निस्सन्देह परमेश्वर सर्वोच्च स्वर्ग में है! सबसे ऊंचे तारों को देखो, वे कितनी दूर हैं!
अय्यूब 11:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘क्या तुम परमेश्वर के गूढ़ रहस्य का पता लगा सकते हो? क्या तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर की सीमा मालूम कर सकते हो? पवित्र बाइबल “अय्यूब, क्या तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रहस्यपूर्ण सत्य समझ सकते हो? क्या तुम उसके विवेक की सीमा मर्यादा समझ सकते हो? Hindi Holy Bible क्या तू ईश्वर का गूढ़ भेद पा सकता है? और क्या तू सर्वशक्तिमान का मर्म पूरी रीति से जांच सकता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “क्या तू परमेश्वर का गूढ़ भेद पा सकता है? क्या तू सर्वशक्तिमान का मर्म पूरी रीति से जाँच सकता है? सरल हिन्दी बाइबल “क्या, परमेश्वर के रहस्य की गहराई को नापना तुम्हारे लिए संभव है? क्या तुम सर्वशक्तिमान की सीमाओं की जांच कर सकते हो? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “क्या तू परमेश्वर का गूढ़ भेद पा सकता है? और क्या तू सर्वशक्तिमान का मर्म पूरी रीति से जाँच सकता है? |
निस्सन्देह परमेश्वर सर्वोच्च स्वर्ग में है! सबसे ऊंचे तारों को देखो, वे कितनी दूर हैं!
‘मित्रो, ये सब तो परमेश्वर के अति साधारण कार्य हैं! हम-मनुष्य उसके महान कार्यों की एक झलक ही देख पाते हैं; उसके महासामर्थ्य की थाह कौन पा सकता है?’
मेरे मित्रो, मैं तुम्हें परमेश्वर के कार्यों के विषय में शिक्षा दूँगा; मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर का भेद तुमसे नहीं छिपाऊंगा।
‘अय्यूब, तुम्हारा यह आरोप गलत है; मैं तुम्हें उत्तर दूंगा। परमेश्वर मनुष्य से महान है।
‘अय्यूब, आकाश की ओर दृष्टि डालो; और ध्यान से देखो; उन बादलों को निहारो, जो तुम से अधिक ऊंचाई पर हैं।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर को कौन पा सकता है? वह अत्यन्त सामर्थी और न्यायप्रिय है। वह पूर्ण धार्मिक है, वह अत्याचार नहीं कर सकता।
परमेश्वर अपनी आवाज से आश्चर्यपूर्ण गर्जन करता है; वह बड़े-बड़े कार्य करता है जिनको हम समझ नहीं पाते हैं’
तूने कहा था : “वह कौन है जो अज्ञान की बातों से मेरी योजनाओं पर परदा डालता है?” इसलिए जो बातें मैं नहीं समझता हूँ, उनको मैंने कहा; ऐसी अनोखी बातें मैंने कहीं, जिनका अर्थ तक मैं नहीं जानता था।
“कौन मनुष्य स्वर्ग में जाकर फिर पृथ्वी पर लौटा है? कौन आदमी अपनी मुट्ठी में हवा को पकड़ सका है? कौन व्यक्ति वस्त्र में महासागर को लपेट सका है? किसने पृथ्वी के सब सीमान्तों को स्थिर किया है? उसका नाम क्या है? उसके पुत्र का क्या नाम है? यदि तुम जानते हो तो बताओ।
वस्तुत: परमेश्वर ने हर एक काम का समय निश्चित किया है, और प्रत्येक काम अथवा प्रत्येक वस्तु अपने नियत समय पर ही सुन्दर लगती है। उसने मनुष्य के हृदय में अनादि-अनन्त काल का ज्ञान भरा है, फिर भी मनुष्य यह भेद जान नहीं पाता है कि परमेश्वर ने आदि से अन्त तक क्या कार्य किया है।
क्या तुम नहीं जानते? क्या तुमने नहीं सुना? प्रभु शाश्वत परमेश्वर है, वह समस्त पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है। वह न निर्बल है, और न थकता है। उसकी समझ अगम है!
“मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंपा है। पुत्र को कोई नहीं जानता, पर केवल पिता; और न कोई पिता को जानता है, पर केवल पुत्र और वह, जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।
अहा! कितना अगाध है परमेश्वर का वैभव, बुद्धि और ज्ञान! कितने दुर्बोध हैं उसके निर्णय! कितने रहस्यमय हैं उसके मार्ग!
परमेश्वर ने अपने आत्मा द्वारा हम पर वही प्रकट किया है, क्योंकि आत्मा सब कुछ की, परमेश्वर के रहस्य की भी, थाह लेता है।
क्योंकि जैसा धर्मग्रंथ में कहा गया, “प्रभु का मन कौन जानता है? कौन उसे परामर्श दे सकता है?” और हम में तो मसीह का मन विद्यमान है।
मुझे, जो सन्तों में सब से छोटा हूँ, यह अनुग्रह मिला है कि मैं गैर-यहूदियों को मसीह की अपार कृपानिधि का शुभसमाचार सुनाऊं