तब याकूब भोर को उठा, और उसने अपने सिर के नीचे रखे पत्थर को लेकर उसका खंभा खड़ा किया, और उसके ऊपरी सिरे पर तेल डाला।
उत्पत्ति 28:17 - नवीन हिंदी बाइबल अतः उसने डरते हुए कहा, “यह स्थान कितना अद्भुत है! यह परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं है, बल्कि यह तो स्वर्ग का फाटक ही है।” पवित्र बाइबल याकूब डर गया। उसने कहा, “यह बहुत महान जगह है। यह तो परमेश्वर का घर है। यह तो स्वर्ग का द्वार है।” Hindi Holy Bible और भय खा कर उसने कहा, यह स्थान क्या ही भयानक है! यह तो परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता; वरन यह स्वर्ग का फाटक ही होगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह भयभीत होकर बोला, ‘यह स्थान कितना भयावह है। यह परमेश्वर के भवन के अतिरिक्त और कुछ नहीं हो सकता। यह स्वर्ग का द्वार है।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और भय खाकर उसने कहा, “यह स्थान क्या ही भयानक है! यह तो परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता; वरन् यह स्वर्ग का फाटक ही होगा।” सरल हिन्दी बाइबल याकोब भयभीत होकर कहने लगे, “अनोखा है यह स्थान! यह परमेश्वर के भवन के अलावा कुछ और नहीं हो सकता; ज़रूर यह स्वर्ग का द्वार ही होगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और भय खाकर उसने कहा, “यह स्थान क्या ही भयानक है! यह तो परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता; वरन् यह स्वर्ग का फाटक ही होगा।” |
तब याकूब भोर को उठा, और उसने अपने सिर के नीचे रखे पत्थर को लेकर उसका खंभा खड़ा किया, और उसके ऊपरी सिरे पर तेल डाला।
यह पत्थर जिसका मैंने खंभा खड़ा किया है, परमेश्वर का भवन ठहरेगा, और जो कुछ तू मुझे दे मैं उसका दशमांश तुझे दिया करूँगा।”
हे परमेश्वर, तू अपने पवित्र स्थानों में भययोग्य है, इस्राएल का परमेश्वर ही अपनी प्रजा को सामर्थ्य और बल देता है। परमेश्वर धन्य है।
उसने कहा, “निकट मत आ। अपने पैरों से जूते उतार दे, क्योंकि जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र भूमि है।”
फिर उसने कहा, “मैं तेरे पिता का परमेश्वर, अब्राहम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूँ।” तब मूसा ने अपना मुँह ढक लिया क्योंकि वह परमेश्वर की ओर देखने से डरता था।
जब तू परमेश्वर के भवन में जाए तो अपने कदमों की चौकसी करना; मूर्खों जैसा बलिदान चढ़ाने की अपेक्षा आज्ञा मानने के लिए परमेश्वर के निकट जाना उत्तम है, क्योंकि मूर्ख नहीं जानते कि वे बुरा करते हैं।
तब प्रभु का एक स्वर्गदूत उनके सामने आ खड़ा हुआ और प्रभु का तेज उनके चारों ओर फैल गया, और वे अत्यंत भयभीत हो गए।
तब जो हुआ था उसे देखने के लिए लोग निकलकर यीशु के पास आए, और उस मनुष्य को जिसमें से दुष्टात्माएँ निकली थीं, यीशु के चरणों में वस्त्र पहने तथा सचेत बैठे हुए पाया, और वे डर गए।
कि मेरे आने में देर होने पर भी तुझे यह मालूम रहे कि परमेश्वर के घराने में, जो जीवित परमेश्वर की कलीसिया है और सत्य का स्तंभ तथा आधार है, कैसा आचरण होना चाहिए।
क्योंकि समय आ पहुँचा है कि परमेश्वर के घराने से न्याय का आरंभ हो; और यदि यह हमसे आरंभ होगा, तो उनका परिणाम क्या होगा जो परमेश्वर के सुसमाचार को नहीं मानते?
जब मैंने उसे देखा तो मैं उसके पैरों पर मृतक के समान गिर पड़ा। तब उसने अपना दाहिना हाथ मेरे ऊपर रखा और कहा :“मत डर! मैं ही प्रथम, अंतिम और जीवित हूँ।