इब्रानियों 12:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)25 आप लोग सावधान रहें। आप बोलने वाले की बात सुनना अस्वीकार नहीं करें। जिन लोगों ने पृथ्वी पर चेतावनी देने वाले की वाणी को अनसुना कर दिया था, यदि वे नहीं बच सके, तो हम कैसे बच सकेंगे, यदि हम स्वर्ग से चेतावनी देनेवाले की वाणी अनसुनी कर देंगे? अध्याय देखेंपवित्र बाइबल25 ध्यान रहे! कि तुम उस बोलने वाले को मत नकारो। यदि वे उसको नकार कर नहीं बच पाये जिसने उन्हें धरती पर चेतावनी दी थी तो यदि हम उससे मुँह मोड़ेंगे जो हमें स्वर्ग से चेतावनी दे रहा है, तो हम तो दण्ड से बिल्कुल भी नहीं बच पायेंगे। अध्याय देखेंHindi Holy Bible25 सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे? अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)25 सावधान रहो, और उस कहनेवाले से मुँह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चेतावनी देनेवाले से मुँह मोड़कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चेतावनी देनेवाले से मुँह मोड़कर कैसे बच सकेंगे? अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल25 सावधान रहो, कहीं तुम उस कहनेवाले का इनकार न कर दो; क्योंकि यदि वे पृथ्वी पर चेतावनी देनेवाले का इनकार करके नहीं बच सके, तो हम स्वर्ग से चेतावनी देनेवाले से मुँह मोड़कर बिलकुल नहीं बच सकेंगे। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल25 इसका ध्यान रहे कि तुम उनकी आज्ञा न टालो, जो तुमसे बातें कर रहे हैं. जब वे दंड से न बच सके, जिन्होंने उनकी आज्ञा न मानी, जिन्होंने उन्हें पृथ्वी पर चेतावनी दी थी, तब हम दंड से कैसे बच सकेंगे यदि हम उनकी न सुनें, जो स्वर्ग से हमें चेतावनी देते हैं? अध्याय देखें |
वे अपने पूर्वजों के दुष्कर्मों की ओर लौट गए हैं। जैसा उनके पूर्वजों ने मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया था, वैसा ही उन्होंने किया है। वे अन्य कौमों के देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए उनका अनुसरण करने लगे हैं। इस्राएल प्रदेश के और यहूदा प्रदेश के लोगों ने भी उस विधान को तोड़ दिया है, जो मैंने उनके पूर्वजों से स्थापित किया था।
किन्तु यरूशलेम नगरी ने दुष्कर्म करने के लिए मेरे न्याय-सिद्धान्तों को बदल दिया, और मेरी संविधियों के अनुसार आचरण नहीं किया। यरूशलेम के निवासियों ने मेरे न्याय-सिद्धान्तों का तिरस्कार किया। वे मेरी संविधियों के अनुरूप नहीं चले। इस प्रकार उन्होंने अपने आसपास के राष्ट्रों से अधिक दुष्कर्म किए। उन्होंने अपने चारों ओर के देशों की अपेक्षा अधिक अधर्म किया।