राजा आसा ने समस्त यहूदा प्रदेश में अनिवार्य सैनिक सेवा की घोषणा कर दी। एक भी व्यक्ति नहीं छोड़ा गया। जिन पत्थरों और लकड़ियों से बाशा रामाह की किलाबन्दी कर रहा था, उनको यहूदा प्रदेश के लोग ढोकर ले गए। राजा आसा ने उन पत्थरों और लकड़ियों से बिन्यामिन कुल के भूमिक्षेत्र के गेबा नगर और मिस्पाह नगर की किलाबन्दी की।
ओ पुरोहितो, यह सुनो। ओ इस्राएल वंश, ध्यान दे। ओ राज-परिवार, कान दे। तेरा न्याय किया जाएगा। तुम मिस्पाह नगर में एक फन्दा हो, ताबोर पर्वत पर बिछे एक जाल हो।
अत: यिफ्ताह गिलआद प्रदेश के धर्मवृद्धों के साथ गया। लोगों ने उसे अपना नेता और सेनानायक नियुक्त किया। यिफ्ताह ने मिस्पाह नगर में प्रभु के सम्मुख सब शर्तें दुहरा दीं।
प्रभु का आत्मा यिफ्ताह पर उतरा। यिफ्ताह ने गिलआद प्रदेश और मनश्शे की राज्य-सीमा पार की। तत्पश्चात् वह गिलआद प्रदेश के मिस्पाह नगर में आया। उसने गिलआद के मिस्पाह नगर से अम्मोनियों की सीमा पार की।