यदि वह किसी नगर को ध्वस्त कर दे तो कोई भी उसका पुनर्निर्माण नहीं कर सकता। यदि वह किसी को बन्द कर दे तो कौन उसको खोल सकता है?
मलाकी 1:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि एदोम यह कहेगा, ‘हमारा देश उजड़ गया, पर हम खण्डहरों को फिर बसाएंगे’ तो स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यह वाणी है: ‘वे अपने देश का पुन: निर्माण करेंगे, पर मैं उनके मकानों को ढाह दूंगा। उनका नाम “दुष्ट राज्य” पड़ेगा, ऐसा राष्ट्र जिससे प्रभु सदा नाराज रहता है।’ पवित्र बाइबल संभव है एदोम के लोग कहे, “हम नष्ट किये गये। किन्तु हम अपने नगरों को पुन: बनाएंगे।” किन्तु सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “यदि वे उन नगरों को पुन: बनाते हैं तो मैं उन्हें पुन: नष्ट करुँगा!” इसलिए लोग एदोम को बुरा देश कहते हैं। लोग कहते हैं कि यहोवा उन लोगों से सदा के लिए घृणा करता है। Hindi Holy Bible एदोम कहता है, हमारा देश उजड़ गया है, परन्तु हम खण्डहरों को फिर कर बसाएंगे; सेनाओं का यहोवा यों कहता है, यदि वे बनाए भी, परन्तु मैं ढा दूंगा; उनका नाम दुष्ट जाति पड़ेगा, और वे ऐसे लोग कहलाएंगे जिन पर यहोवा सदैव क्रोधित रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) एदोम कहता है, “हमारा देश उजड़ गया है, परन्तु हम खण्डहरों को फिर बसाएँगे;” सेनाओं का यहोवा यों कहता है, “यदि वे बनाएँ भी, परन्तु मैं ढा दूँगा; उनका नाम दुष्ट जाति पड़ेगा, और वे ऐसे लोग कहलाएँगे जिन पर यहोवा सदैव क्रोधित रहे।” सरल हिन्दी बाइबल एदोम कह सकता है, “यद्यपि हमें उजाड़ दिया गया है, पर हम खंडहरों को फिर बनाएंगे.” पर सर्वशक्तिमान याहवेह का यह कहना है: “वे फिर बना सकते हैं, पर मैं गिरा दूंगा. उनका देश दुष्टों का देश कहलाएगा, और वे एक ऐसे लोग होंगे जिनके ऊपर याहवेह का कोप हमेशा बना रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 एदोम कहता है, “हमारा देश उजड़ गया है, परन्तु हम खण्डहरों को फिर बनाएँगे;” सेनाओं का यहोवा यह कहता है, “यदि वे बनाएँ भी, परन्तु मैं ढा दूँगा; उनका नाम दुष्ट जाति पड़ेगा, और वे ऐसे लोग कहलाएँगे जिन पर यहोवा सदैव क्रोधित रहे।” |
यदि वह किसी नगर को ध्वस्त कर दे तो कोई भी उसका पुनर्निर्माण नहीं कर सकता। यदि वह किसी को बन्द कर दे तो कौन उसको खोल सकता है?
यदि परमेश्वर चुप रहता है तो उसको कौन दोषी ठहरा सकता है? जब वह अपना मुख छिपा लेता है तब कौन उसका दर्शन पा सकता है, वह चाहे कोई राष्ट्र हो अथवा मनुष्य?
परमेश्वर बुद्धिमान है, वह सर्वशक्तिमान है, किस मनुष्य ने हठ पूर्वक उसका विरोध किया, और सफलता प्रप्त की?
यदि प्रभु घर को न बनाए, तो उसे बनानेवाले व्यक्ति व्यर्थ परिश्रम करते हैं; यदि प्रभु नगर की रक्षा न करे, तो पहरेदार व्यर्थ जागते हैं।
हे प्रभु, एदोम के वंशजों के विरुद्ध यरूशलेम के दिन स्मरण कर; उन्होंने यह कहा था, ‘ढाओ, इसकी नींव तक ढा दो।’
प्रभु राष्ट्रों के परमार्श को विफल कर देता है; वह जातियों के विचारों को व्यर्थ कर देता है।
वस्तुत: तुम बन्दियों के मध्य दुबक कर बैठोगे; घात किए हुओं के ढेर में तुम्हारी भी लाश होगी! प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
वे संगठित होकर पश्चिम दिशा में पलिश्ती देश पर आक्रमण करेंगे; वे मिलकर पूर्व दिशा के देशों को लूटेंगे। वे एदोम और मोआब को दबोचने के लिए अपने हाथ बढ़ाएंगे; अम्मोनी जाति उनके आदेश का पालन करेगी।
रात-दिन वह जलता रहेगा, और बुझेगा नहीं। उसका धुआँ निरन्तर उठता रहेगा। पीढ़ी दर पीढ़ी वह उजाड़ पड़ा रहेगा। कभी कोई मनुष्य उस पर से नहीं गुजरेगा।
प्रभु की तलवार स्वर्ग में रक्त से तृप्त हो चुकी, देखो, वह एदोम राष्ट्र को, उन लोगों को, जिनका संहार करने का उसने निश्चय किया है, दण्ड देने के लिए उतर रही है।
सुन, तेरा भविष्य आशापूर्ण है। तेरे बच्चे, निस्सन्देह, स्वदेश वापस आएंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
अत: सुनो, मैं-प्रभु ने एदोम के विरुद्ध एक योजना बनाई है। मैंने निश्चय किया है कि तेमान के निवासियों को दण्ड दूंगा। उसका शत्रु भेड़शाला के छोटे-से-छोटे बच्चों को भी घसीट ले जाएगा। भेड़शाला उनकी इस दशा को देख कर भयाकुल हो उठेगी।
एदोम राष्ट्र के सम्बन्द्ध में स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा : ‘क्या तेमान नगर में बुद्धि का अकाल पड़ गया है? क्या समझदार व्यक्तियों की सलाह निष्फल हो गई? क्या उनकी बुद्धि को पाला मार गया?
