पर भले-बुरे के ज्ञान के पेड़ का फल न खाना; क्योंकि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे, तुम अवश्य मर जाओगे।’
व्यवस्थाविवरण 30:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं आज आकाश और पृथ्वी को तेरे विरुद्ध साक्षी देने के लिए बुलाऊंगा कि मैंने तेरे सम्मुख जीवन और मृत्यु, आशिष और अभिशाप रख दिए हैं! इसलिए जीवन को चुन, जिससे तू और तेरे वंशज जीवित रहें, पवित्र बाइबल “आज मैं तुम्हें दो मार्ग को चुनने की छूट दे रहा हूँ। मैं धरती—आकाश को तुम्हारे चुनाव का साक्षी बना रहा हूँ। तुम जीवन को चुन सकते हो, या तुम मृत्यु को चुन सकते हो। जीवन का चुनना वरदान लाएगा और मृत्यु को चुनना अभिशाप। इसलिए जीवन को चुनो। तब तुम और तुम्हारे बच्चे जीवित रहेंगे। Hindi Holy Bible मैं आज आकाश और पृथ्वी दोनों को तुम्हारे साम्हने इस बात की साक्षी बनाता हूं, कि मैं ने जीवन और मरण, आशीष और शाप को तुम्हारे आगे रखा है; इसलिये तू जीवन ही को अपना ले, कि तू और तेरा वंश दोनों जीवित रहें; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं आज आकाश और पृथ्वी दोनों को तुम्हारे सामने इस बात की साक्षी बनाता हूँ, कि मैं ने जीवन और मरण, आशीष और शाप को तुम्हारे आगे रखा है; इसलिये तू जीवन ही को अपना ले, कि तू और तेरा वंश दोनों जीवित रहें; सरल हिन्दी बाइबल आज मैं आकाश और पृथ्वी को तुम्हारे विरुद्ध गवाह बना रहा हूं, कि मैंने तुम्हारे सामने जीवन और मृत्यु, आशीष और शाप प्रस्तुत किए हैं, कि तुम याहवेह अपने परमेश्वर से प्रेम करने और उनके आदेशों का पालन करने, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं आज आकाश और पृथ्वी दोनों को तुम्हारे सामने इस बात की साक्षी बनाता हूँ, कि मैंने जीवन और मरण, आशीष और श्राप को तुम्हारे आगे रखा है; इसलिए तू जीवन ही को अपना ले, कि तू और तेरा वंश दोनों जीवित रहें; |
पर भले-बुरे के ज्ञान के पेड़ का फल न खाना; क्योंकि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे, तुम अवश्य मर जाओगे।’
मैंने तेरी सािक्षयां सदा के लिए उत्तराधिकार में ग्रहण की हैं; वे मेरे हृदय का हर्ष हैं।
प्रभु, तेरा हाथ मेरी सहायता के लिए तत्पर रहे; क्योंकि मैंने तेरे आदेशों को अपने लिए चुना है।
पर जो मुझे चूक जाता है, वह अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारता है; जो मुझसे घृणा करता है वह मृत्यु को प्यार करता है।
ओ आकाश, सुन! ओ पृथ्वी, ध्यान दे, क्योंकि प्रभु ने यह कहा है : ‘मैंने बाल-बच्चों का पालन-पोषण किया, उनको बड़ा किया; पर उन्होंने ही मेरे विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
क्योंकि प्रभु यह कहता है : ‘जो खोजा व्यक्ति मेरे विश्राम-दिवसों का पालन करता है, जो उन कामों को करता है, जिनसे मैं प्रसन्न होता हूं, जो मेरे विधान पर दृढ़ रहता है,
‘यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता से कहना: “प्रभु यों कहता है: देख, मैंने तुम्हारे सम्मुख एक ओर जीवन का मार्ग और दूसरी ओर मृत्यु का मार्ग रखा है।
मैं उन को एक हृदय और एक मार्ग दूंगा कि वे अपने, और अपने बाद अपने बच्चों के, कल्याण के लिए सदा-सर्वदा मेरी भक्ति करते रहें।
आज मैंने प्रभु परमेश्वर का वचन तुम पर प्रकट कर दिया। किन्तु तुमने अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी अनसुनी कर दी; जो बातें तुम्हें सुनाने के लिए उसने मुझे तुम्हारे पास भेजा है, उनको तुम नहीं मानते हो।
