दुर्जन और कुटिल व्यक्ति के मुंह मेरे विरुद्ध खुले हैं, वे मुझ से झूठी जिह्वा से बात करते हैं।
विलापगीत 2:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ यरूशलेम! तेरे सब शत्रु तेरे विरुद्ध मुंह बनाते हैं, वे छी-छी करते और दांत पीसते हैं। वे पुकारकर कहते हैं, ‘हमने उसको बर्बाद कर दिया। हम इसी दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे। वह हमें मिल गया! हमने उसको देख लिया।’ पवित्र बाइबल तेरे सभी शत्रु तुझ पर अपना मुँह खोलते हैं। तुझ पर सीटियाँ बजाते हैं और तुझ पर दाँत पीसते हैं। वे कहा करते है, “हमने उनको निगल लिया! सचमुच यही वह दिन है जिसकी हमको प्रतीक्षा थी। आखिरकार हमने इसे घटते हुए देख लिया।” Hindi Holy Bible तेरे सब शत्रुओं ने तुझ पर मुंह पसारा है, वे ताली बजाते और दांत पीसते हैं, वे कहते हैं, हम उसे निगल गए हैं! जिस दिन की बाट हम जोहते थे, वह यही है, वह हम को मिल गया, हम उसको देख चुके हैं! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे सब शत्रुओं ने तुझ पर मुँह पसारा है, वे ताली बजाते और दाँत पीसते हैं, वे कहते हैं, हम उसे निगल गए हैं! जिस दिन की बाट हम जोहते थे, वह यही है, वह हम को मिल गया, हम उसको देख चुके हैं! सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे सभी शत्रु तुम्हारे लिए अपमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करते हुए; विचित्र ध्वनियों के साथ दांत पीसते हुए उच्च स्वर में घोषणा करते हैं, “देखो, देखो! हमने उसे निगल लिया है! आह, कितनी प्रतीक्षा की है हमने इस दिन की; निश्चयतः आज वह दिन आ गया है आज वह हमारी दृष्टि के समक्ष है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे सब शत्रुओं ने तुझ पर मुँह पसारा है, वे ताली बजाते और दाँत पीसते हैं, वे कहते हैं, हम उसे निगल गए हैं! जिस दिन की बाट हम जोहते थे, वह यही है, वह हमको मिल गया, हम उसको देख चुके हैं! |
दुर्जन और कुटिल व्यक्ति के मुंह मेरे विरुद्ध खुले हैं, वे मुझ से झूठी जिह्वा से बात करते हैं।
दुर्जन यह देखकर क्रोधित होता है; वह दांत पीसता और गल-गलकर मर जाता है। अत: दुर्जन की इच्छा का विनाश होता है।
वे मेरे विरुद्ध अपना मुंह फाड़ते हैं; वे यह कहते हैं, “अहा! हमारी आंखों ने उसे देखा है।”
वे अपने आप से यह न कह सकें, “अहा! हमारी इच्छा पूर्ण हुई।” वे बोल न पाएं, “हमने उसे निगल लिया।”
वे यह कहते हैं, “असाध्य रोग ने उसे जकड़ लिया है। जहाँ वह लेटा है, वहां से पुन: नहीं उठ सकेगा।”
जब मुझे कुचलनेवाला मेरी निन्दा करता होगा वह स्वर्ग से मुझे बचा लेगा; सेलाह परमेश्वर अपनी करुणा और सत्य भेजेगा।
‘निस्सन्देह तेरे खण्डहर, तेरे ध्वस्त स्थान, तेरा उजाड़ देश, तेरे निवासियों के लिए अब पर्याप्त नहीं होगा; पर तुझे हड़पनेवाले लोग दूर भाग जाएंगे।
तो मैं यरूशलेम के इस मन्दिर को शिलोह के समान तहस-नहस कर दूंगा, और इस नगर को पृथ्वी की सब जातियों के लिए ‘शाप नगरी’ बना दूंगा।” ’
मैं तलवार, अकाल और महामारी से उनका पीछा करूंगा। मैं उनको पृथ्वी के सब राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा, वहां-वहां के लोग उन से घृणा करेंगे, उनके कारण आतंकित और व्याकुल होंगे, और उनकी निन्दा करेंगे।
