20 ‘ओ इस्राएल, तूने मुझसे विश्वासघात किया। तूने मेरे प्रेम और अधिकार के बंधन तोड़कर कहा, “मैं तेरी सेवा नहीं करूंगी।” तू प्रत्येक पहाड़ी शिखर के मन्दिर में, हर एक हरे वृक्ष के नीचे वेश्या के समान दूसरे से प्रेम करती रही।
20 “यहूदा बहुत पहले तुमने अपना जुआ फेंक दिया था। तुमने वह रस्सियाँ तोड़ फेंकी जिसे मैं तुम्हें अपने पास रखने में काम में लाता था। तुमने मुझसे कहा, ‘मै आपकी सेवा नहीं करूँगा!’ सच्चाई यह है कि तुम वेश्या की तरह हर एक ऊँची पहाड़ी पर और हर एक हरे पेड़ के नीचे लेटे और काम किये।
20 क्योंकि बहुत समय पहिले मैं ने तेरा जूआ तोड़ डाला और तेरे बन्धन खोल दिए; परन्तु तू ने कहा, मैं सेवा न करूंगी। और सब ऊंचे-ऊंचे टीलों पर और सब हरे पेड़ों के नीचे तू व्यभिचारिण का सा काम करती रही।
20 “क्योंकि बहुत समय पहले मैं ने तेरा जूआ तोड़ डाला और तेरे बन्धन खोल दिए; परन्तु तू ने कहा, ‘मैं सेवा न करूँगी।’ और सब ऊँचे–ऊँचे टीलों पर और सब हरे पेड़ों के नीचे तू व्यभिचारिण का सा काम करती रही।
20 “वर्षों पूर्व मैंने तुम्हारा जूआ भंग कर दिया तथा तुम्हारे बंधन तोड़ डाले; किंतु तुमने कह दिया, ‘सेवा मैं नहीं करूंगा!’ क्योंकि, हर एक उच्च पर्वत पर और हर एक हरे वृक्ष के नीचे तुमने वेश्या-सदृश मेरे साथ विश्वासघात किया है.
20 “क्योंकि बहुत समय पहले मैंने तेरा जूआ तोड़ डाला और तेरे बन्धन खोल दिए; परन्तु तूने कहा, ‘मैं सेवा न करूँगी।’ और सब ऊँचे-ऊँचे टीलों पर और सब हरे पेड़ों के नीचे तू व्यभिचारिणी का सा काम करती रही।
यारोबआम ने आठवें महीने के पन्द्रहवें दिन एक यात्रा पर्व प्रतिष्ठित किया, जैसा यहूदा प्रदेश में मनाया जाता था। तत्पश्चात् उसने वेदी पर बलि चढ़ाई। ऐसा ही उसने बेत-एल नगर में किया। उसने स्वनिर्मित बछड़े की प्रतिमाओं को बलि चढ़ाई। उसने बेत-एल में पहाड़ी शिखर की वेदियों के लिए, जिनको उसने निर्मित किया था, पुरोहित नियुक्त किए।
मूसा लौटे। उन्होंने इस्राएली लोगों से प्रभु के सब वचनों तथा न्याय-सिद्धान्तों का वर्णन किया। लोगों ने मूसा को एक स्वर से उत्तर दिया, ‘जो वचन प्रभु ने कहे हैं, उन सबका हम पालन करेंगे।’
मैं मिस्र-निवासियों के हाथ से उन्हें मुक्त करने के लिए, इस देश से निकालकर उन्हें एक अच्छे और विशाल देश में, ऐसे देश में जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं, अर्थात् कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के देश में ले जाने के लिए उतर आया हूं।
उन दिन तुम्हारे कन्धों से असीरिया की गुलामी का बोझ हट जाएगा, तुम्हारी गर्दन से दासत्व का जूआ टूट जाएगा।’ असीरियाई सेना ने रिम्मोन नगर से प्रस्थान किया।
मैं अपने देश में असीरिया को टुकड़े-टुकड़े करूंगा, मैं अपने पहाड़ों पर उसे पैरों तले रौंदूंगा। उसके दासत्व का जूआ इस्राएलियों की गर्दन से उठ जाएगा; उनके कन्धों से गुलामी का बोझ हट जाएगा।”
तूने इस्राएली राष्ट्र की गुलामी के जूए को, उसके कन्धे की कांवर को, अत्याचारी की लाठी को तोड़ दिया है, जैसे मिद्यानी सेना के युद्ध-दिवस पर तूने किया था।
जो घृणित कार्य, व्यभिचार, कामुकता, वेश्यावृत्ति, तूने पहाड़ियों और मैदानों में किए हैं, वे सब मैंने देखे हैं। ओ यरूशलेम, धिक्कार है तुझे! तू कब शुद्ध होगी?’
