8 अनेक दिन के पश्चात् मैं तेरी सुधि लूंगा, और तुझे मेरा आदेश प्राप्त होगा। अनेक वर्ष के पश्चात् मैं तुझको उस देश पर आक्रमण करने के लिए भेजूंगा, जो युद्ध के बाद पुन: निर्मित हुआ है। इस देश में अनेक देशों से लोग आकर बसे हैं। ये इस्राएल के पहाड़ी इलाके में निवास करते हैं, जो अब तक स्थायी रूप से निर्जन और उजाड़ पड़ा था। ये लोग भिन्न-भिन्न देशों की गुलामी से मुक्त होकर यहाँ लाए गए हैं, और अब, वे-सब इस देश में निश्चिन्त हो निवास कर रहे हैं।
8 बहुत लम्बे समय के बाद तुम काम पर बुलाये जाओगे। आगे आने वाले वर्षों में तुम उस प्रदेश में आओगे जो युद्ध के बाद पुन: निर्मित होगा। उस देश में लोग इस्राएल के पर्वत पर आने के लिये बहुत से राष्ट्रों से इकट्ठे किये जाएंगे। अतीत में इस्राएल का पर्वत बार—बार नष्ट किया गया था। किन्तु ये लोग उन दूसरे राष्ट्रों से वापस लौटे होंगे। वे सभी सुरक्षित रहेंगे।
8 बहुत दिनों के बीतने पर तेरी सुधि ली जाएगी; और अन्त के वर्षों में तू उस देश में आएगा, जो तलवार के वश से छूटा हुआ होगा, और जिसके निवासी बहुत सी जातियों में से इकट्ठे होंगे; अर्थात तू इस्राएल के पहाड़ों पर आएगा जो निरन्तर उजाड़ रहे हैं; परन्तु वे देश देश के लोगों के वश से छुड़ाए जा कर सब के सब निडर रहेंगे।
8 बहुत दिनों के बीतने पर तेरी सुधि ली जाएगी; और अन्त के वर्षों में तू उस देश में आएगा, जो तलवार के वश से छूटा हुआ होगा, और जिसके निवासी बहुत सी जातियों में से इकट्ठे होंगे; अर्थात् तू इस्राएल के पहाड़ों पर आएगा जो निरन्तर उजाड़ रहे हैं; परन्तु वे देश देश के लोगों के वश से छुड़ाए जाकर सब के सब निडर रहेंगे।
8 बहुत दिनों के बाद तुम्हें बुलाया जाएगा. आनेवाले सालों में तुम एक देश पर आक्रमण करोगे, जो युद्ध के मार से उभर चुका होगा, जिसके लोग बहुत सी जनताओं से आकर इस्राएल के उन पर्वतों पर इकट्ठे हुए होंगे, जो बहुत समय से उजाड़ पड़ा था. उन्हें बहुत सी जातियों से बाहर लाया गया था, और अब वे सब सुरक्षा में निवास करते हैं.
8 बहुत दिनों के बीतने पर तेरी सुधि ली जाएगी; और अन्त के वर्षों में तू उस देश में आएगा, जो तलवार के वश से छूटा हुआ होगा, और जिसके निवासी बहुत सी जातियों में से इकट्ठे होंगे; अर्थात् तू इस्राएल के पहाड़ों पर आएगा जो निरन्तर उजाड़ रहे हैं; परन्तु वे देश-देश के लोगों के वश से छुड़ाए जाकर सब के सब निडर रहेंगे।
जैसे काली घटाएं आकाश को ढक लेती हैं, तू और तेरी सेना वैसे ही मेरे निज लोग इस्राएलियों के देश को ढक लेगी। तू उन पर चढ़ाई करेगा। ओ गोग, जब मेरे निज लोग इस्राएली अपने देश में बस चुके होंगे, उसके पश्चात् मैं स्वयं तुझसे अपने देश पर आक्रमण कराऊंगा, जिससे सब राष्ट्र जानेंगे कि मैं तेरे माध्यम से सब राष्ट्रों की आंखों के सामने अपनी पवित्रता प्रमाणित करता हूं।
मैं अपने निज लोगों को, अपनी भेड़ों को भिन्न-भिन्न जातियों के मध्य से निकाल कर लाऊंगा। मैं उनको सब देशों से एकत्र करूँगा, और उनको उनके देश में लाऊंगा। मैं अपनी भेड़ों को इस्राएल देश के पहाड़ों पर और इस्राएल देश के सब आबाद स्थानों पर चराऊंगा।
परन्तु आप लोग चुने हुए वंश, राजकीय पुरोहित-वर्ग, पवित्र राष्ट्र तथा परमेश्वर की अपनी निजी प्रजा हैं, जिससे आप उसी के महान् कार्यों की घोषणा करें, जो आप लोगों को अन्धकार में से निकाल कर अपनी अलौकिक ज्योति में बुला लाया है।
