9 “हाँ! जो व्यक्ति बुरे कामों के द्वारा धनवान बनता है, उसका यह धनवान बनना, उसके लिये बहुत बुरा होगा। ऐसा व्यक्ति सुरक्षापूर्वक रहने के लिये ऐसे काम करता है। वह सोचा करता है कि वह उसकी वस्तुएं चुराने से दूसरे व्यक्तियों को रोक सकता है। किन्तु बुरी बातें उस पर पड़ेंगी ही।
ओ चट्टान की गुफाओं में रहने वाले! ओ पहाड़ी शिखरों पर निवास करने वाले! तुझे अपनी शक्ति पर बड़ा घमण्ड था। और तूने आसपास के राष्ट्रों में अपनी शक्ति का आतंक फैला रखा था। तेरे इसी आतंक ने, तेरे हृदय के घमण्ड ने तुझे धोखा दिया! यद्यपि तूने बाज की तरह ऊंचे स्थान पर अपना घोंसला बनाया है, तो भी मैं तुझे ऊंचे स्थान से नीचे गिराऊंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
धिक्कार इन लोगों को! ये काइन के मार्ग पर चल रहे हैं। ये तुच्छ लाभ के लिए बिलआम की तरह भटक गये और कोरह की तरह विद्रोह करने के कारण विनष्ट हो गये हैं।
तुमने यह कहा है: “हमने मौत से सन्धि की है; अधोलोक से समझौता किया है अत: जब प्रलय का जल-प्रवाह बहेगा तब वह हम तक नहीं पहुंचेगा! असत्य को हमने अपना आश्रय-स्थल माना है,
“देखो, उस शक्तिमान को, जिसने परमेश्वर को अपना गढ़ नहीं बनाया, वरन् जिसने अपने धन-वैभव की प्रचुरता पर भरोसा किया, और अपनी धन-सम्पत्ति को अपना गढ़ माना।”
धिक्कार है तुम्हें! तुम एक के बाद एक मकान बनाते जाते हो, खेत पर खेत जोड़ते जाते हो, कि अन्त में गरीबों के लिए एक गज जमीन भी नहीं बचती, और तुम सारी भूमि के अकेले मालिक बन बैठते हो!
‘जो मनुष्य अन्यायपूर्ण साधनों से धन-सम्पत्ति संचित करता है, वह उस तीतरनी की तरह है, जो दूसरे पक्षियों के अण्डे सेती है। ऐसे मनुष्य के जीवन-काल में ही धन-सम्पत्ति उसका साथ छोड़ देती है; और अन्त में वह मूर्ख सिद्ध होता है।’
ओ यरूशलेम नगरी, लबानोन की निवासिनी! देवदार के जंगलों में अपना घोंसला बनानेवाली! जब तुझमें गर्भवती स्त्री की पीड़ाएं उठेंगी, जब तुझ पर दु:ख का पहाड़ टूटेगा तब तू क्या दर्द से नहीं चीखेगी?’
चाहे बेबीलोन इतनी उन्नति कर ले कि वह आकाश से बातें करने लगे, चाहे वह आसमान तक अपने गढ़ सुदृढ़ कर ले तो भी मैं उस पर विध्वंसक भेजूंगा’ प्रभु की यही वाणी है।