क्या उनके पुत्र-पुत्रियां पहाड़ों पर, खुले मैदानों में हरे-हरे वृक्षों के नीचे, ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर स्थापित अपनी वेदियों और अशेरा देवी की मूर्तियों को एक पल के लिए भी भूल सकते हैं? अत: ओ यहूदा प्रदेश! जो पाप तूने अपने प्रदेश में किए हैं, उनके दण्ड के लिए मैं तेरी सारी सम्पत्ति, तेरा बहुमूल्य खजाना लुटेरे शत्रु को दे दूंगा।
ओ लोगो, मुझ-प्रभु के वचन पर ध्यान दो। क्या मैं इस्राएली कौम के लिए निर्जन प्रदेश के सदृश अथवा घोर अन्धकारमय क्षेत्र के सदृश भटकाने वाला था? तब मेरे निज लोग यह क्यों कहते हैं, “हम स्वतन्त्र हैं, हम तेरे पास नहीं आएंगे” ?
केवल तू अपने दुष्कर्म को स्वीकार कर, कि तूने मुझ-प्रभु परमेश्वर से विद्रोह किया था, और यहां-वहां हरएक हरे वृक्ष के नीचे अन्य देवताओं की पूजा की थी, और यों तूने मेरे आदेशों को नहीं माना,’ प्रभु ने यह कहा है।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: उस दिन मैं यह काम करूंगा: मैं उनकी गर्दन से गुलामी का जूआ तोड़ डालूंगा। मैं उनके बन्धन की रस्सियां काट दूंगा। तब विदेशी शासक उनसे अपनी गुलामी नहीं कराएंगे।
अत: मैं बड़े लोगों के पास जाऊंगा, और उनसे बात करूंगा। वे प्रभु का मार्ग जानते हैं। वे अपने परमेश्वर के न्याय-सिद्धान्तों से परिचित हैं।’ प्रभु ने कहा, ‘नहीं उन्होंने भी मेरे अधिकार के प्रतीक-चिह्न जूए को तोड़ दिया है, मेरे बन्धन को काट दिया है।
हर एक गली के प्रवेश-द्वार पर तू पूजा-कक्ष बनाती है। तू प्रत्येक चौराहे पर ऊंची वेदी प्रतिष्ठित करती है। तो भी, सुन, तू वेश्या से भी नीच है, क्योंकि तू वेश्यावृत्ति के मूल्य का मजाक भी उड़ाती है।
वे तेरे मकानों में आग लगा देंगे, और अन्य औरतों के सामने तुझे दण्ड देंगे। मैं तेरी वेश्यावृत्ति बन्द कर दूंगा, और तू पराए पुरुषों को अपनी वेश्यावृत्ति का दाम नहीं देगी।
जब मैं उन्हें उस देश में ले आया जिसको देने की शपथ मैंने खाई थी, तब उन्हें जहां-कहीं भी पहाड़ी शिखर दिखाई दिए और जहां-कहीं उन्होंने हरे वृक्ष देखे, वहां वे बलि चढ़ाने लगे, पूजा करने लगे, और अपनी बलि और पूजा से मुझे चिढ़ाया। वहां वे सुगन्धित धूपद्रव्य जलाते थे, और अपनी पेयबलि उण्डेलते थे।
प्रभु का सन्देश होशे के माध्यम से यों आरम्भ हुआ : प्रभु ने होशे को आदेश दिया, ‘जा, किसी वेश्या स्त्री से विवाह कर और उससे सन्तान उत्पन्न कर। यह सन्तान भी अपनी मां के समान निष्ठावान नहीं होगी। इस देश ने मुझ-प्रभु का अनुसरण करना छोड़ दिया है, और यह अन्य देवताओं की पूजा करने लगा है। यह देश वेश्या के समान मेरे प्रति निष्ठावान नहीं रहा।’
उनकी मां वेश्या थी; उनकी जननी निर्लज्ज थी। उनकी मां ने यह कहा था, ‘मैं अपने प्रेमियों के साथ अभिसार करूंगी। वे ही तो मुझे रोटी देते हैं, पीने को पानी देते हैं; ऊन, पटसन, तेल और पेय भी उन्हीं की कृपा से मुझे प्राप्त होते हैं।’
मैंने उससे यह कहा, ‘तुम्हें बहुत दिन तक मेरी बन कर रहना होगा। तुम वेश्यावृत्ति नहीं करोगी। तुम परपुरुष से सहवास नहीं करोगी; मैं भी तुम्हारे साथ ऐसा ही व्यवहार करूंगा।’
