Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यशायाह 26:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

20 ओ मेरे निज लोगो, अपने-अपने कक्ष में जाओ, और भीतर से दरवाजा बन्‍द कर लो। जब तक क्रोध शान्‍त न हो जाए, इस थोड़े समय तक अपने को छिपाए रखो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

20 हे मेरे लोगों, तुम अपने कोठरियों में जाओ। अपने द्वारों को बन्द करो और थोड़े समय के लिये अपने कमरों में छिप जाओ। तब तक छिपे रहो जब तक परमेश्वर का क्रोध शांत नहीं होता।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

20 हे मेरे लोगों, आओ, अपनी अपनी कोठरी में प्रवेश कर के किवाड़ों को बन्द करो; थोड़ी देर तक जब तक क्रोध शान्त न हो तब तक अपने को छिपा रखो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

20 हे मेरे लोगो, आओ, अपनी अपनी कोठरी में प्रवेश करके किवाड़ों को बन्द करो; थोड़ी देर तक जब तक क्रोध शान्त न हो तब तक अपने को छिपा रखो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

20 मेरी प्रजा, आओ और अपनी कोठरी में जाकर द्वार बंद कर लो; थोड़ी देर के लिए अपने आपको छिपा लो जब तक क्रोध शांत न हो जाए.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

20 हे मेरे लोगों, आओ, अपनी-अपनी कोठरी में प्रवेश करके किवाड़ों को बन्द करो; थोड़ी देर तक जब तक क्रोध शान्त न हो तब तक अपने को छिपा रखो। (भज. 91:4, 32:7)

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यशायाह 26:20
34 क्रॉस रेफरेंस  

प्रभु ने नूह से कहा ‘तू अपने परिवार सहित जलयान में जा। मैंने इस समय के लोगों में केवल तुझे ही अपनी दृष्‍टि में धार्मिक पाया है।


समस्‍त प्राणियों के नर और मादा जलयान में गए, जैसे परमेश्‍वर ने आज्ञा दी थी। प्रभु ने नूह को जलयान के भीतर बन्‍द कर दिया।


हे प्रभु, काश! तू मुझे अधोलोक में छिपा लेता; और तब तक मुझे छिपाए रखता, जब तक तेरा क्रोध शान्‍त न हो जाता। भला होता कि तू मेरे लिए निश्‍चित समय निर्धारित करता, और मेरी सुधि लेता!


हे प्रभु, मेरे शत्रुओं से मुझे मुक्‍त कर। तुझमें ही मैंने स्‍वयं को छिपाया है।


आंख की पुतली जैसे मुझे संभाल, अपने पंखों की छाया में मुझे छिपा;


प्रभु संकट के दिन मुझे अपने मंडप में छिपा लेगा; वह अपने शिविर के भीतर मुझे आश्रय देगा; वह मुझे चट्टान पर ऊंचा उठाएगा।


प्रभु का क्रोध क्षण मात्र के लिए होता है; पर उसकी कृपा जीवनपर्यन्‍त बनी रहती है। रोदन संध्‍या समय आकर रात में ठहर सकता है, पर प्रभात के साथ उल्‍लास का आगमन होता है।


तू उन्‍हें अपनी उपस्‍थिति की छाया में मनुष्‍यों के षड्‍यन्‍त्र से छिपा लेता है; तू अपने आश्रय में उन्‍हें कलह-प्रिय जीभ से सुरक्षित रखता है।


तू मेरा आश्रयस्‍थल है; तू संकट से मुझे सुरक्षित रखता है; तू मुक्‍ति के जयघोष से मुझे घेर लेगा। सेलाह


हे परमेश्‍वर, मुझ पर कृपा कर; मुझ पर कृपा कर; क्‍योंकि मैं तेरी ही शरण में आया हूँ। जब तक विनाश की आंधी चली न जाए, मैं तेरे पंखों की छाया में रहूंगा।


मैं सर्वोच्‍च परमेश्‍वर को पुकारता हूँ; परमेश्‍वर को, जो मेरे लिए सब कुछ पूर्ण करता है।


ओ सर्वोच्‍च प्रभु के आश्रय में रहने वाले, सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर की छाया में निवास करने वाले,


वह तुझे अपने पंखों से घेर लेगा, तू उसके चरणों में शरण पाएगा; उसकी सच्‍चाई ही ढाल और झिलम हैं।


तू उसे संकट के दिनों में उस समय तक शान्‍ति देता है, जब तक दुर्जन के लिए गड्ढा न खुद जाए।


प्रभु का नाम मानो मजबूत किला है, जिसमें धार्मिक मनुष्‍य भागकर शरण लेते हैं और सुरक्षित रहते हैं।


चतुर मनुष्‍य खतरे को देख कर अपने को छिपा लेता है; पर भोला मनुष्‍य खतरे के मुंह में चला जाता है, और कष्‍ट भोगता है।