दर्शन के पूर्ण होने में कुछ देर है, पर वह अवश्य पूरा होगा, वह झूठा नहीं होगा। यदि उसके पूर्ण होने में देर हो, तो प्रतीक्षा कर। यह दर्शन अवश्य सिद्ध होगा, उसमें अधिक विलम्ब न होगा।’
इस्राएली अपने देश में निश्चिंत निवास करेंगे। वे मकान बनाएंगे। वे अंगूर के उद्यान लगाएंगे। जिस-जिस पड़ोसी राष्ट्र ने उनके साथ शत्रुता का व्यवहार किया था, उसको मैं दण्ड दूंगा। उसके पश्चात् इस्राएली अपने देश में निर्भय होकर निवास करेंगे। तब उनको ज्ञात होगा कि मैं ही उनका प्रभु परमेश्वर हूं।’
ओ सियोन की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड पूरा हुआ; प्रभु तुझे और अधिक दिन तक विदेश में निर्वासित नहीं रखेगा; पर तू, ओ एदोम की पुत्री, प्रभु तुझे तेरे अधर्म का दण्ड देगा; वह तेरे सब पापों को उघाड़ेगा।
किन्तु देखो, मैं-प्रभु इस्राएली लोगों को उन सब देशों से वापस लाऊंगा, जहां मैंने क्रोध, रोष और महा कोप में आ कर उन को हांक दिया था। निस्सन्देह मैं उनको वापस लाऊंगा, और वे मेरे कारण यहां निश्चिन्त निवास करेंगे।
वह मुझे बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाएगा। जब तक प्रभु मेरी सुधि न लेगा, मैं वहां बन्दी रहूंगा। तुम यह भी कहते हो, “यह प्रभु की वाणी है।” यद्यपि मैं कसदी सेना के आक्रमण का मुकाबला करूंगा तो भी मुझे सफलता नहीं मिलेगी?’ तब प्रभु की ओर से यह सन्देश नबी यिर्मयाह को मिला।
‘प्रभु यों कहता है : देखो, मैं याकूब के ध्वस्त मकानों का वैभव लौटाऊंगा : उसके निवास-स्थानों पर दया करूंगा। नगर का पुनर्निर्माण उसके मलबों के ढेर पर होगा। राजमहल वहां फिर खड़ा होगा, जहां वह पहले था।
क्योंकि, देख, वे दिन आ रहे हैं, जब मैं इस्राएल और यहूदा प्रदेश के अपने निज लोगों की समृद्धि लौटा दूंगा, उनको उनके देश में वापस लाऊंगा, जो मैंने उन के पूर्वजों को दिया था, और वे उस देश पर पुन: अधिकार करेंगे। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
जब तुम संकटग्रस्त होगे, और आनेवाले दिनों में इन बातों की याद जो मैंने कही हैं तुम्हें आ घेरेगी, तब तुम अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौटोगे, और उसका स्वर सुनोगे;
तू झुककर उनकी वन्दना न करना और न उनकी सेवा करना; क्योंकि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर, ईष्र्यालु ईश्वर हूं। जो मुझसे घृणा करते हैं, उनके अधर्म का दण्ड मैं तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान को देता रहता हूं।
‘इसलिए, ओ मानव, नबूवत कर, और गोग से यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है: जब मेरे निज लोग इस्राएली अपने देश में निश्चिंतता से निवास करते होंगे, तब तू उन पर आक्रमण करने के लिए उत्तेजित होगा
जब वे अपने देश में पुन: निश्चिन्त निवास करने लगेंगे और उनको किसी भी शत्रु के आक्रमण का डर न होगा, तब वे अपने अपमानपूर्ण अतीत को भूल जाएंगे। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने मेरे प्रति विश्वासघात किया था।
ओ राष्ट्रो, ध्यान दो : तुम टुकड़े-टुकड़े होगे। ओ सुदूर देशो, सुनो : तुम युद्ध की तैयारी कर सकते हो, पर तुम्हें पराजय का मुंह देखना पड़ेगा। तुम अस्त्र-शस्त्र धारण कर सकते हो, पर तुम्हें मुंह की खानी पड़ेगी।