सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
यहेजकेल 28:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएली अपने देश में निश्चिंत निवास करेंगे। वे मकान बनाएंगे। वे अंगूर के उद्यान लगाएंगे। जिस-जिस पड़ोसी राष्ट्र ने उनके साथ शत्रुता का व्यवहार किया था, उसको मैं दण्ड दूंगा। उसके पश्चात् इस्राएली अपने देश में निर्भय होकर निवास करेंगे। तब उनको ज्ञात होगा कि मैं ही उनका प्रभु परमेश्वर हूं।’ पवित्र बाइबल वे उस देश में सुरक्षित रहेंगे। वे घर बनायेंगे तथा अंगूर की बेलें लगाएंगे। मैं उसके चारों ओर के राष्ट्रों को दण्ड दूँगा जिन्होंने उससे घृणा की। तब इस्राएल के लोग सुरक्षित रहेंगे। तब वे समझेंगे कि मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूँ।” Hindi Holy Bible वे उस में निडर बसे रहेंगे; वे घर बना कर और दाख की बारियां लगा कर निडर रहेंगे; तब मैं उनके चारों ओर के सब लोगों को दण्ड दूंगा जो उन से अभिमान का बर्ताव करते हैं, तब वे जान लेंगे कि उनका परमेश्वर यहोवा ही है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे उसमें निडर बसे रहेंगे; वे घर बनाकर और दाख की बारियाँ लगाकर निडर रहेंगे; तब मैं उनके चारों ओर के सब लोगों को दण्ड दूँगा जो उनसे अभिमान का बर्ताव करते हैं, तब वे जान लेंगे कि उनका परमेश्वर यहोवा ही है।” सरल हिन्दी बाइबल वे वहां सुरक्षित रहेंगे और घर बनाएंगे और अंगूर की बारी लगाएंगे; वे सुरक्षित रहेंगे जब मैं उनके उन सब पड़ोसी देशों को दंड दूंगा, जो उनसे शत्रुता रखते थे. तब वे जानेंगे कि मैं उनका परमेश्वर, याहवेह हूं.’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे उसमें निडर बसे रहेंगे; वे घर बनाकर और दाख की बारियाँ लगाकर निडर रहेंगे; तब मैं उनके चारों ओर के सब लोगों को दण्ड दूँगा जो उनसे अभिमान का बर्ताव करते हैं, तब वे जान लेंगे कि उनका परमेश्वर यहोवा ही है।” |
सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
और उन्हें लिखित न्याय का दण्ड दें! प्रभु के भक्तों का यही सम्मान है। प्रभु की स्तुति करो!
वे जान लेंगे कि मैं प्रभु, उनका परमेश्वर हूँ, जिसने मिस्र देश से उन्हें बाहर निकाला है कि मैं उनके मध्य निवास करूँ। मैं प्रभु उनका परमेश्वर हूँ।
प्रभु की भक्ति करने से मनुष्य में सुदृढ़ आत्म-विश्वास जागता है; प्रभु के भक्त की सन्तान कभी निराश्रित नहीं होगी।
देखो, संध्या समय आतंक का वास था; पर सबेरा होने के पूर्व ही वे गायब हो गए। यह उन लोगों की नियति है जो हमें लूटते हैं; यही उनका अन्त है, जो हमें उजाड़ते हैं।
अरे विनाशक, तेरा बुरा हो; स्वयं तेरा कभी विनाश नहीं हुआ! अरे विश्वासघाती, तेरे साथ कभी किसी ने विश्वासघात नहीं किया! जब तू विनाश कर चुकेगा तब तेरा भी विनाश होगा। जब तू विश्वासघात कर चुकेगा तब तेरे साथ भी विश्वासघात किया जाएगा।
