‍होंने उसकी पूजा की, उसको बलि चढ़ाई और कहा, “ओ इस्राएली समाज! यह है तेरा ईश्‍वर, जो तुझे मिस्र देश से निकाल लाया है।” ’


तुमने मेरी सलाह की उपेक्षा की, और मेरी चेतावनी को अनसुना किया।


जो मनुष्‍य परमेश्‍वर के वचन को तुच्‍छ समझता है, वह स्‍वयं अपने विनाश का कारण बनता है! पर प्रभु की आज्ञाओं का आदर करनेवाला पुरस्‍कार पाएगा!


‘जो विदेशी व्यक्‍ति मुझ-प्रभु के अनुयायी हो गए हैं, जो मेरी सेवा करते हैं, मेरे नाम से प्रेम करते हैं, और मेरे सेवक हैं, जो विश्राम-दिवस का पालन करते हैं और उसको अपवित्र नहीं करते हैं, जो मेरे विधान पर दृढ़ हैं;


किन्‍तु उन्‍होंने प्रभु से विरोध किया, उसके पवित्र आत्‍मा को दु:ख दिया। अत: वह उनका शत्रु बन गया, और उसने उनके विरुद्ध युद्ध किया।


परन्‍तु उन्‍होंने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया, और न ही उस पर कान दिया। वे मनचाहे मार्ग पर चलते रहे, अपने हठीले हृदय के अनुरूप दुराचरण करते रहे। उनके कदम मेरी ओर आगे नहीं बढ़े, बल्‍कि पीछे हट गए।


वहां मैंने उनको अपनी संविधियां प्रदान कीं। मैं उनको अपने न्‍याय-सिद्धान्‍त बताए, जिनके अनुसार आचरण करने पर मनुष्‍य जीवित रहता है।


किन्‍तु मुझे अपने नाम के हेतु अपना निश्‍चय त्‍यागना पड़ा। मैंने अपना क्रोध कार्य-रूप में परिणत नहीं किया, जिससे मेरा नाम उन राष्‍ट्रों की दृष्‍टि में अपवित्र न हो जाए, जिनके सामने से मैं इस्राएलियों को निकालकर लाया था।


क्‍योंकि उन्‍होंने मेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों की उपेक्षा की, मेरी संविधियों के अनुसार आचरण नहीं किया, और मेरे विश्राम-दिवस को अपवित्र किया है। निर्जन प्रदेश में भी उन्‍होंने मूर्तियों पर मन लगाया।


‘किन्‍तु इस्राएलियों की नई पीढ़ी ने भी मुझसे विद्रोह किया। उन्‍होंने मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण नहीं किया। मेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों का पालन करने में तत्‍परता नहीं दिखाई, जिनका पालन करके मनुष्‍य जीवित रहता है। उन्‍होंने मेरे विश्राम-दिवस को अपवित्र किया। ‘अत: मैंने निश्‍चय किया कि मैं उनको दण्‍ड देने के लिए निर्जन प्रदेश में उन पर अपनी क्रोधाग्‍नि की वर्षा करूंगा, मैं उन पर घातक प्रहार करूंगा।


क्‍योंकि उन्‍होंने मेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों का पालन नहीं किया; उन्‍होंने मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण नहीं किया। उन्‍होंने मेरे विश्राम-दिवस को अपवित्र किया। उनकी आंखें अपने पूर्वजों की इष्‍ट मूर्तियों पर लगी रहीं।


जैसे मैंने “मिस्र के निर्जन प्रदेश” में तुम्‍हारे पूर्वजों का न्‍याय किया था, और उन्‍हें दण्‍ड दिया था वैसे ही मैं तुम पर मुकदमा चलाऊंगा, और तुम्‍हें दण्‍ड दूंगा।’ स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।


किन्‍तु उन्‍होंने मुझ से विद्रोह किया। मेरी बात नहीं सुनी। किसी ने भी मिस्र देश की घृणित मूर्तियों को अपने से दूर नहीं किया। वे उनसे चिपके रहे, और उनको नहीं छोड़ा; क्‍योंकि उन पर उनकी आंखें लगी थीं। ‘तब मैंने निश्‍चय किया कि मैं उनको दण्‍ड देने के लिए मिस्र देश में उन पर अपनी क्रोधाग्‍नि की वर्षा करूंगा।


जो बातें मेरी दृष्‍टि में पवित्र हैं, तेरे निवासी उनको तुच्‍छ समझते हैं। वे मेरे पवित्र विश्राम-दिवस को अपवित्र करते हैं।