‘इस्राएली कौम एक सतायी हुई भेड़ है, जिसके पीछे सिंह हाथ धोकर पड़े हैं; उन्होंने इस्राएल को एक स्थान से दूसरे स्थान में भगाया। पहले तो असीरिया के राजा ने उसका मांस खाया, और अंत में अब बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने उसकी हड्डियां चबा डालीं।
जिन्होंने भटकी हुई भेड़ों को पाया, वे उनको खा गए। उनके शत्रुओं ने कहा, “हमारा इसमें कोई दोष नहीं है; क्योंकि उन्होंने अपने सच्चे प्रभु के प्रति पाप किया है; ऐसा प्रभु जो धर्म का आधार है, जो उनके पूर्वजों का आश्रय था।”
‘बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझे खा लिया; मुझे रौंद डाला! उसने मेरी समस्त धन-सम्पत्ति लूट ली, और मुझे खाली बरतन बना दिया! उसने मुझे मगरमच्छ के समान पूरा निगल लिया! उसने मुझसे अपना पेट भर लिया, मानो मैं स्वादिष्ट भोजन हूं। उसने मुझे अपनी धन-सम्पत्ति से वंचित कर दिया।’
‘वे सुनते हैं कि मैं पीड़ा से कराहती हूं, पर कोई मुझे सांत्वना नहीं देता। मेरे सब शत्रुओं ने मेरे संकट के विषय में सुना; प्रभु, वे प्रसन्न हैं कि तूने मुझे संकट में डाला। जिस दिन की तूने घोषणा की है वह दिन अविलम्ब ला, ताकि मेरे शत्रु भी मुझ जैसे दु:ख भोगें।
‘सुन, मैं स्वामी-प्रभु यह कहता हूँ : तू भी अपनी बहिन के प्याले में से मेरे कोप की मदिरा पिएगी; यह प्याला गहिरा और चौड़ा है। उसमें मेरे कोप की मदिरा अपार मात्रा में समाई हुई है। उसको पीने पर लोग तुझ पर हंसेंगे, वे तेरा मजाक उड़ाएंगे।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : पलिश्तियों के हृदय में इस्राएल के वंशजों के प्रति युग-युग से शत्रुता की भावना है। इसलिए उन्होंने शत्रुता और द्वेष की भावना से इस्राएलियों से प्रतिशोध लिया, और उनको नष्ट कर दिया।
तू उनसे यह कह, “ओ अम्मोनियो, स्वामी-प्रभु का सन्देश सुनो। जब मेरा पवित्र स्थान अशुद्ध किया गया, जब इस्राएल देश उजाड़ा गया, जब यहूदा के वंशज बन्दी हो कर अपने देश से निष्कासित हुए, तब तुमने प्रसन्न होकर, “अहा! हा!!” कहा था। अत: मैं स्वामी-प्रभु यह कहता हूँ:
मैं स्वामी-प्रभु यों कहता हूँ: तुमने इस्राएल देश के विनाश पर आनन्द मनाया। तुम नाचे-कूदे। तुमने ताली बजाई, तुम्हारे हृदय में उसके प्रति घोर द्वेष था। उस द्वेष को तुमने आनन्द मनाकर प्रकट किया।
इसलिए ओ मानव, तू इस्राएली राष्ट्र के पहाड़ों से यह नबूवत कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है, शत्रुओं ने तुमको उजाड़ा, चारों ओर से तुम्हें रौंदा, और तुम अन्य राष्ट्रों के अधिकार में आ गए। विश्व की कौमें तुम्हारे विषय में बुरी-बुरी बातें कहती हैं, वे तुम्हारी चर्चा करती हैं।
जब मैं तुझको क्रोध, कोप और रोषपूर्ण चेतावनी के साथ दण्ड दूंगा, तब तू सब राष्ट्रों में घृणा, निन्दा, चेतावनी और अपमान का पात्र बन जाएगा। सुन, मैंने, तेरे प्रभु ने, यह कहा है।
अनेक राष्ट्र तेरे विरुद्ध एकत्र हुए हैं। वे यह कह रहे हैं, ‘इसे भ्रष्ट कर दो। और हम अपनी आंखों से सियोन का पतन देखें।’