1 पतरस 2:5 - नवीन हिंदी बाइबल तुम भी स्वयं जीवित पत्थरों के समान आत्मिक घर बनते जाते हो कि याजकों का पवित्र समाज बनकर ऐसे आत्मिक बलिदानों को चढ़ाओ जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्रहणयोग्य हों। पवित्र बाइबल तुम भी सजीव पत्थरों के समान एक आध्यात्मिक मन्दिर के रूप में बनाए जा रहे हो ताकि एक ऐसे पवित्र याजकमण्डल के रूप में सेवा कर सको जिसका कर्तव्य ऐसे आध्यात्मिक बलिदान समर्पित करना है जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों। Hindi Holy Bible तुम भी आप जीवते पत्थरों की नाईं आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और जीवन्त पत्थरों के समान आत्मिक भवन में निर्मित हो जाएं। इस प्रकार आप पवित्र पुरोहित-वर्ग बन कर ऐसी आत्मिक बलि चढ़ा सकेंगे, जो येशु मसीह द्वारा परमेश्वर को स्वीकार हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम भी आप जीवते पत्थरों के समान आत्मिक घर बनते जाते हो, जिससे याजकों का पवित्र समाज बनकर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हैं। सरल हिन्दी बाइबल तुम भी जीवित पत्थरों के समान पवित्र पौरोहित्य के लिए एक आत्मिक भवन बनते जा रहे हो कि मसीह येशु के द्वारा परमेश्वर को भानेवाली आत्मिक बलि भेंट करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम भी आप जीविते पत्थरों के समान आत्मिक घर बनते जाते हो, जिससे याजकों का पवित्र समाज बनकर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्रहणयोग्य हो। |
जो धन्यवाद का बलिदान चढ़ाता है वह मेरी महिमा करता है, और जो अपना मार्ग सीधा बनाए रखता है, उसे मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊँगा।”
तुम मेरे लिए याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे। ये ही बातें तुझे इस्राएलियों से कहनी हैं।”
अतः हे भाइयो, परमेश्वर की दया स्मरण दिलाकर मैं तुमसे आग्रह करता हूँ कि अपने शरीरों को जीवित, पवित्र और परमेश्वर को भावते हुए बलिदान के रूप में अर्पित करो, यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है।
कि मैं गैरयहूदियों के लिए मसीह यीशु का सेवक बनूँ और परमेश्वर के सुसमाचार की सेवा याजक के रूप में करूँ, ताकि गैरयहूदी रूपी मेरी भेंट पवित्र आत्मा के द्वारा पवित्र होकर ग्रहणयोग्य हो।
क्या तुम नहीं जानते कि तुम परमेश्वर का मंदिर हो और परमेश्वर का आत्मा तुममें वास करता है?
क्या तुम यह नहीं जानते कि तुम्हारी देह पवित्र आत्मा का मंदिर है जो तुममें है, और परमेश्वर की ओर से तुम्हें मिला है? और तुम अपने नहीं हो,
और मूर्तियों के साथ परमेश्वर के मंदिर की क्या सहमति? क्योंकि हम तो जीवित परमेश्वर का मंदिर हैं; जैसा कि परमेश्वर ने कहा है : मैं उनमें वास करूँगा और उनके मध्य चला-फिरा करूँगा। मैं उनका परमेश्वर होऊँगा, और वे मेरे लोग होंगे।
तथा परमेश्वर की महिमा और प्रशंसा के लिए यीशु मसीह के द्वारा धार्मिकता के फल से परिपूर्ण हो जाओ।
और चाहे मैं तुम्हारे विश्वास के बलिदान और सेवाकार्य पर अर्घ-स्वरूप उंडेला भी जाता हूँ, तो भी मैं आनंदित हूँ और तुम सब के साथ आनंद मनाता हूँ।
मेरे पास सब कुछ है और बहुतायत से है। इपफ्रुदीतुस के द्वारा जो वस्तुएँ तुमने भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्त हो गया हूँ; वे तो मनमोहक सुगंध और ग्रहणयोग्य बलिदान हैं जिनसे परमेश्वर प्रसन्न होता है।
वचन से या कार्य से तुम जो कुछ भी करो, सब प्रभु यीशु के द्वारा परमेश्वर पिता को धन्यवाद देते हुए उसके नाम से करो।
कि मेरे आने में देर होने पर भी तुझे यह मालूम रहे कि परमेश्वर के घराने में, जो जीवित परमेश्वर की कलीसिया है और सत्य का स्तंभ तथा आधार है, कैसा आचरण होना चाहिए।
परंतु मसीह परमेश्वर के घराने पर एक पुत्र के समान विश्वासयोग्य रहा; और यदि हम अपने साहस और अपने आशा के गर्व पर दृढ़ रहें तो हम ही उसका घराना हैं।
परंतु तुम एक चुना हुआ वंश, राजकीय याजकों का समाज, पवित्र लोग, और परमेश्वर की निज प्रजा हो, ताकि तुम उसके सद्गुणों को प्रकट करो, जिसने तुम्हें अंधकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है।
यदि कोई बोले, तो ऐसे बोले जैसे वे परमेश्वर के वचन हों; यदि कोई सेवा करे, तो उस सामर्थ्य से करे जो परमेश्वर देता है, ताकि सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो, क्योंकि महिमा और पराक्रम युगानुयुग उसी का है। आमीन।
क्योंकि समय आ पहुँचा है कि परमेश्वर के घराने से न्याय का आरंभ हो; और यदि यह हमसे आरंभ होगा, तो उनका परिणाम क्या होगा जो परमेश्वर के सुसमाचार को नहीं मानते?
और उसने हमें एक राज्य तथा अपने पिता परमेश्वर की सेवा में याजक बना दिया; उसकी महिमा और पराक्रम युगानुयुग रहे। आमीन।
धन्य और पवित्र है वह जो पहले पुनरुत्थान में भागी है; उन पर दूसरी मृत्यु का अधिकार नहीं है, बल्कि वे परमेश्वर और मसीह के याजक होंगे और उसके साथ एक हज़ार वर्ष तक राज्य करेंगे।
“जो जय पाए मैं उसे अपने परमेश्वर के मंदिर का स्तंभ बनाऊँगा। वह फिर कभी वहाँ से बाहर न निकलेगा, और मैं उस पर अपने परमेश्वर का नाम और अपने परमेश्वर के नगर अर्थात् उस नए यरूशलेम का नाम जो मेरे परमेश्वर के स्वर्ग से उतरेगा, और अपना नया नाम लिखूँगा।
और उन्हें हमारे परमेश्वर के लिए एक राज्य तथा याजक बना दिया; और वे पृथ्वी पर राज्य करेंगे।