उन्होंने निर्दोष रक्त बहाया, अपने ही पुत्र-पुत्रियों का रक्त, जिन्हें कनान की मूर्तियों पर उन्होंने चढ़ाया; धरती रक्त से अपवित्र हो गई।
यिर्मयाह 3:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘कहो, यदि कोई पुरुष अपनी पत्नी को त्याग दे, और उसकी पत्नी दूसरे पुरुष की स्त्री हो जाए तो क्या वह उसके पास लौटेगा? क्या उसके ऐसे आचरण से सारा देश भ्रष्ट नहीं हो जाएगा? ओ इस्राएली जनता, तू अनेक प्रेमियों के साथ व्यभिचार कर चुकी है। क्या अब तू मेरे पास लौटेगी?’ प्रभु की यह वाणी है। पवित्र बाइबल “यदि कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को तलाक देता है, और वह पत्नी उसे छोड़ देती है तथा अन्य व्यक्ति से विवाह कर लेती है तो क्या वह व्यक्ति अपनी पत्नी के पास फिर आ सकता है नहीं! यदि वह व्यक्ति उस स्त्री के पास लौटेगा तो देश पूरी तरह गन्दा हो जाएगा। यहूदा, तुमने वेश्या की तरह अनेक प्रेमियों (असत्य देवताओं) के साथ काम किये और अब तुम मेरे पास लौटना चाहते हो!” यह सन्देश यहोवा का था। Hindi Holy Bible वे कहते हैं, यदि कोई अपनी पत्नी को त्याग दे, और वह उसके पास से जा कर दूसरे पुरुष की हो जाए, तो वह पहिला क्या उसके पास फिर जाएगा? क्या वह देश अति अशुद्ध न हो जाएगा? यहोवा की यह वाणी है कि तू ने बहुत से प्रेमियों के साथ व्यभिचार किया है, क्या तू अब मेरी ओर फिरेगी? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “वे कहते हैं, ‘यदि कोई अपनी पत्नी को त्याग दे, और वह उसके पास से जाकर दूसरे पुरुष की हो जाए, तो वह पहला क्या उसके पास फिर जाएगा?’ क्या वह देश अति अशुद्ध न हो जाएगा? यहोवा की यह वाणी है कि तू ने बहुत से प्रेमियों के साथ व्यभिचार किया है, क्या तू अब मेरी ओर फिरेगी? सरल हिन्दी बाइबल “यदि कोई व्यक्ति किसी स्त्री से तलाक कर लेता है और वह उसे त्याग कर चली जाती है और वह किसी अन्य पुरुष के साथ रहने लगती है, क्या वह पहला पुरुष फिर भी उसके पास लौटेगा? क्या वह देश पूर्णतः अशुद्ध नहीं हो जाएगा? किंतु तुम वह व्यभिचारी हो जिसके बर्तन अनेक हैं— यह होने पर भी तुम अब मेरे पास लौट आए हो?” यह याहवेह की वाणी है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “वे कहते हैं, ‘यदि कोई अपनी पत्नी को त्याग दे, और वह उसके पास से जाकर दूसरे पुरुष की हो जाए, तो वह पहला क्या उसके पास फिर जाएगा?’ क्या वह देश अति अशुद्ध न हो जाएगा? यहोवा की यह वाणी है कि तूने बहुत से प्रेमियों के साथ व्यभिचार किया है, क्या तू अब मेरी ओर फिरेगी? |
उन्होंने निर्दोष रक्त बहाया, अपने ही पुत्र-पुत्रियों का रक्त, जिन्हें कनान की मूर्तियों पर उन्होंने चढ़ाया; धरती रक्त से अपवित्र हो गई।
धरती अपने निवासियों के बोझ से अशुद्ध हो गई, क्योंकि लोगों ने विधि-विधानों का उल्लंघन किया, संविधियों की अवहेलना की, शाश्वत विधान को तोड़ दिया।
‘ओ इस्राएल, तूने मुझसे विश्वासघात किया। तूने मेरे प्रेम और अधिकार के बंधन तोड़कर कहा, “मैं तेरी सेवा नहीं करूंगी।” तू प्रत्येक पहाड़ी शिखर के मन्दिर में, हर एक हरे वृक्ष के नीचे वेश्या के समान दूसरे से प्रेम करती रही।
‘तू कैसे कह सकती है कि तू अशुद्ध नहीं है? क्या तू इन्कार कर सकती है कि तूने बअल देवता का अनुसरण नहीं किया? घाटी में तूने जो किया है, उस पर दृष्टि कर; अपने आचरण को जान ले! तू कामाग्नि में जलती हुई इधर-उधर वेग से दौड़नेवाली ऊंटनी थी!
