यिर्मयाह 13:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मुझ-प्रभु की यह वाणी है: जैसे लुंगी मनुष्य की कमर से चिपकी रहती है वैसे ही मैंने इस्राएल के तथा यहूदा प्रदेश के सब लोगों को अपने से चिपका कर रखा था कि वे मेरे निज लोग बनें, और मेरे नाम, मेरी स्तुति और महिमा का कारण बनें। किन्तु उन्होंने मेरी बात नहीं मानी। पवित्र बाइबल अधोवस्त्र व्यक्ति के कमर से कस कर लपेटा जाता है। उसी प्रकार मैंने पूरे इस्राएल और यहूदा के परिवारों को अपने चारों ओर लपेटा।” यह सन्देश यहोवा के यहाँ से है। “मैंने वैसा इसलिये किया कि वे लोग मेरे लोग होंगे। तब मेरे लोग मुझे यश, प्रशंसा और प्रतिष्ठा प्रदान करेंगे। किन्तु मेरे लोगों ने मेरी एक न सुनी।” Hindi Holy Bible यहोवा की यह वाणी है कि जिस प्रकार से पेटी मनुष्य की कमर में कसी जाती है, उसी प्रकार से मैं ने इस्राएल के सारे घराने और यहूदा के सारे घराने को अपनी कटि में बान्ध लिया था कि वे मेरी प्रजा बनें और मेरे नाम और कीर्ति और शोभा का कारण हों, परन्तु उन्होंने न माना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा की यह वाणी है कि जिस प्रकार से लुंगी मनुष्य की कमर में कसी जाती है, उसी प्रकार से मैं ने इस्राएल के सारे घराने और यहूदा के सारे घराने को अपनी कटि में बाँध लिया था कि वे मेरी प्रजा बनें और मेरे नाम और कीर्ति और शोभा का कारण हों, परन्तु उन्होंने न माना। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि जिस प्रकार कमरबंध मनुष्य की कमर से बंधा हुआ रहता है, ठीक उसी प्रकार मैंने सारे इस्राएल वंश तथा सारे यहूदाह गोत्र को स्वयं से बांधे रखा,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘वे मेरी कीर्ति, स्तवन तथा गौरव के लिए मेरी प्रजा हो जाएं; किंतु उन्होंने इसे महत्व ही न दिया.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा की यह वाणी है कि जिस प्रकार से कमरबन्द मनुष्य की कमर में कसी जाती है, उसी प्रकार से मैंने इस्राएल के सारे घराने और यहूदा के सारे घराने को अपनी कमर में बाँध लिया था कि वे मेरी प्रजा बनें और मेरे नाम और कीर्ति और शोभा का कारण हों, परन्तु उन्होंने न माना। |
प्रभु ने यह व्यवहार अन्य राष्ट्रों से नहीं किया, वे प्रभु के न्याय-सिद्धान्तों को नहीं जानते हैं। प्रभु की स्तुति करो!
लोग उन्हें ‘पवित्र कौम’, ‘प्रभु के द्वारा छुड़ाया गया राष्ट्र’ कहेंगे। ओ सियोन, तेरा नाम ‘ग्रहण की हुई नगरी’, ‘सुहागिन’ रखा जाएगा।
प्रभु ने मुझसे यों कहा, ‘जा, और एक लुंगी खरीद। तू उस को अपनी कमर में बांधना, और पानी में मत भिगोना।’
यह दुष्कर्मी जाति है। ये मेरी बात सुनने से इन्कार करते हैं, और हठपूर्वक अपने हृदय के अनुसार आचरण करते हैं। ये अन्य कौमों के देवी-देवताओं की सेवा करने के लिए उनके अनुयायी बन गए हैं, और उनकी पूजा करते हैं। अत: यह कौम भी लुंगी के समान किसी काम की नहीं रहेगी।
‘ओ यिर्मयाह, तू उनसे कहना: “इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: मदिरा का हर एक घड़ा भरा जाएगा।” किन्तु वे तुझको उलट कर यह उत्तर देंगे, “निस्सन्देह, हम यह बात जानते हैं कि मदिरा का प्रत्येक पात्र मदिरा से भरा जाएगा।”
