वन के समस्त वृक्ष प्रभु के सम्मुख जय-जयकार करेंगे। वह पृथ्वी का न्याय करने को आएगा।
भजन संहिता 9:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु उत्पीड़ित व्यक्ति के लिए गढ़ है; वह संकट में शरण-स्थल है। पवित्र बाइबल यहोवा दलितों और शोषितों का शरणस्थल है। विपदा के समय वह एक सुदृढ़ गढ़ है। Hindi Holy Bible यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊंचा गढ़ ठहरेगा, वह संकट के समय के लिये भी ऊंचा गढ़ ठहरेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊँचा गढ़ ठहरेगा, वह संकट के समय के लिये भी ऊँचा गढ़ ठहरेगा। नवीन हिंदी बाइबल यहोवा पिसे हुओं के लिए दृढ़ गढ़ है; वह संकट के समय दृढ़ गढ़ है। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ही दुःखित को शरण देते हैं, संकट के समय वही ऊंचा गढ़ हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊँचा गढ़ ठहरेगा, वह संकट के समय के लिये भी ऊँचा गढ़ ठहरेगा। |
वन के समस्त वृक्ष प्रभु के सम्मुख जय-जयकार करेंगे। वह पृथ्वी का न्याय करने को आएगा।
मैं दाहिनी ओर दृष्टि करता हूं और यह देखता हूं कि मुझे पहचाननेवाला कोई नहीं है। मेरे लिए शरण-स्थल भी नहीं रहा; मेरी चिन्ता करनेवाला कोई नहीं है।
हे प्रभु, मेरी चट्टान! तू ही मेरा शरण-स्थल और मुक्तिदाता है। तू मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है, मैं तेरी शरण में आया हूँ। तू मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़ है।
तू मेरा आश्रयस्थल है; तू संकट से मुझे सुरक्षित रखता है; तू मुक्ति के जयघोष से मुझे घेर लेगा। सेलाह
लोगो, हर समय परमेश्वर पर ही भरोसा करो। उसके सम्मुख अपना हृदय उण्डेल दो, परमेश्वर ही हमारे लिए शरण-स्थल है। सेलाह
भला हो कि दुष्ट की दुष्टता नष्ट हो, और तू धार्मिक मनुष्य को प्रतिष्ठित करे। मन और हृदय को परखनेवाला परमेश्वर धर्ममय है।
राष्ट्रों में यह कहो, ‘प्रभु राज्य करता है। निश्चय ही पृथ्वी की नींव दृढ़ है, वह विचलित न होगी। प्रभु लोगों का न्याय निष्पक्षता से करेगा,
प्रभु के सम्मुख जयजयकार करें; क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आ रहा है; वह धार्मिकता से संसार का, और निष्पक्षता से सब जातियों का न्याय करेगा।
प्रभु का नाम मानो मजबूत किला है, जिसमें धार्मिक मनुष्य भागकर शरण लेते हैं और सुरक्षित रहते हैं।
राजा और प्रशासक जनता के लिए मानो आंधी से छिपने का आश्रय-स्थल तूफान से बचने का आड़-स्थल होंगे। वे मानो निर्जल प्रदेश में जल के झरने उत्तप्त भूमि में विशाल चट्टान की छाया होंगे।
मैं तुम्हारे लिए पवित्र स्थान बनूंगा; पर इस्राएली राष्ट्र के दोनों राज-परिवारों के लिए ठोकर का पत्थर और ठेस की चट्टान तथा यरूशलेम-निवासियों के लिए जाल और फन्दा बनूंगा।
“ओ यरूशलेम! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्या करती और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्तान को एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।
शाश्वत परमेश्वर तेरा आश्रय है; उसकी शाश्वत बाहें तेरा सहारा हैं। उसने तेरे सम्मुख से तेरे शत्रुओं को निकाला है। उसने ही तुझे यह आदेश दिया, “उन्हें नष्ट कर दो!”
वह इन दो अपरिवर्तनीय कार्यों, अर्थात् प्रतिज्ञा और शपथ में, झूठा प्रमाणित नहीं हो सकता। इस से हमें, जिन्होंने परमेश्वर की शरण ली है, यह प्रबल प्रेरणा मिलती है कि हमें जो आशा दिलायी गयी है, हम उसे धारण किये रहें।