प्रभु अपने दुष्कर्मी पड़ोसी राष्ट्रों के सम्बन्ध में यह कहता है: ‘जो मीरास मैंने अपने निज लोग इस्राएल को पैतृक अधिकार के लिए दी थी, उसको पड़ोसी राष्ट्रों ने स्पर्श किया है। अत: मैं-प्रभु कहता हूं: देखो, मैं उनको उनके देश से उखाड़ दूंगा, और यहूदा कुल के लोगों को भी उनके मध्य से उखाड़ूंगा।
उसने हमें बेबीलोन में यह सन्देश भेजा है : तुम बेबीलोन में बहुत समय तक निष्कासित रहोगे, इसलिए मकान बनाओ, और उन में रहो। फलों के बाग-बगीचे लगाओ, और उनके फल खाओ।” ’
सुन, जो तुझ को खाते हैं, उनको भी दूसरे खा लेंगे। तेरा प्रत्येक बैरी, तेरे सब शत्रु बन्दी बनकर अपने देश से निष्कासित होंगे। तुझको लूटनेवाला स्वयं लूटा जाएगा; जो तुझको हड़पेगा, उसको दूसरे हड़प लेंगे।
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, यों कहता है: इस देश के निवासी अपने ही मकानों, खेतों और अंगूर-उद्यानों को फिर खरीदेंगे।”
किन्तु देखो, मैं-प्रभु इस्राएली लोगों को उन सब देशों से वापस लाऊंगा, जहां मैंने क्रोध, रोष और महा कोप में आ कर उन को हांक दिया था। निस्सन्देह मैं उनको वापस लाऊंगा, और वे मेरे कारण यहां निश्चिन्त निवास करेंगे।
तुम कहते हो कि यह देश कसदी सेना के हाथ में प्रभु ने सौंप दिया है, यह देश निर्जन हो गया है, मनुष्य और पशु यहां दिखाई नहीं देते; किन्तु मैं-प्रभु कहता हूं : इसी देश में लोग खेतों को पुन: खरीदेंगे।
उस के समय में यहूदा प्रदेश सुरक्षित रहेगा, और यरूशलेम नगर निश्चिंत निवास करेगा। उसका यह नाम होगा, “प्रभु हमारा धर्म है।”
यरूशलेम नगरी ने भयानक पाप किए थे, अत: सब उससे घृणा करने लगे। जो उसका आदर करते थे अब वे उसका अनादर करते हैं; क्योंकि उन्होंने उसकी नग्नता देख ली है। अब यरूशलेम नगरी स्वयं कराह रही है, और शर्म से अपना मुंह छिपा रही है।
तू उससे बोल, स्वामी-प्रभु यों कहता है : “ओ सीदोन, देख, मैं तुझसे विमुख हूँ। मैं तेरे मध्य में अपने सामर्थ्यपूर्ण कार्य करूंगा, और यों अपनी महिमा प्रकट करूंगा। जब मैं तेरे अधर्म के लिए तुझे दण्ड दूंगा, जब मैं तुझ में अपनी पवित्रता प्रकट करूंगा; तब तुझे ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
‘इस्राएल राष्ट्र के चारों ओर बसनेवाली कौमें उसके लिए मानो चुभनेवला कांटा थीं, बेधनेवाला शूल थीं। इस्राएलियों के ये पड़ोसी उनके साथ बुरा व्यवहार करते थे। किन्तु अब वे ऐसा नहीं करेंगे। तब इस्राएलियों को ज्ञात होगा कि मैं ही स्वामी-प्रभु हूं।
मैं उनको हरे-भरे चरागाह में चराऊंगा। इस्राएल देश के ऊंचे पठारों पर उनके चरागाह होंगे। वहां वे हरे-भरे घास के मैदान में आराम करेंगी। उन्हें इस्राएल के पहाड़ों के उत्तम चरागाह में पेटभर आहार प्राप्त होगा।
ओ मेरे निज लोगो, तुम मेरी भेड़ें हो, मेरे चरागाह की भेड़ें हो, और मैं तुम्हारा परमेश्वर हूं।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
