प्रभु ने शपथ खाई है, और वह अपना यह निश्चय नहीं बदलेगा: ‘तू मलकीसेदेक के समान सदा के लिए पुरोहित है।’
प्रकाशितवाक्य 11:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सातवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर स्वर्ग में वाणियाँ सुनाई पड़ीं, जो ऊंचे स्वर से कह रही थीं : “इस संसार का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का राज्य बन गया है। वह युग-युगों तक राज्य करेंगे।” पवित्र बाइबल सातवें स्वर्गदूत ने जब अपनी तुरही फूँकी तो आकाश में तेज आवाज़ें होने लगीं। वे कह रही थीं: “अब जगत का राज्य हमारे प्रभु का है, और उसके मसीह का ही। अब वह सुशासन युगयुगों तक करेगा।” Hindi Holy Bible और जब सातवें दूत ने तुरही फूंकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब सातवें दूत ने तुरही फूँकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे : “जगत का राज्य हमारे प्रभु का और उसके मसीह का हो गया, और वह युगानुयुग राज्य करेगा।” नवीन हिंदी बाइबल सातवें स्वर्गदूत ने जब तुरही फूँकी, तो स्वर्ग में ऊँची आवाज़ें सुनाई दीं, जो कह रही थीं : जगत का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का हो गया है, और वह युगानुयुग राज्य करेगा। सरल हिन्दी बाइबल जब सातवें स्वर्गदूत ने तुरही फूंकी तो स्वर्ग से ये तरह-तरह की आवाजें सुनाई देने लगीं: “संसार का राज्य अब हमारे प्रभु तथा उनके मसीह का राज्य हो गया है, वही युगानुयुग राज्य करेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब सातवें स्वर्गदूत ने तुरही फूँकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े-बड़े शब्द होने लगे: “जगत का राज्य हमारे प्रभु का और उसके मसीह का हो गया और वह युगानुयुग राज्य करेगा।” (दानि. 7:27, जक. 14:9) |
प्रभु ने शपथ खाई है, और वह अपना यह निश्चय नहीं बदलेगा: ‘तू मलकीसेदेक के समान सदा के लिए पुरोहित है।’
ओ सियोन, तेरा प्रभु परमेश्वर पीढ़ी से पीढ़ी तक सदा राज्य करता है। प्रभु की स्तुति करो!
प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के विरोध में, संसार के राजाओं ने संकल्प किया है, शासकों ने एक साथ मन्त्रणा की है।
हे स्वामी, समस्त राष्ट्र, जिन्हें तूने रचा है, तेरे सम्मुख आकर दण्डवत् करेंगे; वे तेरे नाम की महिमा करेंगे।
उस दिन महा नरसिंगा फूंका जाएगा। तब जो इस्राएली असीरिया देश में खो गए थे, और जो मिस्र देश को खदेड़ दिए गए थे, वे सब आएंगे, और यरूशलेम नगर में, पवित्र पर्वत पर प्रभु की आराधना करेंगे।
ओ आकाश, गीत गा, क्योंकि प्रभु ने कार्य सम्पन्न किया है। ओ पृथ्वी के अधोलोक, जयजयकार कर। ओ पर्वतो, जंगलो, और वन-वृक्षों, उच्चस्वर में गाओ। प्रभु ने याकूब को मुक्त किया है, इस्राएल में प्रभु की महिमा की जाएगी।
तू उन राष्ट्रों को बुलाएगा, जिनको तू नहीं जानता है; और जो राष्ट्र तुझको नहीं जानते हैं, वे तेरे पास दौड़कर आएंगे। तेरे प्रभु परमेश्वर के कारण, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के कारण वे तेरे पास आएंगे, क्योंकि उसने तेरा गौरव बढ़ाया है।
उसकी राज्य-सत्ता बढ़ती जाएगी, उसके कल्याणकारी कार्यों का अन्त न होगा। वह दाऊद के सिंहासन पर बैठेगा, और उसके राज्य को संभालेगा। वह अब से लेकर सदा के लिए न्याय के कार्यों से उसको सुदृढ़ करेगा, अपने धार्मिक आचरण से उसे सम्भालेगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य पूर्ण करेगा!
