ओ मेरे प्राण! उनकी गुप्त बैठक में भाग मत ले, ओ मेरी आत्मा! उनकी सभा से सहयोग मत कर। क्योंकि वे अपने क्रोध में मनुष्यों की हत्या करते हैं। वे अपनी असंयमित इच्छा के कारण बैलों को लंगड़ा बनाते हैं।
यिर्मयाह 4:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आह! मेरा मन! मेरा मन! मैं पीड़ा से तड़प रहा हूं। आह! मेरा हृदय! मेरे हृदय की धड़कन तेज हो गई है! मैं चुप नहीं रह सकता; क्योंकि मैं युद्ध के बिगुल की आवाज, युद्ध का कोलाहल सुन रहा हूं। पवित्र बाइबल आह, मेरा दुःख और मेरी परेशानी मेरे पेट में दर्द कर रही हैं। मेरा हृदय धड़क रहा है। हाय, मैं इतना भयभीत हूँ। मेरा हृदय मेरे भीतर तड़प रहा है। मैं चुप नहीं बैठ सकता। क्यों क्योंकि मैंने तुरही का बजना सुना है। तुरही सेना को युद्ध के लिये बुला रही है। Hindi Holy Bible हाय! हाय! मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है! और मेरा मन घबराता है! मैं चुप नहीं रह सकता; क्योंकि हे मेरे प्राण, नरसिंगे का शब्द और युद्ध की ललकार तुझ तक पहुंची है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हाय! हाय! मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है! और मेरा मन घबराता है! मैं चुप नहीं रह सकता; क्योंकि हे मेरे प्राण, नरसिंगे का शब्द और युद्ध की ललकार तुझ तक पहुँची है। सरल हिन्दी बाइबल मेरे प्राण, ओ मेरे प्राण! मैं अकाल पीड़ा में हूं. आह मेरा हृदय! मेरे अंदर में हृदय धड़क रहा है, मैं शांत नहीं रह सकता. क्योंकि मेरे प्राण, मैंने नरसिंगा नाद, युद्ध की ललकार, सुनी है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हाय! हाय! मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है! और मेरा मन घबराता है! मैं चुप नहीं रह सकता; क्योंकि हे मेरे प्राण, नरसिंगे का शब्द और युद्ध की ललकार तुझ तक पहुँची है। |
ओ मेरे प्राण! उनकी गुप्त बैठक में भाग मत ले, ओ मेरी आत्मा! उनकी सभा से सहयोग मत कर। क्योंकि वे अपने क्रोध में मनुष्यों की हत्या करते हैं। वे अपनी असंयमित इच्छा के कारण बैलों को लंगड़ा बनाते हैं।
उसने अपने पिता से कहा, ‘पिताजी, मेरा सिर! आह, मेरा सिर!’ पिता ने अपने सेवक से कहा, ‘इसे इसकी मां के पास ले जाओ।’
तत्पश्चात् परमेश्वर के जन एलीशा का मुख कठोर हो गया। उनकी दृष्टि ध्यान-केन्द्रित हो गई। सहसा वह रो पड़े।
मेरी आंखें आंसुओं की धाराएं प्रवाहित करती हैं; क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था का पालन नहीं करते हैं।
जो दुर्जन व्यक्ति तेरी व्यवस्था को त्याग देते हैं, उनके कारण मैं क्रोधाग्नि से भस्म होने लगता हूं।
मेरा हृदय मोआब के लिए दुहाई देता है, उसके सामन्त सोअर और एग्लत-शलीशीयाह नगरों में भाग गए हैं। वे लूहीत के चढ़ाव पर रोते हुए चढ़ रहे हैं। होरोनइम नगर के मार्ग पर महाविनाश का क्रंदन स्वर सुनाई पड़ रहा है।
अत: मोआब के लिए मेरा प्राण शोक-संतप्त वीणा के सदृश व्याकुल है; कीर-हेरेस के लिए मेरा हृदय रो रहा है।
