20 तूने मिस्र देश में आश्चर्यपूर्ण कार्य किये थे, और अद्भुत चिह्न दिखाये थे, जो आज भी तू इस्राएली राष्ट्र में तथा समस्त मानव-जाति के मध्य कर रहा है। यों तूने अपना नाम ऐसा प्रतिष्ठित किया जो आज तक बना है।
20 हे यहोवा, तूने मिस्र देश में अत्यन्त प्रभावशाली चमत्कार किया। तूने आज तक भी प्रभावशाली चमत्कार किया है। तूने ये चमत्कार इस्राएल में दिखाया और तूने इन्हें वहाँ भी दिखाये जहाँ कहीं मनुष्य रहते हैं। तू इन चमत्कारों के लिये प्रसिद्ध है।
20 तू ने मिस्र देश में चिन्ह और चमत्कार किए, और आज तक इस्राएलियों वरन सब मनुष्यों के बीच वैसा करता आया है, और इस प्रकार तू ने अपना ऐसा नाम किया है जो आज के दिन तक बना है।
20 तू ने मिस्र देश में चिह्न और चमत्कार किए,और आज तक इस्राएलियों वरन् सब मनुष्यों के बीच वैसा करता आया है, और इस प्रकार तू ने अपना ऐसा नाम किया है जो आज के दिन तक बना है।
20 आपने मिस्र देश में चिन्हों एवं विलक्षण कृत्यों का प्रदर्शन किया तथा आप इस्राएल में तथा सारे मानव जाति दोनों ही के मध्य आज भी कर रहे हैं, तथा आपने अपनी प्रतिष्ठा स्थापित कर ली है, जो आज भी स्थापित है.
20 तूने मिस्र देश में चिन्ह और चमत्कार किए, और आज तक इस्राएलियों वरन् सब मनुष्यों के बीच वैसा करता आया है, और इस प्रकार तूने अपना ऐसा नाम किया है जो आज के दिन तक बना है।
तेरे निज लोग, इस्राएली राष्ट्र के समान पृथ्वी पर और कौन राष्ट्र है? हे परमेश्वर, तू स्वयं उनको मुक्त करने के लिए गया था। तूने स्वयं एक नाम धारण किया था। तूने उनके हितार्थ महान् और आतंकपूर्ण कार्य किए थे। तूने अपने निज लोगों के सम्मुख से, जिन्हें तूने अपने लिए मिस्र देश से मुक्त किया था, अनेक राष्ट्रों और उनके देवताओं को भगाया था।
तेरे निज लोग, इस्राएली राष्ट्र के समान, पृथ्वी पर और कौन राष्ट्र है? हे परमेश्वर, तू स्वयं उनको गुलामी से मुक्त करने के लिए आया था, जिससे वे तेरी प्रजा बनें। तूने महान् और आतंकपूर्ण कार्यों द्वारा स्वयं एक नाम धारण किया। तूने अपने निज लोगों के सम्मुख से, जिन्हें तूने अपने लिए मिस्र देश से मुक्त किया था, अनेक राष्ट्रों को भगाया था।
और तब तूने फरओ, और उसके कर्मचारियों, तथा मिस्र देश के निवासियों के विरुद्ध आश्चर्यपूर्ण कार्य किए और चिह्न दिखाए थे; क्योंकि तू जानता था कि उन्होंने हमारे पूर्वजों से असभ्य व्यवहार किया था। यों तूने अपना नाम प्रतिष्ठित किया, जो आज तक प्रतिष्ठित है।
‘तूने हमारे पूर्वजों के सामने लाल सागर को दो भागों में विभक्त किया, और वे सागर के मध्य से गुजरकर सूखी भूमि पर पहुँच गए। पर तूने उनका पीछा करनेवालों को सागर की अतल गहराई में फेंक दिया, जैसे पत्थर को कोई महासागर में फेंकता है!
और तुम अपने पुत्र-पौत्रादि से वर्णन कर सको कि मैंने मिस्र देश को कैसा उपहास का पात्र बनाया और उनके मध्य कितने चिह्न दिखाए, जिससे तुम्हें ज्ञात हो जाए कि मैं प्रभु हूं।’
जिसने अपनी प्रतापी भुजा से मूसा के दाहिने हाथ को नेतृत्व के लिए सामर्थ्य प्रदान किया था; अपने नाम को अमर करने के लिए जिसने हमारी आंखों के सामने समुद्र को दो भागों में विभक्त कर दिया था,
जैसे पालतु पशु चराई की तलाश में घाटी में उतर जाता है, वैसे ही प्रभु के आत्मा ने हमारा मार्ग-दर्शन किया था। प्रभु, तूने अपने नाम की महिमा प्रकट करने के लिए हमारा पथ-प्रदर्शन किया था।’
मुझ-प्रभु की यह वाणी है: जैसे लुंगी मनुष्य की कमर से चिपकी रहती है वैसे ही मैंने इस्राएल के तथा यहूदा प्रदेश के सब लोगों को अपने से चिपका कर रखा था कि वे मेरे निज लोग बनें, और मेरे नाम, मेरी स्तुति और महिमा का कारण बनें। किन्तु उन्होंने मेरी बात नहीं मानी।
“हे स्वामी हमारे परमेश्वर, तूने अपने भुजबल से अपने निज लोगों को मिस्र देश की गुलामी से मुक्त किया था और इस प्रकार अपने नाम को महान बनाया था, जैसा वह आज भी है। प्रभु, हमने पाप किया है। हमने दुष्ट आचरण किया है।
जैसा तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने मिस्र देश में तुम्हारी आंखों के सम्मुख किया था, क्या वैसा किसी अन्य ईश्वर ने आकर परीक्षाओं, चिह्नों, आश्चर्यपूर्ण कर्मों, युद्ध, भुजबल, महा आतंकमय कार्यों और उद्धार के हेतु फैले हुए हाथों से किसी राष्ट्र को अपने लिए, दूसरे राष्ट्रों के मध्य से चुनने का साहसिक कार्य किया है?
बड़ी-बड़ी परीक्षाएं, जिनको तूने अपनी आंखों से देखा, चिह्न, आश्चर्यपूर्ण कार्य, भुजबल और उद्धार के हेतु बढ़ाए हुए हाथ, जिनके द्वारा तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे बाहर निकाल लाया था। तेरा प्रभु परमेश्वर इन जातियों से जिनसे तू डरता है, ऐसा ही व्यवहार करेगा।