वे पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि चढ़ाते हैं; वे पहाड़ियों पर, बांज, चिनार और एला वृक्षों के नीचे धूप जलाते हैं; क्योंकि उन्हें इन वृक्षों की छाया भली लगती है। तुम्हारी पुत्रियाँ भी वेश्यावृत्ति करती हैं। तुम्हारी बहुएँ भी व्यभिचार करती हैं।
ओ इस्राएल, आनन्द मत मना, अन्य राष्ट्रों के समान आनन्दित मत हो। तूने अपने परमेश्वर को त्यागकर अन्य देवताओं के प्रति विश्वास प्रकट किया है। यों तूने वेश्यावृत्ति की। तूने सभी खलियानों में वेश्या की कमाई आनन्द से ली।
मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ। मैंने ही तुम्हें मिस्र देश से बाहर निकाला है जिससे तुम उनके गुलाम न बने रहो। मैंने तुम्हारे जूए के बन्धन तोड़े, और तुम्हें सीधा खड़ा किया है।
तुम उच्च पहाड़ों-पहाड़ियों पर स्थित तथा हरे वृक्षों के नीचे की सब पूजा-वेदियों को पूर्णत: ध्वस्त कर देना, जहाँ वे राष्ट्र जिन्हें तुम निकालोगे, अपने देवताओं की पूजा करते हैं।
तूने आज प्रभु के विषय में यह घोषित किया है कि वह तेरा परमेश्वर है, और तू उसके मार्ग पर चलेगा, उसकी संविधियों, आज्ञाओं और न्याय-सिद्धान्तों का पालन करेगा, उसकी वाणी को सुनेगा।
किन्तु प्रभु ने तुम्हें चुना, और भट्टी की अग्नि से, मिस्र देश से वह तुम्हें बाहर निकाल लाया है कि तुम उसके निज लोग और उसकी निज सम्पत्ति बनो; जैसे आज भी हो।
जैसा तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने मिस्र देश में तुम्हारी आंखों के सम्मुख किया था, क्या वैसा किसी अन्य ईश्वर ने आकर परीक्षाओं, चिह्नों, आश्चर्यपूर्ण कर्मों, युद्ध, भुजबल, महा आतंकमय कार्यों और उद्धार के हेतु फैले हुए हाथों से किसी राष्ट्र को अपने लिए, दूसरे राष्ट्रों के मध्य से चुनने का साहसिक कार्य किया है?
इसलिए आप ही समीप जाइए। जो बातें हमारा प्रभु परमेश्वर आपसे कहेगा, उनको आप ही सुनिए। आप ही हमें वे सब बातें बताना, जो हमारा प्रभु परमेश्वर आपको बताएगा। हम उन्हें सुनेंगे, और उनके अनुसार कार्य करेंगे।”
उसने ये बातें परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक में लिखीं। तत्पश्चात् उसने एक बड़ा पत्थर उठाया, और उसको प्रभु के निवास-स्थान में बांज वृक्ष के नीचे प्रतिष्ठित किया।
जो सात स्वर्गदूत सात प्याले लिये थे, उन में से एक ने मेरे पास आ कर कहा, “आइए, मैं आप को उस महावेश्या का दण्ड दिखाऊंगा, जो महासमुद्र के किनारे विराजमान है।
इस्राएलियों ने फिर वही कार्य किया जो प्रभु की दृष्टि में बुरा था। इस्राएली लोग सीरिया, सीदोन, मोआब, अम्मोन, और पलिश्ती जातियों के देवी-देवताओं, बअल तथा अशेराह की पूजा-आराधना करने लगे। उन्होंने प्रभु को त्याग दिया, और उसकी आराधना नहीं की।
उन्होंने प्रभु की दुहाई दी, और यह कहा, “हमने पाप किया, क्योंकि हमने तुझ प्रभु को त्यागकर बअल देवता और अशेराह देवी की सेवा की। अब प्रभु, हमारे शत्रुओं के हाथ से हमें मुक्त कर। हम तेरी सेवा करेंगे।”