तुम उससे प्रार्थना करोगे, और वह तुम्हारी प्रार्थना स्वीकार करेगा। तुम उसके लिए अपनी मन्नतें पूरी करोगे।
भजन संहिता 66:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तेरे भवन में अग्निबलि के साथ प्रवेश करूंगा; मैं तुझ को अपनी मन्नतें चढ़ाऊंगा। पवित्र बाइबल इसलिए में तेरे मन्दिर में बलियाँ चढ़ाने लाऊँगा। जब मैं विपति में था, मैंने तेरी शरण माँगी और मैंने तेरी बहुतेरी मन्नत मानी। अब उन सब वस्तुओं को जिनकी मैंने मन्नत मानी, अर्पित करता हूँ। Hindi Holy Bible मैं होमबलि लेकर तेरे भवन में आऊंगा मैं उन मन्नतों को तेरे लिये पूरी करूंगा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं होमबलि लेकर तेरे भवन में आऊँगा; मैं उन मन्नतों को तेरे लिये पूरी करूँगा, नवीन हिंदी बाइबल मैं होमबलि लेकर तेरे भवन में आऊँगा। मैं तेरे सामने उन मन्नतों को पूरी करूँगा, सरल हिन्दी बाइबल मैं आपके मंदिर में अग्निबलि के साथ प्रवेश करूंगा, और आपसे की गई अपनी प्रतिज्ञाएं पूर्ण करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं होमबलि लेकर तेरे भवन में आऊँगा मैं उन मन्नतों को तेरे लिये पूरी करूँगा, |
तुम उससे प्रार्थना करोगे, और वह तुम्हारी प्रार्थना स्वीकार करेगा। तुम उसके लिए अपनी मन्नतें पूरी करोगे।
उसके भवन के द्वारों से स्तुति-बलि के साथ प्रवेश करो; स्तुति गाते हुए उसके आंगनों में आओ। उसकी सराहना करो, उसके नाम को धन्य कहो!
प्रभु ही परमेश्वर है, उसने हमें प्रकाश दिया है। वेदी के कंगूरों तक शोभा-यात्रा को बंदनवार से सजाओ।
महासभा में मेरे स्तुतिगान का स्रोत तू ही है; मैं तेरे भक्तों के समक्ष अपने व्रत पूर्ण करूँगा।
हे परमेश्वर, तेरे प्रति अपने व्रतों का दायित्व मुझ पर है; मैं तुझ को स्तुति बलि चढ़ाऊंगा।
जब तुम परमेश्वर के लिए मन्नत मानते हो तब उसको पूरा करने में विलम्ब मत करना, क्योंकि परमेश्वर मूर्खों से प्रसन्न नहीं होता। जो मन्नत तुम मानते हो उसे पूरा करो।
पर मैं धन्यवाद-रूपी स्तुति-बलि तुझे अर्पित करूंगा। जो मन्नत मैंने मानी है, उसको पूरा करूंगा। निस्सन्देह प्रभु ही उद्धार करता है।’
देखो, पहाड़ों से शुभ-सन्देश सुनानेवाला, शान्ति की घोषणा करनेवाला आ रहा है। ओ यहूदा वंशियो! अब अपने यात्रा-पर्व मनाओ, अपनी मन्नतों को पूरा करो। अब अधम व्यक्ति तुम्हारे प्रदेश से कभी नहीं गुजरेगा। वह पूर्णत: नष्ट कर दिया गया।
जो शब्द तेरे मुंह से निकलते हैं, उनको पूर्ण करने के लिए सावधान रहना। जो मन्नत स्वेच्छा से, अपने मुंह से, तूने प्रभु परमेश्वर के लिए मानी है, उसको अवश्य पूर्ण करना।
‘जब तू अपने पड़ोसी के अंगूर-उद्यान में जाएगा, तब वहाँ जितनी खाने की इच्छा हो, उतनी मात्रा में पेट-भर अंगूर खा सकता है, किन्तु अपनी टोकरी में एक भी अंगूर-मत रखना।
हम येशु के द्वारा परमेश्वर को स्तुति-रूपी बलि-अर्थात् उसके नाम की महिमा करने वाले होंठों का फल-निरन्तर चढ़ाया करें।
जब यिफ्ताह ने उसे देखा तब शोक प्रकट करने के लिए उसने अपने वस्त्र फाड़े और यह कहा, ‘आह! मेरी बेटी, तूने मेरी कमर तोड़ दी! तू भी मेरी महा विपत्ति का कारण बन गई! मैंने प्रभु को वचन दिया है, और मैं उस वचन को वापस नहीं ले सकता।’