मैं तुम्हारे पक्ष में हूं, और मैं तुम पर आशिष की वर्षा करने के लिए तुम्हारी ओर मुड़ूंगा। तुम्हारी भूमि पर खेती की जाएगी, वह फिर बोई जाएगी।
तू यह सोचेगा, “मैं ऐसे ग्रामीण देश पर आक्रमण करूंगा, जो शहरपनाह से नहीं घिरा है। मैं उन लोगों पर हमला करूंगा, जो निश्चिंत निवास करते हैं। वे ऐसे मकानों में रहते हैं, जिनके चारों ओर दीवार नहीं है, जिन के घरों में सांकल और नगर के प्रवेश-द्वारों में अर्गलाएं नहीं हैं।”
अनेक दिन के पश्चात् मैं तेरी सुधि लूंगा, और तुझे मेरा आदेश प्राप्त होगा। अनेक वर्ष के पश्चात् मैं तुझको उस देश पर आक्रमण करने के लिए भेजूंगा, जो युद्ध के बाद पुन: निर्मित हुआ है। इस देश में अनेक देशों से लोग आकर बसे हैं। ये इस्राएल के पहाड़ी इलाके में निवास करते हैं, जो अब तक स्थायी रूप से निर्जन और उजाड़ पड़ा था। ये लोग भिन्न-भिन्न देशों की गुलामी से मुक्त होकर यहाँ लाए गए हैं, और अब, वे-सब इस देश में निश्चिन्त हो निवास कर रहे हैं।
अस्त्र-शस्त्रों से उन्हें इतनी लकड़ी मिलेगी कि उन्हें जंगल में लकड़ी बीनने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, और न ही वे जंगलों के पेड़ों से लकड़ी काटेंगे। वे शत्रुओं के हथियारों को ही जलाया करेंगे। जिन्होंने उनको लूटा था, अब वे उनको लूटेंगे। जिन्होंने उनकी धन-सम्पत्ति छीनी थी, अब वे उनकी धन-सम्पत्ति छीनेंगे; स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
वे मिस्र देश से पक्षी के समान, असीरिया देश से कबूतर के सदृश कांपते हुए आएंगे। मैं उन्हें उनके देश में पुन: बसा दूंगा − प्रभु यों कहता है।
वहाँ उसके अंगूर-उद्यान उसे लौटा दूंगा; मैं कष्ट की घाटी को आशा के द्वार में बदल दूंगा। वहाँ वह मेरे प्रेम का प्रत्युत्तर देगी; जैसे वह किशोरावस्था में मुझे प्रत्युत्तर देती थी, जब वह मिस्र देश से बाहर निकली थी।
तब मैं उस दिन इस्राएली राष्ट्र की ओर से वन-पशुओं, आकाश के पक्षियों और भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जंतुओं से सन्धि स्थापित करूंगा। मैं पृथ्वी पर से युद्ध के शस्त्र, तलवार और धनुष − तोड़ दूंगा। मैं तुझे सुख-चैन की नींद प्रदान करूंगा।
तूने अनेक राष्ट्रों को लूटा था; बचे हुए लोग तुझे लूटेंगे, क्योंकि तूने पृथ्वी के लोगों का रक्त बहाया है। तूने पृथ्वी पर, देशों की राजधानियों में, उनके निवासियों में हिंसात्मक कार्य किए हैं।
पर मैं अहंकार में डूबे हुए राष्ट्रों के प्रति क्रोध से भरा हूं। जितना ही कम मैंने क्रोध किया, उतना ही अधिक ये बुराइयों के ढेर लगाते गए।
जब तुम यर्दन नदी को पार कर लोगे, और उस देश में बस जाओगे, जो पैतृक अधिकार के लिए तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है, जब वह तुम्हारे चहुंओर के शत्रुओं से तुम्हें विश्राम देगा कि तुम सुरक्षित रूप से निवास कर सको,