व्यभिचारी मनुष्य की आँखें दिन डूबने की प्रतीक्षा करती हैं; वह सोचता है, “किसी की दृष्टि मुझ पर नहीं पड़ेगी” ; वह अपने मुँह पर नकाब डाल लेता है।
नीतिवचन 7:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मुझे सीधे-सादे जवानों की भीड़ में एक नासमझ युवक दिखाई दिया, पवित्र बाइबल सरल युवकों के बीच एक ऐसा नवयुवक देखा जिसको भले—बुरे की पहचान नहीं थी। Hindi Holy Bible तब मैं ने भोले लोगों में से एक निर्बुद्धि जवान को देखा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मैं ने भोले लोगों में से एक निर्बुद्धि जवान को देखा; नवीन हिंदी बाइबल तो मुझे सरल-हृदय लोगों के बीच एक नासमझ युवक दिखाई दिया। सरल हिन्दी बाइबल मुझे एक साधारण, सीधा-सादा युवक दिखाई दिया, इस युवक में समझदारी तो थी ही नहीं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मैंने भोले लोगों में से एक निर्बुद्धि जवान को देखा; |
व्यभिचारी मनुष्य की आँखें दिन डूबने की प्रतीक्षा करती हैं; वह सोचता है, “किसी की दृष्टि मुझ पर नहीं पड़ेगी” ; वह अपने मुँह पर नकाब डाल लेता है।
प्रभु की व्यवस्था सिद्ध है, आत्मा को संजीवन देनेवाली; प्रभु की साक्षी विश्वसनीय है, बुद्धिहीन को बुद्धि देने वाली;
‘ओ अज्ञानियो, कब तक तुम अज्ञान गले लगाए रखोगे? ज्ञान की हंसी उड़ाने वालो, कब तक तुम ज्ञान की हंसी उड़ाते रहोगे? ओ मुर्खो, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?
अज्ञानी मार्ग से भटक जाते हैं, और उनका भटकना मृत्यु का कारण बनता है; मूर्खों का आत्म-सन्तोष उनके विनाश का कारण होता है।
जिस मनुष्य में समझ है, उसके ओंठों पर बुद्धि निवास करती है; पर मूर्ख को छड़ी से हांकना पड़ता है।
जो किसान अपनी भूमि को स्वयं जोतता-गोड़ता है, उसको रोटी का अभाव नहीं होता! पर जो मनुष्य व्यर्थ की योजनाओं में समय गुजारता है, वह नासमझ है!
सीधा-सादा मनुष्य हर बात पर विश्वास कर लेता है, किन्तु चतुर मनुष्य फूंक-फूंक कर कदम रखता है
मनुष्य का ज्ञानरहित रहना उचित नहीं है; जो मनुष्य बिना सोच-विचार के दौड़ता है, वह मार्ग से चूक जाता है।
ज्ञान की हंसी उड़ानेवाले को मारो; तब सीधा-सादा मनुष्य समझदार बनेगा; समझदार व्यक्ति को ताड़ना देने से वह और ज्ञान प्राप्त करता है।
चतुर मनुष्य खतरे को देख कर अपने को छिपा लेता है; पर भोला मनुष्य खतरे के मुंह में चला जाता है, और कष्ट भोगता है।
चतुर मनुष्य खतरे को देखकर स्वयं को छिपा लेता है; पर भोला मनुष्य खतरे के मुंह में चला जाता है, और कष्ट भोगता है।
व्यभिचार करनेवाला व्यक्ति निरा मूर्ख होता है, जो पुरुष व्यभिचार करता है, वह स्वयं को नष्ट करता है।
‘जो मनुष्य सीधा-सादा है, वह घर के भीतर आए।’ जिसमें बुद्धि नहीं है उससे बुद्धि यह कहती है :
प्रभु ने कहा, ‘मेरे निज लोग मूर्ख हैं; वे मुझे नहीं जानते। वे नासमझ बच्चे हैं; उनमें बिल्कुल समझ नहीं है। वे दुष्कर्म करने में चतुर हैं, पर सत्कर्म कैसे करना चाहिए, यह वे नहीं जानते।’