क्योंकि वह कहता था, ‘जब हम एक दुसरे से अलग होंगे तब प्रभु मेरा और तुम्हारा निरीक्षण करता रहेगा।
यहोशू 11:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने यर्दन नदी के दोनों किनारों पर बसे कनानी लोगों को, एमोरी, हित्ती, परिज्जी और पहाड़ी यबूसी जाति के लोगों को, और मिस्पाह देश के हेर्मोन पहाड़ की तराई में रहनेवाले हिव्वी जाति के लोगों को भी दूत भेजे। पवित्र बाइबल याबीन ने पूर्व और पश्चिम के कनानी लोगों के राजाओं के पास सन्देश भेजा। उसने पहाड़ी प्रदेशों में रहने वाले एमोरी, हित्तियों, परिज्जियों और यबूसियों के पास सन्देश भेजा। उसने मिस्पा क्षेत्र के हेर्मोन पहाड़ के नीचे रहने वाले हिव्वी लोगों को भी सन्देश भेजा। Hindi Holy Bible और पूरब पच्छिम दोनों ओर के रहने वाले कनानियों, और एमोरियों, हित्तियों, परिज्जियों, और पहाड़ी यबूसियों, और मिस्पा देश में हेर्मोन पहाड़ के नीचे रहने वाले हिव्वियों को बुलवा भेजा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और पूरब पश्चिम दोनों ओर के रहनेवाले कनानियों, और एमोरियों, हित्तियों, परिज्जियों, और पहाड़ी यबूसियों, और मिस्पा देश में हेर्मोन पहाड़ के नीचे रहनेवाले हिब्बियों को बुलवा भेजा। सरल हिन्दी बाइबल उसने यरदन के दोनों तटों पर बसे कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्ज़ी तथा पर्वतीय यबूसी लोगों को, मिज़पाह के हरमोन पर्वत की तराई के निवासी हिव्वी लोगों के लिए भी दूत भेजे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और पूरब पश्चिम दोनों ओर के रहनेवाले कनानियों, और एमोरियों, हित्तियों, परिज्जियों, और पहाड़ी यबूसियों, और मिस्पा देश में हेर्मोन पहाड़ के नीचे रहनेवाले हिब्बियों को बुलवा भेजा। |
क्योंकि वह कहता था, ‘जब हम एक दुसरे से अलग होंगे तब प्रभु मेरा और तुम्हारा निरीक्षण करता रहेगा।
स्वर्गदूत ने यरूशलेम नगर के वासियों को नष्ट करने के लिए उसकी ओर हाथ उठाया। परन्तु उस क्षण ही प्रभु यह विपत्ति देखकर दु:खी हुआ। उसने लोगों का संहार करने वाले दूत से कहा, ‘बस! यह पर्याप्त है। अपना हाथ रोक ले।’ उस समय प्रभु का दूत यबूसी जाति के अरौनाह नामक व्यक्ति के खलियान के पास पहुँचा था।
वे सोर के किले में आए। वे हिव्वी और कनानी जातियों के सब नगरों में गए। तत्पश्चात् वे यहूदा प्रदेश के नेगब क्षेत्र में स्थित बएर-शेबा नगर को गए।
राजा आसा ने समस्त यहूदा प्रदेश में अनिवार्य सैनिक सेवा की घोषणा कर दी। एक भी व्यक्ति नहीं छोड़ा गया। जिन पत्थरों और लकड़ियों से बाशा रामाह की किलाबन्दी कर रहा था, उनको यहूदा प्रदेश के लोग ढोकर ले गए। राजा आसा ने उन पत्थरों और लकड़ियों से बिन्यामिन कुल के भूमिक्षेत्र के गेबा नगर और मिस्पाह नगर की किलाबन्दी की।
एमोरी, हित्ती, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जाति के बचे हुए लोग, जो इस्राएली जाति के नहीं थे,
यह हेर्मोन पर्वत की ओस के समान है, जो सियोन की पहाड़ियों पर गिरती है! वहां प्रभु अपनी आशिष को, शाश्वत जीवन को प्रेषित करता है।
तूने ही उत्तर और दक्षिण बनाए हैं; ताबोर एवं हेर्मोन पर्वत तेरे नाम का जयजयकार करते हैं।
ओ वधू, मेरे साथ लबानोन से, लबानोन पहाड़ से भाग चल। अमाना शिखर से शनीर और हेर्मोन की चोटी से, सिंहों की मांदों से, तेंदुओं के पहाड़ों से भाग चल।
जहां तक मेरा प्रश्न है, मैं मिस्पाह में रहूंगा, और जब कसदी उच्चाधिकारी यहां आएंगे, तब मैं आपकी ओर से उनके सम्मुख खड़ा हूंगा। आप लोग घबराइए मत, अपने-अपने नगर में जाइए, और अंगूर और ग्रीष्मऋतु के फल एकत्र कीजिए, तेल निकालिए, और उसको बर्तनों में जमा कीजिए। जिन नगरों पर आप लोगों ने पुन: अधिकार कर लिया है, उनमें निवास कीजिए।’
