तू महान्, शक्तिशाली, महिमामय और प्रतापी है। तू ही विजय का स्रोत है स्वर्ग और पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु तेरी ही है। हे प्रभु, राज्य तेरा ही है। तू सबके ऊपर उन्नत और सर्वोच्च है।
भजन संहिता 24:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पृथ्वी और उसकी परिपूर्णता, संसार और उसके निवासी- सब प्रभु के हैं; पवित्र बाइबल यह धरती और उस पर की सब वस्तुएँ यहोवा की है। यह जगत और इसके सब व्यक्ति उसी के हैं। Hindi Holy Bible पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है; जगत और उस में निवास करने वाले भी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है, जगत और उस में निवास करनेवाले भी। नवीन हिंदी बाइबल पृथ्वी और जो कुछ उसमें है, अर्थात् जगत और उसमें रहनेवाले सब यहोवा के हैं। सरल हिन्दी बाइबल पृथ्वी और पृथ्वी में जो कुछ भी है, सभी कुछ याहवेह का ही है. संसार और वे सभी, जो इसमें निवास करते हैं, उन्हीं के हैं; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पृथ्वी और जो कुछ उसमें है यहोवा ही का है; जगत और उसमें निवास करनेवाले भी। |
तू महान्, शक्तिशाली, महिमामय और प्रतापी है। तू ही विजय का स्रोत है स्वर्ग और पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु तेरी ही है। हे प्रभु, राज्य तेरा ही है। तू सबके ऊपर उन्नत और सर्वोच्च है।
हे हमारे प्रभु परमेश्वर, यह सब भेंट, जो हमने तेरे पवित्र नाम की प्रतिष्ठा के लिए, तेरे भवन के निर्माण के लिए एकत्र की है, वह हमें तेरे ही हाथ से प्राप्त हुई थी। यह सब तेरा ही है।
राजा अमस्याह ने कहा, ‘लेकिन मेरी साढ़े तीन हजार किलो चांदी का क्या होगा, जो मैंने इस्राएली सेना के बदले में दी है?’ परमेश्वर के भक्त-जन ने उत्तर दिया, ‘प्रभु सामर्थी है, और वह आपको इससे भी अधिक धन देगा।’
क्या कभी किसी मनुष्य ने मुझे उधार दिया है कि मैं उसको लौटाऊं? आकाश के नीचे की सम्पूर्ण पृथ्वी मेरी ही है।
आकाश तेरा है, पृथ्वी भी तेरी है, संसार और उसकी परिपूर्णता को तूने ही स्थापित किया है।
तूने ही उत्तर और दक्षिण बनाए हैं; ताबोर एवं हेर्मोन पर्वत तेरे नाम का जयजयकार करते हैं।
अब यदि तुम ध्यान से मेरी बात सुनोगे और मेरे विधान का पालन करोगे, तो तुम सब जातियों में मेरी निज सम्पत्ति बनोगे, क्योंकि समस्त पृथ्वी मेरी ही है।
मूसा ने उससे कहा, ‘जैसे ही मैं नगर के बाहर जाऊंगा, प्रभु की ओर अपने हाथ फैलाऊंगा। तब मेघों की गरज बन्द हो जाएगी और ओले फिर न बरसेंगे, जिससे आपको ज्ञात हो जाएगा कि पृथ्वी प्रभु की है।
आप मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिए जाएंगे, और आपको वन-पशुओं के साथ रहना पड़ेगा। आप बैल के समान घास चरेंगे, और आकाश की ओस में भीगा करेंगे। सात वर्ष तक आपकी यही दशा रहेगी। उसके बाद आपको अनुभव होगा कि सर्वोच्च परमेश्वर ही मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिसको चाहता है, उसको यह राज्य दे देता है।
ओ सियोन नगरी! उठ, और दंवरी कर। मैं तेरे सींग लोहे के, और तेरे खुर पीतल के बनाऊंगा। तब तू अनेक देशों को रौंदेगी। तू उनकी लूट प्रभु के सम्मुख अर्पित करेगी, तू उनकी धन-सम्पत्ति सम्पूर्ण पृथ्वी के स्वामी को चढ़ाएगी।
प्रभु के सम्मुख पहाड़ कांपते हैं, पहाड़ियाँ हिलने लगती हैं। उसकी उपस्थिति से, पृथ्वी और उस पर रहनेवाले प्राणी, उजड़ जाते हैं।
क्योंकि जैसा धर्मग्रन्थ में कहा गया है, “पृथ्वी और उसमें जो कुछ है वह सब प्रभु का है।”
‘देखो यह आकाश, उच्च आकाश, और पृथ्वी तथा उसमें जो कुछ है, वह सब तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ही का है।