भजन संहिता 57:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हे परमेश्वर, मुझ पर कृपा कर; मुझ पर कृपा कर; क्योंकि मैं तेरी ही शरण में आया हूँ। जब तक विनाश की आंधी चली न जाए, मैं तेरे पंखों की छाया में रहूंगा। पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, मुझ पर करूणा कर। मुझ पर दयालु हो क्योंकि मेरे मन की आस्था तुझमें है। मैं तेरे पास तेरी ओट पाने को आया हूँ। जब तक संकट दूर न हो। Hindi Holy Bible हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूं; और जब तक ये आपत्तियां निकल न जाएं, तब तक मैं तेरे पंखों के तले शरण लिए रहूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूँ; और जब तक ये विपत्तियाँ निकल न जाएँ, तब तक मैं तेरे पंखों तले शरण लिए रहूँगा। नवीन हिंदी बाइबल हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर! मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूँ; और जब तक ये विपत्तियाँ दूर न हो जाएँ, मैं तेरे पंखों की छाया में शरण लिए रहूँगा। सरल हिन्दी बाइबल मुझ पर कृपा कीजिए, हे मेरे परमेश्वर, कृपा कीजिए, क्योंकि मैंने आपको ही अपना आश्रय-स्थल बनाया है. मैं आपके पंखों के नीचे आश्रय लिए रहूंगा, जब तक विनाश मुझ पर से टल न जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे परमेश्वर, मुझ पर दया कर, मुझ पर दया कर, क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूँ; और जब तक ये विपत्तियाँ निकल न जाएँ, तब तक मैं तेरे पंखों के तले शरण लिए रहूँगा। |
ऐसा न हो कि प्रभु क्रुद्ध हो, और तुम मार्ग में ही नष्ट हो जाओ, क्योंकि उसका क्रोध तुरन्त भड़कता है। धन्य हैं वे सब, जो प्रभु की शरण में आते हैं।
हे परमेश्वर, मुझ पर कृपा कर, क्योंकि मनुष्य मुझे कुचलते हैं; सैनिक दिन भर मुझे सताते हैं;
ओ प्रभुत्व सम्पन्न मनुष्यों! क्या तुम निश्चय ही सच्चाई से निर्णय करते हो? ओ अधिकार से मंडित लोगो! क्या तुम सत्यनिष्ठा से न्याय करते हो?
हे मेरे परमेश्वर, मेरे शत्रुओं से मुझे मुक्त कर; मेरे विरुद्ध खड़े होने वालों से मेरी रक्षा कर।
हे परमेश्वर, हम तेरी सराहना करते हैं। हम तेरी स्तुति करते हैं; तेरा नाम हमारे निकट है; लोग तेरे आश्चर्यपूर्ण कार्यों का वर्णन करते हैं।
प्रभु, तेरे नाम को जानने वाले तुझ पर भरोसा करते हैं; क्योंकि तू उन लोगों को नहीं छोड़ता है, जो तुझको खोजते हैं।
ओ सर्वोच्च प्रभु के आश्रय में रहने वाले, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की छाया में निवास करने वाले,
वह तुझे अपने पंखों से घेर लेगा, तू उसके चरणों में शरण पाएगा; उसकी सच्चाई ही ढाल और झिलम हैं।
कुछ क्षण में, पलक झपकते ही, तुम्हारे प्रति मेरा क्रोध शान्त हो जाएगा; और मेरा कोप उनके विनाश के लिए प्रेषित होगा।
ओ मेरे निज लोगो, अपने-अपने कक्ष में जाओ, और भीतर से दरवाजा बन्द कर लो। जब तक क्रोध शान्त न हो जाए, इस थोड़े समय तक अपने को छिपाए रखो।
तुममें कौन ऐसा व्यक्ति है, जो प्रभु की श्रद्धा-भक्ति करता है, जो प्रभु के सेवक के वचन का पालन करता है, जिसके साथ दीपक का प्रकाश नहीं है, और अन्धकार में चलता है, वह प्रभु के नाम पर भरोसा करे, वह परमेश्वर का सहारा ले!
यदि वे दिन घटाये न जाते, तो कोई भी प्राणी नहीं बचता; किन्तु चुने हुए लोगों के कारण वे दिन घटा दिये जाएँगे।
“ओ यरूशलेम! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्या करती और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्तान को एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द मनाएगा। तुम शोक करोगे, किन्तु तुम्हारा शोक आनन्द में बदल जाएगा।
मैंने प्रभु से प्रार्थना की, “हे प्रभु, तू अपने निज लोगों को, अपनी निज सम्पत्ति को, नष्ट मत कर। उसको तूने अपने महान सामर्थ्य से मुक्त किया है। उसको तूने अपने भुजबल के द्वारा मिस्र देश से बाहर निकाला है।
वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा। इसके बाद न मृत्यु रहेगी, न शोक, न विलाप और न दु:ख, क्योंकि पुरानी बातें बीत चुकी हैं।”
मैंने उत्तर दिया, “महोदय, आप ही जानते हैं”, और उसने मुझसे कहा, “ये वे लोग हैं, जो महासंकट में से निकल कर आये हैं। इन्होंने मेमने के रक्त में अपने वस्त्र धो कर उजले कर लिये हैं।
प्रभु तुम्हारे कार्य का पुरस्कार तुम्हें दे। इस्राएलियों का प्रभु परमेश्वर, जिसकी छत्रछाया में तुम आई हो, तुम्हें पूर्ण प्रतिफल दे।’
दाऊद वहाँ से चला गया। उसने भागकर अदूल्लाम की गुफा में शरण ली। जब उसके भाइयों और उसके पिता के परिवार के अन्य लोगों ने यह सुना तब वे वहाँ उसके पास पहुँचे।
वह मार्ग में भेड़शाला के पास पहुंचा। वहां एक गुफा थी। शाऊल शौच करने के लिए उस गुफा में गया। दाऊद और उसके सैनिक गुफा के भीतरी भागों में बैठे थे।
दाऊद के सैनिकों ने उससे कहा, ‘जिस दिन के विषय में प्रभु ने यह कहा था : “मैं तेरे शत्रु को तेरे हाथ में सौंप दूंगा। तब जो तेरी दृष्टि में उचित लगे, तू उसके साथ वही करना।” वह दिन आज आ गया है।’ अत: दाऊद उठा। उसने शाऊल के लबादे का छोर चुपचाप काट लिया।
उसके जाने के बाद दाऊद भी उठा। वह गुफा से बाहर आया। उसने शाऊल को पीछे से पुकारा, ‘ओ मेरे स्वामी, महाराज!’ शाऊल ने मुड़कर पीछे देखा। दाऊद ने भूमि की ओर झुककर उसका अभिवादन किया।
दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्ति प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’