इतना ही नहीं, उन्‍होंने मेरे साथ यह व्‍यवहार किया: उन्‍होंने अपने पूजा-दिवस पर मेरे पवित्र स्‍थान को अशुद्ध किया, और मेरे पवित्र विश्राम-दिवस को अपवित्र।


तुम मेरी संविधियों एवं न्‍याय-सिद्धान्‍तों का पालन करना; क्‍योंकि उनको मानने से मनुष्‍य जीवित रहेगा। मैं प्रभु हूँ।


यदि तुम मेरी संविधियों की अवहेलना करोगे; यदि तुम्‍हारे प्राण मेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों से घृणा करेंगे जिससे तुम मेरी आज्ञाओं का पालन न करो और मेरे विधान को तोड़ो,


किन्‍तु पहले भूमि उनके द्वारा निर्जन छोड़ी जाएगी। जब तक भूमि उनके न रहने से निर्जन रहेगी, वह विश्राम वर्षों का आनन्‍दपूर्वक पालन करेगी। वे अपने अधर्म के दण्‍ड को स्‍वीकार करेंगे; क्‍योंकि उन्‍होंने मेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों की अवहेलना की है, उनके प्राणों ने मेरी संविधियों से घृणा की है।


प्रभु यों कहता है: ‘मैं यहूदा प्रदेश के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्‍सन्‍देह उसको दण्‍ड दूंगा; मैं उसको नहीं छोड़ूंगा। उसके निवासियों ने प्रभु की व्‍यवस्‍था को ठुकरा दिया। उन्‍होंने प्रभु की संविधियों का पालन नहीं किया। जैसा उनके पुर्वजों ने झूठे देवताओं का अनुसरण किया था, वैसा ही उन्‍होंने भी किया, और उनके झूठे देवताओं ने उन्‍हें भटका दिया!


अत: वे सब व्यक्‍ति जिन्‍होंने मेरी महिमा के दर्शन किए, मेरे उन अद्भुत कार्यों को देखा जिनको मैंने मिस्र देश तथा निर्जन प्रदेश में किया, फिर भी जिन्‍होंने दस बार मुझे कसौटी पर कसा और मेरी वाणी नहीं सुनी,


तुम्‍हारे शव इस निर्जन प्रदेश में पड़े रहेंगे। तुम्‍हारे वे सब पुरुष जिनकी गणना की गई थी; जो बीस वर्ष के तथा इससे अधिक आयु के हैं; और जिन्‍होंने मेरे विरुद्ध बक-बक की है;


‘मंडली के इस जन-समुदाय के मध्‍य से अलग हो जाओ, ताकि मैं इन्‍हें क्षण भर में भस्‍म कर दूं।’ परन्‍तु मूसा और हारून मुंह के बल गिर पड़े।


ये इस्‍साकार के गोत्र थे, जिनमें पुरुषों की संख्‍या चौंसठ हजार तीन सौ थी।


मूसा व्‍यवस्‍था पर आधारित धार्मिकता के विषय में लिखते हैं, “जो मनुष्‍य इन बातों का पालन करेगा, उसे इनके द्वारा जीवन प्राप्‍त होगा।”


मैं जानता हूँ कि तुम विद्रोही और ऐंठी गरदन वाले लोग हो! देखो, यदि मेरे जीवित रहते, तुम्‍हारे साथ रहते हुए भी तुम आज प्रभु के विरुद्ध विद्रोह करते हो, तो मेरी मृत्‍यु के पश्‍चात् विद्रोह क्‍यों न करोगे?


‘स्‍मरण रखना और कभी मत भूलना कि तुमने निर्जन प्रदेश में अपने प्रभु परमेश्‍वर को क्रोधित किया था। जिस दिन से तुम मिस्र देश से बाहर निकले हो, और इस स्‍थान पर पहुँचे हो, तुम प्रभु से विद्रोह करते रहे हो।


तुमने होरेब पर्वत पर प्रभु को क्रोधित किया था, और वह क्रुद्ध होकर तुम्‍हें नष्‍ट करना चाहता था।


इसलिए जो इस आदेश का तिरस्‍कार करता है, वह मनुष्‍य का नहीं, बल्‍कि परमेश्‍वर का तिरस्‍कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्‍मा प्रदान करता है।


जिस दिन से मैं उन्‍हें मिस्र देश से निकाल लाया, उस दिन से आज तक वे अपने सब कर्मों से मेरा त्‍याग करते और अन्‍य देवी-देवताओं की पूजा-आराधना करते रहे हैं। ऐसा ही व्‍यवहार वे तेरे साथ भी कर रहे हैं।