ओ ददान के रहने वालो! भागो, शत्रु को पीठ दिखाओ, और कंदराओं में छिप जाओ। क्योंकि जब मैं एसाव को दण्ड दूंगा, तब उस पर विपत्ति ढाहूंगा।
वे तुम्हारी फसल और तुम्हारी खाने-पीने की वस्तुएं चटकर जाएंगे; वे तुम्हारे पुत्रों और पुत्रियों को निगल जाएंगे। वे तुम्हारी पशुशाला की भेड़-बकरियां और रेवड़ के गाय-बैल खा जाएंगे। वे तुम्हारे अंगूर-उद्यान के अंगूर, और अंजीर-कुंज के अंजीर साफ कर देंगे। जिन किलाबंद नगरों पर तुम्हें भरोसा है, उनको तलवार के बल पर खण्डहर बना देंगे।’
मैं तुमको इस्राएल देश की सीमा पर दण्ड दूंगा, और तुम शत्रु की तलवार से धराशायी होगे। तब तुम्हें मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।’
इसलिए स्वामी-प्रभु यों कहता है, मैं एदोम को दण्ड देने के लिए उस पर अपना हाथ उठाऊंगा, और उसके मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर दूंगा। मैं उस को उजाड़ दूंगा। तेमान नगर से ददान नगर तक वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे।
मैं प्रतिशोध लेने का अधिकार इस्राएलियों को दूंगा, और वे मेरी क्रोधाग्नि और प्रकोप के अनुसार एदोम से बदला लेंगे। तब एदोम के निवासियों को मालूम होगा कि मैं प्रतिशोध लेता हूँ। स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
मैं तुझे नंगी चट्टान बना दूंगा। तू समुद्र-तट का ऐसा नगर बन जाएगा, जहाँ मछुए अपने जाल फैलाकर सुखाएंगे। तू फिर कभी आबाद नहीं होगा, और सदा खण्डहर बना रहेगा। देख, मैं-प्रभु ने तुझ से यह कहा है।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
मैं तुझको युग-युग के लिए उजाड़ दूंगा, और तेरे नगर फिर कभी आबाद नहीं होंगे। तब तुझको मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूँ।’
प्रभु यों कहता है : ‘मैं एदोम राज्य के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसे दण्डित करूंगा। मैं उसे नहीं छोड़ूंगा। एदोम ने हाथ में तलवार लेकर अपने भाई का पीछा किया था, उसने दया को एकदम भुला दिया था। उसका क्रोध निरन्तर उबलता रहा, उसने अपनी क्रोधाग्नि बुझने नहीं दी।
मैं सामरी नगर के ग्रीष्म महल और शीत महल को ध्वस्त कर दूंगा; मैं हाथी-दांत से सजे भवन और अन्य कोठियों को खण्डहर बना दूंगा।’ प्रभु ने यह कहा है।
तुम गरीब को रौंदते हो, उससे भेंट के रूप में जबरदस्ती अनाज लेते हो। तुमने घूस की कमाई से पत्थरों के भव्य मकान बनाए हैं; पर तुम उन मकानों में रह नहीं सकोगे! तुमने अंगूर के हरे-भरे उद्यान लगाए हैं; लेकिन तुम उनका रस न पी सकोगे!
कलनेह नगर को जाओ, और उसको देखो, और वहाँ से महानगर हमात को। तत्पश्चात् पलिश्ती देश के गत नगर को जाओ क्या तुम इन नगर-राज्यों से श्रेष्ठ हो? क्या तुम्हारी राज्य-सीमाएं इन राज्यों की सीमाओं से बड़ी हैं?
ओबद्याह का दर्शन : प्रभु ने हमें यह संदेश दिया। स्वामी-प्रभु ने एदोम राष्ट्र के संबंध में यों कहा : “मैंने राष्ट्रों में इस समाचार के साथ एक दूत भेजा है : “युद्ध के लिए तत्पर हो। एदोम से युद्ध करने के लिए तैयार हो।”
‘ओ एसाव, तूने अपने भाई याकूब के साथ हिंसापूर्ण व्यवहार किया था। अत: लज्जा से तुझे सिर झुकाना होगा; तू सदा-सर्वदा के लिए नष्ट हो जाएगा।
और एसाव से घृणा की। मैंने एसाव वंश के पहाड़ी प्रदेश को उजाड़ दिया, और उनकी पैतृक भूमि मरुस्थल के गीदड़ों को सौंप दी।’