वहां मैंने उनको अपनी संविधियां प्रदान कीं। मैं उनको अपने न्याय-सिद्धान्त बताए, जिनके अनुसार आचरण करने पर मनुष्य जीवित रहता है।
जबकि केवल एक ही बात आवश्यक है। मरियम ने उस सर्वोत्तम भाग को चुना है। वह उससे नहीं छीना जाएगा।”
क्योंकि वह प्रतिज्ञा आपके तथा आपकी सन्तान के लिए है, और उन सब के लिए, जो अभी दूर हैं और जिन्हें हमारा प्रभु परमेश्वर अपने पास बुला रहा है।”
‘ओ इस्राएल! जब तेरे साथ ये सब बातें घटेंगी, तुझ पर ये आशिषें और अभिशाप पड़ेंगे, जिनको मैंने तेरे सम्मुख प्रस्तुत किया है, और जब उन राष्ट्रों में तेरे लोग अपने हृदय में विचार करेंगे, जहाँ तेरे प्रभु परमेश्वर ने उन्हें जाने को बाध्य किया है,
यदि तू अपने प्रभु परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करेगा, जिनका आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ, यदि तू अपने प्रभु परमेश्वर से प्रेम करेगा और उसके मार्ग पर चलेगा, यदि तू उसकी आज्ञाओं, संविधियों और न्याय-सिद्धान्तों का पालन करेगा, तो तू जीवित रहेगा, और असंख्य होगा। प्रभु परमेश्वर तुझ को उस देश में, जिस पर अधिकार करने के लिए तू वहाँ जा रहा है, आशिष देगा।
तब उस दिन मेरा क्रोध उनके विरुद्ध भड़क उठेगा। मैं उनको त्याग दूंगा, और उनसे विमुख हो जाऊंगा। उन पर विपत्तियों और कष्टों का पहाड़ टूट पड़ेगा, जिसके कारण वे उस दिन यह कहेंगे, “क्या यह सच नहीं है कि ये विपत्तियां हम पर इसलिए आ पड़ी हैं, कि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य नहीं है?”
जाओ, अपने कुलों के सब धर्मवृद्धों और शास्त्रियों को मेरे पास एकत्र करो। मैं उनको ये वचन सुनाऊंगा और उनके विरुद्ध साक्षी देने के लिए आकाश और पृथ्वी को बुलाऊंगा।
‘अब, ओ इस्राएल, जो संविधि और न्याय-सिद्धान्त पालन करने के लिए आज मैं तुम्हें सिखाऊंगा, उनको तुम सुनना, जिससे तुम जीवित रह सको और उस देश में प्रवेश कर उस पर अधिकार कर सको, जो तुम्हारे पूर्वजों का प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है।
‘जब तुम्हें पुत्र-पुत्रियों तथा पौत्र-पौत्रियां उत्पन्न होंगे, और उस देश में रहते-रहते तुम पुराने हो चुके होगे, तब यदि किसी की आकृति के अनुरूप कोई मूर्ति बनाकर भ्रष्ट कार्य करोगे, जो कार्य तुम्हारे प्रभु परमेश्वर की दृष्टि में बुरा है, उसको करोगे, और इस प्रकार उसे चिढ़ाओगे,
तो मैं आज आकाश और पृथ्वी को तुम्हारे विरुद्ध साक्षी देने के लिए बुलाता हूं: तुम उस देश में अविलम्ब मिट जाओगे जहां तुम यर्दन नदी को पार कर अधिकार करने के लिए जा रहे हो। तुम उस पर अधिक दिन तक जीवित नहीं रह सकोगे, वरन् पूर्णत: मिट जाओगे।
तुम उनका पालन करना और उनके अनुसार कार्य करना, क्योंकि इनके द्वारा ही दूसरी जातियों की दृष्टि में तुम्हारी बुद्धि और समझ प्रकट होगी। जब वे इन संविधियों के विषय में सुनेंगी तब कहेंगी, “निस्सन्देह, इस महान् राष्ट्र के लोग बुद्धिमान और समझदार हैं।”
यदि तुम और तुम्हारे पुत्र-पुत्रियाँ तथा पौत्र-पौत्रियाँ अपने प्रभु परमेश्वर की जीवन-भर भक्ति करेंगे, यदि तुम उसकी सब संविधियों और आज्ञाओं का पालन करोगे, जिनका आदेश आज मैं तुम्हें दे रहा हूँ, तो तुम्हारे पुत्र-पुत्रियों और पौत्र-पौत्रियों की आयु लम्बी होगी।
मैं परमेश्वर और येशु मसीह एवं मनोनीत स्वर्गदूतों को साक्षी बना कर तुम से यह अनुरोध करता हूँ कि तुम, पूर्वाग्रह से मुक्त हो कर और किसी के साथ पक्षपात किये बिना, इन बातों का पालन करो।