अय्यूब 34:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)29 यदि परमेश्वर चुप रहता है तो उसको कौन दोषी ठहरा सकता है? जब वह अपना मुख छिपा लेता है तब कौन उसका दर्शन पा सकता है, वह चाहे कोई राष्ट्र हो अथवा मनुष्य? अध्याय देखेंपवित्र बाइबल29 किन्तु यदि परमेश्वर ने गरीब की सहायता न करने का निर्णय लिया तो कोई व्यक्ति परमेश्वर को दोषी नहीं ठहरा सकता है। यदि परमेश्वर उनसे मुख मोड़ता है तो कोई भी उस को नहीं पा सकता है। परमेश्वर जातियों और समूची मानवता पर शासन करता है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible29 जब वह चैन देता तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? और जब वह मुंह फेर ले, तब कौन उसका दर्शन पा सकता है? जाति भर के साथ और अकेले मनुष्य, दोनों के साथ उसका बराबर व्यवहार है अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)29 जब वह चुप रहता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? जब वह मुँह फेर ले, तब कौन उसका दर्शन पा सकता है? जाति भर के साथ और अकेले मनुष्य, दोनों के साथ उसका बराबर का व्यवहार है अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल29 जब परमेश्वर चुप रहते हैं, तब उन पर उंगली कौन उठा सकेगा? तथा अगर वह मुख छिपाने का निर्णय ले लें, तो कौन उनकी झलक देख सकेगा; चाहे कोई राष्ट्र हो अथवा व्यक्ति? अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201929 जब वह चुप रहता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? और जब वह मुँह फेर ले, तब कौन उसका दर्शन पा सकता है? जाति भर के साथ और अकेले मनुष्य, दोनों के साथ उसका बराबर व्यवहार है अध्याय देखें |
“किन्तु इस निर्धारित समय के अन्तर्गत यदि कोई राष्ट्र अथवा राज्य बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर की सेवा नहीं करेगा, उसकी गुलामी का जूआ अपनी गर्दन पर नहीं रखेगा, तो मैं उस राष्ट्र या राज्य को तलवार, अकाल और महामारी से दण्डित करूंगा, मैं अपने सेवक नबूकदनेस्सर के हाथ से उस को पूर्णत: नष्ट कर दूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।