‘ओ इस्राएलियो, मैं तुम्हें हरे-भरे देश में लाया, कि तुम उसके फल-फूल खाओ, उसकी उत्तम उपज से तृप्त हो। किन्तु जब तुम यहाँ आए, तुम ने अपने आचरण से मेरे इस देश को अपवित्र कर दिया, मेरी इस मीरास को घृणित बना दिया।
‘ओ यरूशलेम की जनता! लबानोन पहाड़ पर जा, और वहां छाती पीट कर रो; बाशान पहाड़ पर ऊंचे स्वर में रो; अबारीम पहाड़ पर चिल्ला-चिल्लाकर रो; क्योंकि तेरे सब प्रिय नेता मर गए हैं।
प्रभु ने उनसे कहा था, ‘ओ विश्वासघाती सन्तान, लौट आ! मैं तेरे विश्वासघात के घाव को भर दूंगा।’ वे बोले, ‘देख, हम तेरे पास लौट आए हैं; क्योंकि तू ही हमारा प्रभु परमेश्वर है
यहूदा को यह व्यभिचार-कर्म बड़ा हल्का जान पड़ा। अत: उसने पत्थरों और काठ स्तम्भों की पूजा करके सारे प्रदेश को भ्रष्ट कर दिया।
ओ चंचल पुत्री! तू कब तक यहां-वहां भटकती रहेगी? मैं-प्रभु ने पृथ्वी पर एक नई व्यवस्था की है : नारी पुरुष की रक्षा करेगी।’
प्रभु कहता है, ‘ओ इस्राएल! यदि तू लौटे, तो तुझे मेरे पास ही लौटना चाहिए। यदि तू अपनी मूर्ति-पूजा की घृणित वस्तुओं को मेरे सामने से दूर करे, और मेरे पास से न भागे,
ओ यरूशलेम, अपने हृदय से दुष्कर्म की इच्छा निकाल दे, और हृदय को धो ले। तब ही तू बच सकती है। कब तक तेरे अन्त: करण में बुरे विचार घर किए रहेंगे?
वह रात में फूट-फूटकर रोती है। उसके गालों पर आंसू बहते हैं। उसके अनेक चाहनेवाले थे, पर अब उनमें से एक भी उसको सांत्वना नहीं देता, उसके मित्रों ने उसके साथ विश्वासघात किया। वे उसके शत्रु बन गए।
तूने अपने कामातुर पड़ोसी राष्ट्रों से, मिस्र से भी व्यभिचार-कर्म किया, और यों अपने असंख्य व्यभिचारों द्वारा मेरे क्रोध को भड़काया।
स्वामी-प्रभु की यह वाणी है : ‘तेरा हृदय कैसा कामातुर है! तू निर्लज्ज वेश्या के समान यह सब कुकर्म करती है।
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”
प्रभु का सन्देश होशे के माध्यम से यों आरम्भ हुआ : प्रभु ने होशे को आदेश दिया, ‘जा, किसी वेश्या स्त्री से विवाह कर और उससे सन्तान उत्पन्न कर। यह सन्तान भी अपनी मां के समान निष्ठावान नहीं होगी। इस देश ने मुझ-प्रभु का अनुसरण करना छोड़ दिया है, और यह अन्य देवताओं की पूजा करने लगा है। यह देश वेश्या के समान मेरे प्रति निष्ठावान नहीं रहा।’
मेरे बच्चो, अपनी मां इस्राएल को समझाओ; वह मेरी पत्नी नहीं रही, और न मैं उसका पति। उसे समझाओ कि वह अपने चेहरे से वेश्यापन दूर करे; और अपने स्तनों के मध्य से वेश्यावृत्ति के चिह्नों को!
उठो, और जाओ, यह विश्राम-स्थल नहीं है। तुम्हारी अशुद्धता के कारण निस्सन्देह उसका महासंहार होगा!’
तू लोगों से यह कह : स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: मेरे पास लौटो! मुझ-प्रभु का यह कथन है; तो मैं तुम्हारे पास लौटूंगा।” स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यह वाणी है।
तो वे कन्या को उसके पिता के घर के द्वार पर लाएंगे, और उसके नगर के लोग पत्थरों से मार कर उसका वध करेंगे, क्योंकि उसने अपने पिता के घर में वेश्या के सदृश कार्य किया है और इस्राएली समाज में मूर्खतापूर्ण कार्य किया है। यों तू इस बुराई को अपने मध्य से दूर करना।
एक दिन उसकी रखेल उससे नाराज हो गई। अत: वह उसको छोड़कर यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर में अपने पिता के घर चली गई। वहाँ वह चार महीने तक रही।