हे प्रभु, तू ही मेरा बल और मेरा गढ़ है; संकट के समय मैं तेरी ही शरण में आता हूं। प्रभु, विश्व के कोने-कोने से, सब राष्ट्रों के लोग तेरे सम्मुख आएंगे, और यह कहेंगे : ‘निस्सन्देह, हमारे पूर्वजों को पैतृक अधिकार में असत्य के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला; उन्हें निस्सार वस्तुएं प्राप्त हुई जो मनुष्य को लाभ नहीं पहुंचातीं।
जो देश मैंने अपने सेवक याकूब को दिया था, वहां वे अपने पूर्वजों के देश में पुन: निवास करेंगे। वे और उनके वंशज, पीढ़ी से पीढ़ी तक वहीं स्थायी रूप से रहेंगे; और मेरे सेवक दाऊद के वंशज युग-युगांतर उनके प्रशासक होंगे।
उसने फिर पांच सौ मीटर नापा, और मुझे पानी में चलाया। किन्तु मैं उसमें चल न सका; क्योंकि वह एक नदी थी, और उसका पानी बढ़ गया था। वह इतना गहरा था कि उसको केवल तैर कर पार किया जा सकता था। नदी इतनी गहरी थी कि उसको कोई पैदल चलकर पार नहीं कर सकता था।
तब प्राचीन युग-पुरुष ने उसको शासन का अधिकार, महिमा और राज्य प्रदान किया ताकि पृथ्वी की समस्त कौमें, राष्ट्र और भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग उसकी सेवा करें। उसका शासन शाश्वत शासन है; जो कभी समाप्त न होगा; उसका राज्य युगानुयुग अटल है, जिसका कभी नाश न होगा।
किन्तु सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त ही राज्य को प्राप्त करेंगे। वे सदा-सर्वदा उस राज्य पर अधिकार करेंगे, युगानुयुग तक।”
प्राचीन युग-पुरुष का आगमन हुआ और उसने सर्वोच्च परमेश्वर के भक्तों के पक्ष में न्याय-निर्णय किया। निर्धारित समय आया, और भक्तों को राज्य प्राप्त हुआ।
राज्य और शासन, समस्त आकाश के नीचे पृथ्वी के सब राज्यों की महानता, सर्वोच्च परमेश्वर के भक्तों के जन-समूह को दी जाएगी। उनका राज्य शाश्वत राज्य होगा; पृथ्वी के सब शासक उनकी सेवा करेंगे वे उनकी आज्ञा का पालन करेंगे।”
मैं इस्राएली राष्ट्र को स्वयं भूमि पर बोऊंगा। मैं लो-रूहामाह पर दया करूंगा। मैं लो-अम्मी से यह कहूंगा : ‘तू मेरा अपना है’; और वह मुझसे यह कहेगा, ‘तू मेरा परमेश्वर है।’
बचाए हुए व्यक्ति सियोन पर्वत पर जाएंगे, और वे एसाव पर्वत पर शासन करेंगे। यह राज्य प्रभु का होगा।’
लंगड़े-लूलों को मैं इस्राएल का शेष-राष्ट्र बनाऊंगा। जिन्हें त्याग दिया गया था, उन्हें मैं एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाऊंगा। आज से युगानुयुग तक मैं-प्रभु सियोन पर्वत से उन पर राज्य करूंगा।’
उस दिन अनेक राष्ट्र मुझ-प्रभु से मिल जाएंगे, और वे मेरे निज लोग बन जाएंगे। मैं तुम्हारे मध्य में रहूंगा।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।
उदयाचल से अस्ताचल तक, समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है। हर स्थान में मेरे नाम पर धूप-द्रव्य और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है।
वह तुरही की तुमुल ध्वनि के साथ अपने दूतों को भेजेगा और वे चारों दिशाओं से, विश्व के कोने-कोने से, उसके चुने हुए लोगों को एकत्र करेंगे।
और हमें परीक्षा में न डाल, बल्कि बुराई से हमें बचा। [क्योंकि राज्य, सामर्थ्य और महिमा सदा तेरे हैं। आमेन।]
