यदि किसान को उसकी मजदूरी चुकाए बिना मैंने अपनी खेत की फसल खायी होती, अथवा भूमि के मालिकों का प्राण लिया होता
नीतिवचन 1:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हिंसक लोभियों का आचरण ऐसा ही होता है, पर उनका लोभ ही उनकी मृत्यु का कारण बनता है। पवित्र बाइबल जो ऐसे बुरे लाभ के पीछे पड़े रहते हैं उन सब ही का यही अंत होता है। उन सब के प्राण हर ले जाता है; जो इस बुरे लाभ को अपनाता है। Hindi Holy Bible सब लालचियों की चाल ऐसी ही होती है; उनका प्राण लालच ही के कारण नाश हो जाता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब लालचियों की चाल ऐसी ही होती है, उनका प्राण लालच ही के कारण नष्ट हो जाता है। नवीन हिंदी बाइबल अनुचित रीति से कमाई करनेवाले सब लोभियों की चाल ऐसी ही होती है, और यही उनके प्राण के नष्ट होने का कारण होता है। सरल हिन्दी बाइबल यही चाल है हर एक ऐसे व्यक्ति की, जो अवैध लाभ के लिए लोभ करता है; यह लोभ अपने ही स्वामियों के प्राण ले लेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सब लालचियों की चाल ऐसी ही होती है; उनका प्राण लालच ही के कारण नाश हो जाता है। |
यदि किसान को उसकी मजदूरी चुकाए बिना मैंने अपनी खेत की फसल खायी होती, अथवा भूमि के मालिकों का प्राण लिया होता
धन का लोभी मनुष्य, जो अन्याय से धन कमाता है, अपने परिवार को संकट में डालता है; पर घूस से घृणा करनेवाला व्यक्ति जीवित रहेगा।
चोर का साथी अपने प्राण का बैरी होता है; अदालत में शपथ खाने पर भी वह सच्चाई को प्रकट नहीं करता।
मैंने सूर्य के नीचे धरती पर एक दु:खद बुराई देखी : धन का स्वामी अपने अनिष्ट के लिए धन संग्रह करता है।
‘धिक्कार है तुझे! तू अपने परिवार के लिए पाप की कमाई करता है। तू पाप की पकड़ से बचने के लिए पहाड़ पर गुप्त निवास-स्थान बनाता है।
मैंने लूट में बाबुल देश का एक सुन्दर अंगरखा, दो किलो चांदी, और आधा किलो सोने की ईंट देखी थी। मैं उनको देखकर लालच में पड़ गया, और उनको चुरा लिया। ये वस्तुएँ मेरे तम्बू के भीतर भूमि में गड़ी हैं। सब वस्तुओं के नीचे चाँदी है।’
यहोशुअ ने आकन से कहा, ‘तूने हमें संकट में क्यों डाला था? आज प्रभु भी तुझे संकट में डालेगा।’ तब सब इस्राएलियों ने उसे पत्थरों से मार डाला। उन्होंने उसके परिवार के सदस्यों को पत्थरों से मार डाला और उसकी सम्पत्ति में आग लगा दी।
वे लोभ के कारण अपनी मनगढ़न्त बातों द्वारा आप से अनुचित लाभ उठायेंगे। उनकी दण्डाज्ञा का निर्णय बहुत पहले हो चुका है और वह उनका पीछा कर रहा है। उनका विनाश सोया हुआ नहीं है!