6 यदि तुम मेरी आज्ञा का पालन नहीं करते तो मैं अपने यरूशलेम के मन्दिर को शीलो के पवित्र तम्बू की तरह कर दूँगा। सारे विश्व के लोग अन्य नगरों के लिये विपत्ति माँगने के समय यरूशलेम के बारे में सोचेंगे।’”
6 तो मैं इस भवन को शीलो के समान उजाड़ दूँगा, और इस नगर का ऐसा सत्यानाश कर दूँगा कि पृथ्वी की सारी जातियों के लोग उसकी उपमा दे देकर श्राप दिया करेंगे।’”
तूने हृदय से पश्चात्ताप किया। तूने मेरे सम्मुख, अपने प्रभु के सम्मुख, स्वयं को विनम्र बनाया। तूने यह सुना कि मैंने इस स्थान के विरुद्ध, इसके निवासियों के विरुद्ध यह कहा है, कि मैं उनको घृणा और उपहास का पात्र बना दूंगा। तब तूने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े, और मेरे सम्मुख रोया। सुन, मैं-प्रभु, यह कहता हूँ : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी।
मैं उनको पृथ्वी के समस्त राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा वहां-वहां के लोग उनकी निंदा करेंगे, उनका उपहास करेंगे, उनको ताना मारेंगे और शाप देंगे।
तब प्रभु ने यरूशलेम नगर, तथा यहूदा प्रदेश के नगरों को, उसके राजाओं और सामन्तों को नष्ट कर दिया। ये नगर उजाड़ और खण्डहर हो गए, और आज के दिन तक वे शापग्रस्त हैं। अन्य जाति के लोग उनको देखकर व्याकुल हो जाते हैं।)
मैं तलवार, अकाल और महामारी से उनका पीछा करूंगा। मैं उनको पृथ्वी के सब राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा, वहां-वहां के लोग उन से घृणा करेंगे, उनके कारण आतंकित और व्याकुल होंगे, और उनकी निन्दा करेंगे।
यहूदा प्रदेश से बेबीलोन को निष्कासित लोगों में, यह घटना एक शाप बन जाएगी, और लोग एक-दूसरे को इन शब्दों में शाप देंगे: “जैसा बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने अहाब और सिदकियाह को आग की भट्ठी में भूना था वैसे ही प्रभु तुझे भी करे।”
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: यदि तुम मिस्र देश को जाओगे, तो जैसी मेरी क्रोधाग्नि यरूशलेम के प्रति भड़क उठी थी, जैसे मैंने अपने प्रकोप का प्याला उण्डेला था, वैसे ही मैं तुम्हारे प्रति अपनी क्रोधाग्नि प्रज्वलित करूंगा। तब अन्य जातियां तुमसे घृणा करेंगी। वे तुम्हें आतंक का कारण, शापित कौम, और निंदित मानेंगी। तुम इस देश के पुन: दर्शन नहीं कर सकोगे।
सुनो, यह असहनीय था; प्रभु और अधिक तुम्हारे इस दुष्कर्म को, इस घृणास्पद कार्य को सह नहीं सका। उसने तुम्हारे देश को उजाड़ दिया। तुम्हारा देश निर्जन और सुनसान हो गया। वह शापित हो गया और बर्बाद हो गया, जैसा वह आज तक है।
मार्ग से गुजरनेवाले तुझे देखकर ताली बजाते हैं। वे यरूशलेम कि पुत्री को देखकर छी-छी करते और मुंह बनाकर यह कहते हैं : ‘क्या यह वही नगरी है, जिसको “विश्व का आनन्द” , “परम-सुन्दरी” कहा जाता था?”
ओ यरूशलेम! तेरे सब शत्रु तेरे विरुद्ध मुंह बनाते हैं, वे छी-छी करते और दांत पीसते हैं। वे पुकारकर कहते हैं, ‘हमने उसको बर्बाद कर दिया। हम इसी दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे। वह हमें मिल गया! हमने उसको देख लिया।’
समस्त इस्राएली कौम ने तेरी वाणी को सुनने से इन्कार किया। उन्होंने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया और तेरी ओर से मुंह फेर लिया। अत: जो शाप और शपथ तेरे सेवक मूसा की व्यवस्था में लिखे हुए हैं, वे हम पर बरसने लगे; क्योंकि हमने तेरे प्रति पाप किया था।
तब उसने मुझे यह बताया, ‘इस पर उस श्राप के विषय में लिखा है, जो सारे देश पर पड़ने वाला है। इसकी एक ओर लिखे विवरण के अनुसार वह व्यक्ति जो चोरी करता है, दूध की मक्खी के समान निकाल कर फेंक दिया जाएगा। इसकी दूसरी ओर लिखे हुए विवरण के अनुसार वह व्यक्ति जो झूठी शपथ खाता है, वह भी दूध की मक्खी के समान निकाल कर फेंक दिया जाएगा।
वह माता-पिता के हृदय को उनकी सन्तान की ओर और सन्तान का हृदय उसके माता-पिता की ओर उन्मुख करेगा, ताकि सब लोग पश्चात्ताप करें। ऐसा न हो कि मैं पृथ्वी पर आऊं और उसका पूर्ण संहार कर दूं।’
इस्राएली समाज की समस्त मंडली शिलोह नगर में एकत्र हुई। उन्होंने वहाँ मिलन-शिविर की स्थापना की। समस्त देश पर उनका अधिकार हो चुका था। देश उनके सम्मुख प्रस्तुत था।