मैं तुम से कहता हूँ, इसी प्रकार परमेश्वर के दूत उस पापी के लिए आनन्द मनाते हैं जो पश्चात्ताप करता है।”
और घर आ कर अपने मित्रों और पड़ोसियों को बुलाता है और उन से कहता है, ‘मेरे साथ आनन्द मनाओ, क्योंकि मेरी खोई हुई भेड़ मुझे मिल गई है।’
प्रभु के विरुद्ध और उसके मसीह के विरुद्ध पृथ्वी के राजा उठ खड़े हुए हैं, और शासकगण परस्पर मिल गए हैं।’
किन्तु पुत्र के विषय में, “हे परमेश्वर! तेरा सिंहासन युग-युगों तक बना रहता है और तेरा राजदण्ड न्याय का अधिकारदण्ड है।
जिस दिन सातवें स्वर्गदूत की तुरही सुनाई पड़ेगी, उस दिन परमेश्वर का गुप्त रहस्य पूरा हो जायेगा, जैसा कि उसने अपने सेवकों, अर्थात् नबियों को सूचित किया था।”
मैंने स्वर्ग में किसी को ऊंचे स्वर से यह कहते सुना, “अब हमारे परमेश्वर का उद्धार, सामर्थ्य तथा राजत्व और उसके मसीह का अधिकार प्रकट हुआ है; क्योंकि हमारे भाई-बहिनों पर अभियोग लगाने वाला गिरा दिया गया है, जो दिन-रात हमारे परमेश्वर के सामने उन पर अभियोग लगाया करता था।
प्रभु! कौन तुझ पर श्रद्धा और तेरे नाम की स्तुति नहीं करेगा? क्योंकि तू ही पवित्र है। सभी राष्ट्र आ कर तेरी आराधना करेंगे, क्योंकि तेरे न्यायसंगत निर्णय प्रकट हो गये हैं।”
सातवें स्वर्गदूत ने हवा पर अपना प्याला उँडेला और मन्दिर के सिंहासन में से एक गम्भीर वाणी यह कहते सुनाई पड़ी, “समाप्त हो गया है”।
वे मेमने से युद्ध करेंगे और मेमना उन्हें परास्त कर देगा, क्योंकि वह प्रभुओं का प्रभु एवं राजाओं का राजा है। मेमने के साथ उसके अनुयायी भी विजयी होंगे : वे बुलाये गये हैं, निर्वाचित हैं और विश्वासी भी हैं।”
इसके बाद मैंने स्वर्ग में एक विशाल जनसमुदाय की-सी ऊंची आवाज को यह गाते हुए सुना, “प्रभु की स्तुति करो! हमारे परमेश्वर को विजय, महिमा और सामर्थ्य!
तब मैंने एक विशाल जन-समुदाय की-सी आवाज, समुद्र की लहरों और गरजते हुए बादलों की प्रचंड आवाज को यह कहते हुए सुना, “प्रभु की स्तुति करो! हमारे सर्वशक्तिमान् प्रभु परमेश्वर ने राज्याधिकार ग्रहण किया है।
मैंने सिंहासन देखे। जो उन पर बैठने आये, उन्हें न्याय करने का अधिकार दिया गया। मैंने उन लोगों की आत्माओं को भी देखा, जिनके सिर येशु की साक्षी और परमेश्वर के वचन के कारण काटे गये थे, जिन्होंने पशु और उसकी प्रतिमा की आराधना नहीं की थी तथा अपने माथे और हाथों पर पशु की छाप अंकित नहीं होने दिया था। वे पुनर्जीवित हो कर मसीह के साथ एक हजार वर्ष तक राज्य करते रहे।
चौथे स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर एक तिहाई सूर्य, एक तिहाई चन्द्रमा और एक तिहाई नक्षत्रों पर आघात हुआ, जिससे उनका एक तिहाई भाग अन्धकारमय हो गया : दिन के एक तिहाई भाग में प्रकाश नहीं होता था और रात की भी यही दशा थी।
पाँचवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। मैंने एक तारा देखा, जो आकाश से पृथ्वी पर गिरा था, और उसे अगाध गर्त्त के विवर की कुंजी दी गयी।
छठे स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर परमेश्वर के सम्मुख अवस्थित स्वर्ण वेदी के चार कोनों में से एक वाणी सुनाई पड़ी।