कुछ क्षण में, पलक झपकते ही, तुम्‍हारे प्रति मेरा क्रोध शान्‍त हो जाएगा; और मेरा कोप उनके विनाश के लिए प्रेषित होगा।


प्रभु ने कहा था : ‘ओ असीरिया, धिक्‍कार है तुझे! तू मेरे क्रोध को चरितार्थ करनेवाला डंडा है; तू मेरी क्रोधाग्‍नि को सिद्ध करनेवाला सोंटा है।


ये सैनिक दूर देश से, आकाश के छोर से आए हैं। प्रभु अपने क्रोध के हथियारों से लैस होकर समस्‍त पृथ्‍वी को नष्‍ट करने के लिए आ रहा है।


प्रभु सब राष्‍ट्रों से क्रुद्ध है; उनकी समस्‍त सेनाओं पर उसकी क्रोधाग्‍नि भड़क उठी है। उसने उनका संहार करने का निश्‍चय किया है; उनका वध करने के लिए शत्रु के हाथ में उन्‍हें सौंप दिया है।


मैंने अपने शब्‍द तेरे मुंह में रखे हैं; मैंने अपने हाथ की छाया में तुझे छिपाकर रखा है। मैंने ही आकाश को फैलाया है, मैंने ही पृथ्‍वी की नींव डाली है। मैं सियोन से यह कहता हूं : “तू ही मेरी प्रजा है।” ’


ओ मेरे निज लोगो, मेरी बात पर ध्‍यान दो। ओ मेरी कौम, मेरी ओर कान लगा, क्‍योंकि मेरे मुंह से व्‍यवस्‍था निकलेगी; मैं न्‍याय का सिद्धान्‍त प्रकट करूंगा, जो सब जातियों के लिए ज्‍योति बनेगा।


‘तुम अपनी मां-यरूशलेम के दर्शन करोगे, और तुम्‍हारा हृदय हर्ष से भर जाएगा; तुम्‍हारी हड्डियाँ हरी घास की तरह लहलहा उठेंगी। तब तुम्‍हें ज्ञात होगा कि प्रभु का वरदहस्‍त अपने सेवकों पर रहता है, पर उसका क्रोध अपने शत्रुओं के प्रति भड़क उठता है।’


मैं अपने पुरोहितों को उत्तम भोजन-वस्‍तुओं से तृप्‍त करूंगा, मैं अपनी भलाई के कारण अपने निज लोगों को उत्तम वस्‍तुएं दूंगा, और वे सन्‍तुष्‍ट होंगे।’


किन्‍तु मैंने उनको यह आज्ञा दी थी: “मेरी वाणी को सुनोगे तो मैं तुम्‍हारा परमेश्‍वर होऊंगा, और तुम मेरे निज लोग होगे। जिस मार्ग पर चलने का मैंने तुम्‍हें आदेश दिया है, उस पर चलते रहोगे तो तुम्‍हारा कल्‍याण होगा।”


इसलिए तू उनसे कह, “स्‍वामी-प्रभु यों कहता है : यद्यपि मैने तुमको तुम्‍हारे देश से निकालकर अन्‍य राष्‍ट्रों में बसाया है, तुम्‍हें अन्‍य देशों में बिखेर दिया है, तथापि तुम अन्‍य जातियों में रहते हुए भी वहां कुछ समय के लिए मेरी आराधना कर सकते हो।”


“और वह राजा अपनी इच्‍छा के अनुसार कार्य करेगा। वह स्‍वयं को सब देवताओं से ऊपर प्रतिष्‍ठित करेगा और अपने आपको उनसे बड़ा बताएगा। वह ईश्‍वरों के ईश्‍वर, परमेश्‍वर के विरुद्ध भी अनोखी बातें बोलेगा। वह तब तक सफल होता रहेगा जब तक कि उसके पाप का घड़ा भर न जाए; क्‍योंकि जो निश्‍चित है, वह तो होगा ही।


ओ देश के सब विनम्र लोगो, प्रभु के आज्ञाकारी लोगो, प्रभु को खोजो; धार्मिकता को, नम्रता को ढूंढ़ो। तब सम्‍भवत: तुम प्रभु के प्रकोप-दिवस पर सुरक्षित रह सको।


“ओ यरूशलेम नगरी! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्‍या करती है और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्‍थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्‍तान को वैसे ही एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्‍चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्‍तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।


जब तुम प्रार्थना करते हो, तो अपने कमरे में जाओ, द्वार बन्‍द करो और गुप्‍त में अपने पिता से प्रार्थना करो। तुम्‍हारा पिता, जो गुप्‍त कार्य को भी देखता है, तुम्‍हें पुरस्‍कार देगा।


क्‍योंकि हमारा क्षण-भर का हलका-सा कष्‍ट हमें हमेशा के लिए भारी मात्रा में अपार महिमा दिलाता है।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों