मैं इस्राएली राष्ट्र के मध्य निवास करूंगा। मैं अपने निज लोग इस्राएलियों का परित्याग नहीं करूंगा।’
नहेम्याह 9:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने तेरी आज्ञाओं की अवहेलना की; जो आश्चर्यपूर्ण कार्य तूने उनके मध्य किए थे, उन्होंने उनकी उपेक्षा कर दी। वे ढीठ बन गए, उन्होंने तेरे नेतृत्व के प्रति विद्रोह कर दिया; और मिस्र की गुलामी में लौटने के उद्देश्य से एक नेता को नियुक्त किया। पर परमेश्वर, तू तो सदा क्षमाशील है, अनुग्राही और दयालु, विलम्ब से क्रोध करनेवाला और करुणासागर है। तूने उनको नहीं त्यागा। पवित्र बाइबल कर दिया उन्होंने मना सुनने से। वे भूले उन अचरज भरी बातों को जो तूने उनके साथ की थीं। वे हो गये जिद्दी! विद्रोह उन्होंने किया, और बना लिया अपना एक नेता जो उन्हें लौटा कर ले जाये। फिर उनकी उसी दासता में किन्तु तू तो है दयावान परमेश्वर! तू है दयालु और करुणापूर्ण तू है। धैर्यवान है तू और प्रेम से भरा है तू! इसलिये तूने था त्यागा नहीं उनको। Hindi Holy Bible और आज्ञा मनने से इनकार किया, और जो आश्चर्यकर्म तू ने उनके बीच किए थे, उनका स्मरण न किया, वरन हठ करके यहां तक बलवा करने वाले बने, कि एक प्रधान ठहराया, कि अपने दासत्व की दशा में लौटे। परन्तु तू क्षमा करने वाला अनुग्रहकारी और दयालु, विलम्ब से कोप करने वाला, और अतिकरुणामय ईश्वर है, तू ने उन को न त्यागा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और आज्ञा मानने से इन्कार किया, और जो आश्चर्यकर्म तू ने उनके बीच किए थे, उनका स्मरण न किया, वरन् हठ करके यहाँ तक बलवा करनेवाले बने, कि एक प्रधान ठहराया कि अपने दासत्व की दशा में लौटें। परन्तु तू क्षमा करनेवाला अनुग्रहकारी और दयालु, विलम्ब से कोप करनेवाला, और अतिकरुणामय ईश्वर है, तू ने उनको न त्यागा। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने आपकी आवाज को सुनना ही न चाहा. उन्होंने आपके द्वारा किए गए अद्भुत चमत्कारों को भुला दिया, जो आपने उनके बीच में किए थे; इसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने मिस्र की बंधुआई में लौट जाने के लक्ष्य से अपने लिए एक प्रधान चुन लिया. किंतु आप क्षमा करनेवाले परमेश्वर हैं, अनुग्रहकारी और दयालु, क्रोध करने में धीमे और प्रेम करने में अपार. आपने उन्हें अकेला न छोड़ा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और आज्ञा मानने से इन्कार किया, और जो आश्चर्यकर्म तूने उनके बीच किए थे, उनका स्मरण न किया, वरन् हठ करके यहाँ तक बलवा करनेवाले बने, कि एक प्रधान ठहराया, कि अपने दासत्व की दशा में लौटे। परन्तु तू क्षमा करनेवाला अनुग्रहकारी और दयालु, विलम्ब से कोप करनेवाला, और अति करुणामय परमेश्वर है, तूने उनको न त्यागा। |
मैं इस्राएली राष्ट्र के मध्य निवास करूंगा। मैं अपने निज लोग इस्राएलियों का परित्याग नहीं करूंगा।’
जैसे हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे पूर्वजों के साथ था, वैसे ही वह हमारे साथ रहे। वह हमें न छोड़े, और न हमारा त्याग करे।
राजा नबूकदनेस्सर ने उसको परमेश्वर की शपथ दी थी कि वह उससे विद्रोह नहीं करेगा। तो भी उसने परमेश्वर की शपथ की उपेक्षा की और राजा नबूकदनेस्सर से विद्रोह किया। उसने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के प्रति अपने हृदय को कठोर बना लिया था। हठ से उसकी गर्दन ऐंठ गई थी, और वह प्रभु से विमुख हो गया था।
हम गुलाम हैं, पर गुलामी में भी, हे परमेश्वर, तूने हमें नहीं छोड़ा, वरन् फारस के सम्राट के सम्मुख तूने हम पर करुणा की, और हमें गुलामी से कुछ समय के लिए मुक्त किया ताकि हम तेरे भवन को पुन: खड़ा कर सकें, उसके खण्डहरों की मरम्मत कर सकें। हे परमेश्वर, तूने हमें यहूदा प्रदेश और यरूशलेम में हमारे सिर के ऊपर एक छत प्रदान की।
फिर भी तूने अपने अपार करुणामय स्वभाव के कारण उनका पूर्ण संहार नहीं किया, और न ही उनको त्यागा; क्योंकि तू कृपालु और दयालु परमेश्वर है।
जब हमारे पूर्वज मिस्र देश में थे, उन्होंने तेरे आश्चर्यपूर्ण कर्मों को नहीं समझा, उन्होंने तेरी अपार करुणा को स्मरण नहीं किया, वरन् सागर पर, लाल सागर पर विद्रोह किया।
उन्होंने परमेश्वर के विधान का पालन नहीं किया और उसकी व्यवस्था पर चलना अस्वीकार कर दिया।
परन्तु परमेश्वर दयालु है, वह विनाश नहीं करता, वरन् वह अधर्म को ढांपता है। उसने बार-बार अपने क्रोध को लौटा लिया, और अपने रोष को पुन: भड़कने नहीं दिया।
किन्तु तू, हे स्वामी, दयालु, कृपालु, विलम्ब से क्रोध करनेवाला, करुणा और सच्चाई से परिपूर्ण परमेश्वर है।
मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मेरी बात सुनने से इन्कार कर दिया; मैंने तुम्हारी ओर अपना हाथ बढ़ाया, किन्तु तुममें से किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
ऐसी असंभव बात मेरे निज लोगों ने संभव कर दी : वे मुझे भूल गए। वे झूठे देवी-देवताओं को सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते हैं। वे अपने मार्गों पर ठोकर खाते हैं; वे प्राचीन मार्गों पर भटक गए हैं। वे राजमार्ग छोड़कर पगडण्डियों में खो गए हैं।
‘इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: जिस विपत्ति की घोषणा मैंने तुम्हारे हठ और दुराचरण के कारण की है, वह मैं इस नगर और यहूदा प्रदेश के सब नगरों पर ला रहा हूं; क्योंकि तुमने अपना हृदय कठोर बना लिया है, और मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया है।’
फिर भी उन्होंने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया, और न ही उस पर कान दिया। उन्होंने अपना हृदय पत्थर-सा कठोर बना लिया, और अपने पूर्वजों से बढ़कर दुष्कर्म किए।
किन्तु यरूशलेम नगरी ने दुष्कर्म करने के लिए मेरे न्याय-सिद्धान्तों को बदल दिया, और मेरी संविधियों के अनुसार आचरण नहीं किया। यरूशलेम के निवासियों ने मेरे न्याय-सिद्धान्तों का तिरस्कार किया। वे मेरी संविधियों के अनुरूप नहीं चले। इस प्रकार उन्होंने अपने आसपास के राष्ट्रों से अधिक दुष्कर्म किए। उन्होंने अपने चारों ओर के देशों की अपेक्षा अधिक अधर्म किया।
हे स्वामी हमारे परमेश्वर, केवल तू ही दयालु और क्षमाशील है। हमने तेरे प्रति विद्रोह किया था,
अपने वस्त्र नहीं, वरन् अपना हृदय विदीर्ण करो।’ ओ यहूदा देश, अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौट। वह कृपालु और दयालु है। वह विलम्ब क्रोधी और महा करुणा सागर है। वह दु:ख देकर पछताता है।
यह होने पर भी जब वे अपने शत्रुओं के देश में रहेंगे, मैं उनको नहीं ठुकराऊंगा, और न उनसे इतनी घृणा करूंगा कि उन्हें समूल नष्ट कर दूं, उनके साथ स्थापित अपने विधान को तोड़ दूं; क्योंकि मैं प्रभु, उनका परमेश्वर हूँ।
प्रभु विलम्ब-क्रोधी और महाशक्तिशाली है। प्रभु निस्सन्देह अपराधी को बिना दण्ड दिए नहीं छोड़ेगा। प्रभु का राजमार्ग चक्रवात और तूफान हैं, उसके चरणों की धूल मेघों के दल हैं।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘ये लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? जो अद्भुत कार्य मैंने इनके मध्य किए, उनको देखकर भी ये कब तक मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे?
परन्तु मूसा ने कहा, ‘तुम प्रभु की आज्ञा का उल्लंघन क्यों कर रहे हो? यह अभियान सफल न होगा।
इसके अतिरिक्त आप हमें दूध और शहद की नदियों के देश में भी नहीं ले गए, और न हमें खेत और अंगूर-वाटिकाएँ प्रदान कीं कि हम उनपर अधिकार करें। अब क्या आप हम लोगों की आंखों में धूल झोंकना चाहते हैं? हम नहीं आएंगे!’
किन्तु हमारे पूर्वजों ने उनकी बात मानना नहीं चाहा। उन्होंने मूसा को ठुकरा दिया। वे मिस्र देश लौटना चाहते थे।
उसने मूसा से कहा, “मैं जिस पर दया करना चाहूँगा, उसी पर दया करूँगा और जिस पर तरस खाना चाहूँगा, उसी पर तरस खाऊंगा।”
आप लोग सावधान रहें। आप बोलने वाले की बात सुनना अस्वीकार नहीं करें। जिन लोगों ने पृथ्वी पर चेतावनी देने वाले की वाणी को अनसुना कर दिया था, यदि वे नहीं बच सके, तो हम कैसे बच सकेंगे, यदि हम स्वर्ग से चेतावनी देनेवाले की वाणी अनसुनी कर देंगे?
प्रभु अपने महान् नाम के कारण अपने लोगों का त्याग नहीं करेगा; क्योंकि प्रभु ने अपनी इच्छा से तुम्हें अपने निज लोग बनाया है।