इसलिए मेरी कमर में पीड़ा है, गर्भवती स्त्री की तरह मुझे भी पीड़ा हो रही है। मैं ऐसे संकट में हूं कि मुझे सुनाई नहीं पड़ता, मैं इतना घबरा गया हूं कि मुझे दिखाई नहीं देता।
मेरा हृदय धड़कता है, मैं अत्यन्त भयभीत हूं। जिस संध्या की मैं प्रतीक्षा कर रहा था, वह मेरी घबराहट का कारण बन गई।
इसलिए मैं कहता हूं : “मुझसे आंख हटा लो, ताकि मैं फूट-फूट कर रो सकूं, मेरे लोगों की नगरी यरूशलेम के विनाश के शोक में मुझे सांत्वना देने का प्रयत्न न करो।”
किन्तु यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, तो मैं तुम्हारे घमण्ड के कारण एकांत स्थान में आंसू बहाऊंगा, मेरी आंखें बुरी तरह रोएंगी, उनसे आंसुओं की नदी बहेगी; क्योंकि प्रभु का रेवड़ बन्दी बना लिया जाएगा।
यदि मैं यह कहूं, कि मैं तेरी चर्चा न करूंगा, तेरे नाम से नहीं बोलूंगा, तो मेरे हृदय में मानो अग्नि धधक उठती है, और वह हड्डियों में समा जाती है। मैं उस आग को बाहर निकलने से रोक नहीं पाता हूं; सचमुच मैं उसको रोक सकने में असमर्थ हो जाता हूं।
नबियों के विषय में : मेरा हृदय भीतर ही भीतर फटा जा रहा है। मेरी देह की हड्डियाँ हिल उठी हैं। प्रभु के कारण, प्रभु के पवित्र वचनों के कारण मैं शराबी के समान मतवाला हो गया हूं, मुझ पर मानो मदिरा का नशा चढ़ गया है।
यहूदा प्रदेश में यह घोषित करो, राजधानी यरूशलेम में यह कहो : ‘सारे देश में खतरे का बिगुल बजाओ, नागरिकों को पुकार-पुकार कर कहो : “एकत्र हो, और किलाबंद नगरों में जाओ।”
और हम मिस्र देश जाएंगे जहां हम युद्ध नहीं देखेंगे, और न ही युद्ध का स्वर, न नरसिंगे का स्वर हमारे कानों में पड़ेगा; जहां हमें रोटी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा; बल्कि हम वहां निश्चिन्त निवास करेंगे,”
इसलिए, मैं-प्रभु कहता हूं : देखो, वे दिन आ रहे हैं, जब मैं अम्मोन राष्ट्र की राजधानी रब्बाह के विरुद्ध उसके शत्रु को भड़काऊंगा, और चारों ओर युद्ध की आवाज सुनाई देगी; रब्बाह उजड़ जाएगा, वह खण्डहर बन जाएगा। उसके गांव और कस्बे आग से भस्म हो जाएंगे। तब जिन लोगों ने इस्राएली राष्ट्र को उसके देश से निकाल दिया था, इस्राएली उनको उनके देश से निकाल देंगे। प्रभु की यह वाणी है।
सुनो, सारे देश में युद्ध का कोलाहल सुनाई दे रहा है, सब ओर विनाश का दृश्य दिखाई दे रहा है।
उनके विषय में खबर सुनकर हमारे हाथ-पैर सुन्न पड़ गए। जैसे प्रसव-पीड़ित स्त्री दर्द से चीखती है, वैसे ही हम आतंक और डर से चीख रहे हैं।
मेरे लोगों के दु:ख के कारण मेरा हृदय भी दु:खी है; मैं शोक मनाता हूं, मैं आश्चर्य में डूबा हुआ हूं।
काश, मेरा मस्तिष्क सागर होता, मेरी आंखें आँसुओं की झील होती, तो मैं अपने लोगों के महासंहार के कारण दिन-रात फूट-फूट कर रोता।
मैं पर्वतों के लिए रोऊंगा, शोक मनाऊंगा; निर्जन प्रदेश के चरागाह के लिए विलाप करूंगा; क्योंकि वे उजाड़ हो गए हैं, राहगीर उधर से अब नहीं गुजरते। पशुओं का रंभाना भी नहीं सुनाई देता। आकाश के पक्षी उनको छोड़ चले गए हैं; जंगली पशु भी भाग गए हैं।