‘इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: जिस विपत्ति की घोषणा मैंने तुम्हारे हठ और दुराचरण के कारण की है, वह मैं इस नगर और यहूदा प्रदेश के सब नगरों पर ला रहा हूं; क्योंकि तुमने अपना हृदय कठोर बना लिया है, और मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया है।’
तूने मिस्र देश में आश्चर्यपूर्ण कार्य किये थे, और अद्भुत चिह्न दिखाये थे, जो आज भी तू इस्राएली राष्ट्र में तथा समस्त मानव-जाति के मध्य कर रहा है। यों तूने अपना नाम ऐसा प्रतिष्ठित किया जो आज तक बना है।
यह नगर पृथ्वी के सब राष्ट्रों में मेरे लिए एक आनन्ददायक नाम, स्तुति और महिमा का स्थान बन जाएगा। जो भलाई मैं इस नगर के रहने वालों के लिए करूंगा, उसके विषय में पृथ्वी की सब जातियां सुनेंगी, और उनसे भयभीत होंगी। मैं इस नगर का कल्याण करूंगा और इस को समृद्ध बनाऊंगा। इसके कल्याण और समृद्धि को देख कर विश्व की जातियां डर से कांपेंगी।’
मैंने उन पर प्रहरी नियुक्त किए कि वे चेतावनी के लिए बिगुल बजाएं। परन्तु यरूशलेम-निवासी कहते हैं, “हम चेतावनी पर ध्यान नहीं देंगे!”
अब तुम मुझ-प्रभु की वाणी सुनो: तुम ने भी ये दुष्कर्म किए। मैंने बार-बार तुम्हें चेतावनी दी; पर तुमने मेरी बात नहीं सुनी; और जब मैंने तुम्हें पश्चात्ताप के लिए बुलाया तब तुमने मुझे उत्तर भी नहीं दिया।
किन्तु मैंने उनको यह आज्ञा दी थी: “मेरी वाणी को सुनोगे तो मैं तुम्हारा परमेश्वर होऊंगा, और तुम मेरे निज लोग होगे। जिस मार्ग पर चलने का मैंने तुम्हें आदेश दिया है, उस पर चलते रहोगे तो तुम्हारा कल्याण होगा।”
परन्तु उन्होंने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया, और न ही उस पर कान दिया। वे मनचाहे मार्ग पर चलते रहे, अपने हठीले हृदय के अनुरूप दुराचरण करते रहे। उनके कदम मेरी ओर आगे नहीं बढ़े, बल्कि पीछे हट गए।
फिर भी उन्होंने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया, और न ही उस पर कान दिया। उन्होंने अपना हृदय पत्थर-सा कठोर बना लिया, और अपने पूर्वजों से बढ़कर दुष्कर्म किए।
ओ इस्राएली कौम! मुझ-प्रभु का यह सन्देश सुन। मैं यह तेरे विरुद्ध, तेरी सारी कौम के विरुद्ध सुनाता हूं, जिसको मैं मिस्र देश से निकाल कर लाया था।
‘अपने पैरों में लगी तुम्हारे नगर की धूल तक हम तुम्हारे सामने झाड़ देते हैं। तब भी यह जान लो कि परमेश्वर का राज्य निकट आ गया है।’
प्रभु ने आज तेरे विषय में यह घोषित किया है कि तू उसके वचन के अनुसार उसकी प्रजा, उसकी निज सम्पत्ति है, और तू उसकी समस्त आज्ञाओं का पालन करेगा।
जिन राष्ट्रों को उसने रचा है, उनके मध्य वह तुझे सर्वोच्च आसन पर प्रतिष्ठित करेगा जिससे उसकी स्तुति, प्रसिद्धि और सम्मान हो। जैसा प्रभु परमेश्वर ने कहा है उसके अनुसार तू उसकी पवित्र प्रजा बनेगा।’
ऐसा कौन महान् राष्ट्र है, जिसका ईश्वर उसके समीप रहता है, जैसा हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे समीप रहता है? जब-जब हम उसे पुकारते हैं, वह हमारी प्रार्थना सुनता है।
परन्तु आप लोग चुने हुए वंश, राजकीय पुरोहित-वर्ग, पवित्र राष्ट्र तथा परमेश्वर की अपनी निजी प्रजा हैं, जिससे आप उसी के महान् कार्यों की घोषणा करें, जो आप लोगों को अन्धकार में से निकाल कर अपनी अलौकिक ज्योति में बुला लाया है।