यिर्मयाह गदल्याह बेन-अहीकाम के पास मिस्पाह नगर में आए, और उसके साथ अपने लोगों के मध्य रहने लगे। ये लोग यहूदा प्रदेश में बच गए थे।
जिन लोगों को यिश्माएल बन्दी बना कर मिस्पाह से ले जा रहा था, वे लौट पड़े और वापस आ गए। वे योहानान बेन-कारेह के पास आ गए।
यिश्माएल ने उन यहूदियों का भी वध कर दिया जो गदल्याह के साथ थे। उसकी तलवार से कसदी सैनिक भी न बच सके, जो उस समय मिस्पाह में तैनात थे।
अमालेक जाति नेगेब प्रदेश में निवास करती है। हित्ती, यबूसी और अमोरी जातियाँ पहाड़ी प्रदेश में रहती हैं। कनानी जाति समुद्र तट तथा यर्दन नदी के किनारे निवास करती है।’
उन्होंने अरोएर नगर से, जो अर्नोन घाटी के छोर पर है, सीर्योन पर्वत (अर्थात् हेर्मोन) तक और
‘जब तेरा प्रभु परमेश्वर तुझको उस देश में पहुंचा देगा, जिस पर अधिकार करने के लिए तू वहाँ जा रहा है, तब वह अनेक राष्ट्रों को भगा देगा। वह तुझसे अधिक महान और शक्तिशाली सात जातियों को-हित्ती, गिर्गाशी, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी को, तेरे सम्मुख से निकाल देगा।
उसके अधिकार-क्षेत्र की सीमा सेईर की ओर उठे हुए हालक पर्वत से हेर्मोन पहाड़ के दक्षिण में लबानोन की घाटी के बअल-गाद नगर तक थीं। यहोशुअ को अनेक दिन तक इन क्षेत्रों के राजाओं से युद्ध करना पड़ा। अन्त में उसने उन राजाओं को परास्त कर दिया, और उन्हें मार डाला, उनका वध कर दिया।
प्रभु ने उन्हें इस्राएलियों के अधिकार में कर दिया, और उन्होंने उत्तर दिशा में महा सीदीन तथा मिसरपोत-मयिम तक और पूर्व दिशा में मिस्पेह की घाटी तक उनका पीछा किया और उन्हें मारा। जब तक शत्रु-सेना का एक भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा तब तक वे उन्हें मारते रहे।
इसके अतिरिक्त गिलआद प्रदेश, गशूरी और मअकाती जातियों का समस्त प्रदेश, हेर्मोन पर्वत, सलकाह नगर तक का समस्त बाशान प्रदेश,
गबाली जाति का प्रदेश, पूर्व में हेर्मोन पर्वत के नीचे स्थित बअल-गाद नगर से हमात घाटी के प्रवेश-द्वार तक का समस्त लबानोन प्रदेश।
यहूदा कुल के लोग यरूशलेम-निवासी यबूसी जाति को नहीं निकाल सके। इसलिए यबूसी जाति के लोग आज भी यरूशलेम नगर में यहूदा के वंशजों के साथ रहते हैं।
उसने आगे कहा, ‘तुम्हें आज ज्ञात होगा कि तुम्हारे मध्य जीवित परमेश्वर है, और वह तुम्हारे सामने से कनानी, हित्ती, हिव्वी, परिज्जी, गिर्गाशी, एमोरी और यबूसी जातियों को निश्चय ही खदेड़ देगा।
अत: दान प्रदेश से बएर-शेबा तक तथा गिलआद प्रदेश में रहनेवाले सब इस्राएली युद्ध के लिए बाहर निकले। समस्त इस्राएली मंडली संगठित होकर प्रभु के सम्मुख मिस्पाह में एकत्र हुई।
उन्होंने पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल यहाँ प्रभु के पास धर्मसभा में नहीं आया है?’ अभिशाप की यह महाशपथ घोषित की गई थी कि जो कुल प्रभु के पास मिस्पाह में नहीं आएगा, उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
उन्होंने फिर पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल प्रभु के पास मिस्पाह नहीं आया?’ ज्ञात हुआ कि गिलआद प्रदेश के याबेश नगर से कोई भी व्यक्ति धर्मसभा के लिए शिविर में नहीं आया है;
प्रभु ने इन जातियों को छोड़ दिया था : पलिश्ती जाति के पांच नगर-राज्य, समस्त कनानी जाति, सीदोनी जाति, और हिव्वी जाति, जो बअल-हेर्मोन पहाड़ से हमात के प्रवेश-मार्ग तक लबानोन पहाड़ पर रहती थी।
अत: इस्राएली लोग कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के मध्य बस गए।