‘मैं इन बातों के कारण रोती हूं; मेरी आंखों से आंसू की धारा बहती है। वह मुझमें साहस फूंकता था, वह मुझसे दूर चला गया है। मेरे बच्चे बेघर हो गए हैं; क्योंकि शत्रु मुझ पर प्रबल हुआ है।’
‘हे प्रभु, देख; क्योंकि मैं संकट में हूं। मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं। मेरा हृदय व्याकुल हो उठा है; क्योंकि मैंने तेरे वचन से बहुत विद्रोह किया है। घर के बाहर तलवार से मैं निर्वंश होती हूं, और घर के भीतर मृत्यु विराज रही है।
रोते-रोते मेरी आंखें धुंधली पड़ गईं; मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं; मेरा कलेजा मुंह को आ रहा है; क्योंकि मेरे लोगों की नगरी का सर्वनाश हो गया; शिशु और बच्चे नगर के चौराहों पर मूर्च्छित पड़े हैं।
“यह सुनकर दानिएल, जो बेलतशस्सर कहलाते हैं, बहुत समय तक स्तब्ध खड़े रहे। उनके हृदय में अनेक विचार उठे, जिन्होंने उनको व्याकुल कर दिया। मैंने कहा, “ओ बेलतशस्सर, मेरे स्वप्न, अथवा उसके अर्थ से तुम व्याकुल मत हो।” बेलतशस्सर ने उत्तर दिया, “महाराज, मेरे स्वामी! काश, यह स्वप्न आपके बैरियों के लिए हो, इसका अर्थ आपके शत्रुओं पर पड़े!
“मुझ-दानिएल का अन्त:करण चिंतित हो गया। मन में देखे गए इन दर्शनों ने मुझे व्याकुल कर दिया।
‘दर्शन के वास्तविक अर्थ की चर्चा यहाँ समाप्त हुई। पर जहाँ तक मेरा सम्बन्ध है, मेरे विचारों ने मुझे व्याकुल कर दिया। मेरे चेहरे का रंग बदल गया। किन्तु यह बात मैंने अपने मन में ही रखी, और किसी को नहीं बताई।’
“मैं, दानिएल, यह दर्शन पाकर इतना कमजोर हो गया कि कुछ दिनों तक बीमार पड़ा रहा। जब मैं स्वस्थ हुआ तब शैया से उठा और राजकाज में व्यस्त हो गया। किन्तु मैं दर्शन के कारण स्तब्ध था; क्योंकि मैं उसको समझ नहीं पाया था।’
क्या यह संभव है? नगर में नरसिंगा फूंका जाए और नागरिक भयभीत न हों? जब तक प्रभु किसी नगर पर विपत्ति नहीं ढाहता क्या उस नगर पर विपत्ति आ सकती है?
यह मैंने सुना, और मेरा शरीर कांपने लगा। आवाज सुनते ही मेरे ओंठ कांपने लगे। सड़ायंध मेरी हड्डियों तक घुस गई। मेरे पैरों तले की जमीन खिसक गई। मैं चुपचाप उस दिन की प्रतीक्षा करूंगा, जब हमारे आक्रमणकारियों पर संकट आएगा।
जब तुम अपने देश के बैरी के विरुद्ध, जो तुम्हें सताता है, युद्ध करने को जाओगे, तब तुरहियों को फूंककर संकट-सूचना देना। इस प्रकार मैं-प्रभु तुम्हारा परमेश्वर, तुम्हें स्मरण करूँगा और तुम्हारे शत्रुओं से तुम्हारी रक्षा करूंगा।
भाइयो और बहिनो! मेरी हार्दिक अभिलाषा और परमेश्वर से मेरी प्रार्थना यह है कि इस्राएली मुक्ति प्राप्त करें।
मेरे प्रिय बच्चो! जब तक तुम में मसीह का स्वरूप नहीं बन जाये, तब तक मैं तुम्हारे लिए फिर प्रसव-पीड़ा सह रहा हूँ।
कीशोन की प्रचण्ड धारा ने, सतत प्रवाहित प्रचण्ड धारा ने, कीशोन की प्रचण्ड धारा ने उन्हें बहा दिया। ओ मेरे प्राण, साहस से आगे बढ़!